
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए योग – Yoga for Eyes in Hindi
आंखें चेहरे को तो खूबसूरत बनाती ही हैं साथ ही रंग-बिरंगी दुनिया को निहारने में भी मदद करती हैं। इसलिए, आंखों की सही देखभाल करना जरूरी है। वहीं, खराब दिनचर्या, खानपान में पोषक तत्वों की कमी और दूषित वातावरण का आंखों पर बुरा असर पड़ सकता है। इस कारण धुंधला दिखाई देना व रोशनी कम होनी जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसी तमाम परेशानियों बचे रहने के लिए योग सबसे उचित विकल्प है। योग ऐसी तकनीक है, जिसे अपनाने पर लगभग हर बीमारी से बचा जा सकता है। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए योग के बारे में विस्तार से बात करेंगे। साथ ही आंखों की रोशनी के लिए योग के साथ-साथ नियमित रूप से पौष्टिक भोजन का सेवन करना भी जरूरी है। अकेले योग से आंखों को स्वस्थ रखना मुश्किल है।
नीचे विस्तार से पढ़ें
यहां हम बता रहे हैं कि आंखों के लिए योग कैसे फायदेमंद हो सकता है।
विषय सूची
आंखों के लिए योग कैसे मदद करता है? – How Yoga Helps in Eyesight in Hindi
आंखों की रोशनी कम होने के पीछे मुख्य कारण पोषक तत्वों की कमी माना गया है और इसे संतुलित खान-पान से ही ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा, गुस्सा, तनाव, शारीरिक व मानसिक थकान भी शामिल है। वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि आंखों के लिए योगासन इन सभी समस्याओं को ठीक करने में मददगार हो सकता है (1)। कई प्रकार के योगासन जैसे कि प्राणायाम, ध्यान और शवासन मन को शांत रखने और तनाव को दूर करने में मददगार हो सकते हैं। इसलिए, हम यह कह सकते हैं कि योग के जरिए आंखों की विभिन्न समस्या को दूर किया जा सकता है।
आर्टिकल के अगले हिस्से में हम आंखों के लिए योगासन की जानकारी दे रहे हैं।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए योग – Yoga for Eyes in Hindi
यहां हम आंखों के लिए कुछ आसान योगासन बता रहे हैं, जिन्हें घर में रहकर आसानी से किया जा सकता है (2)।
1. हथेलियों को रगड़ना
इस क्रिया में हाथों को रगढ़ कर गर्म किया जाता है और आंखों तक गर्मी पहुंचाई जाती है। यह आंखों की मसाज करने का आसान तरीका है। साथ ही इससे आंखों को आराम भी मिलता है।
कैसे करें:
- सबसे पहले योग मैट बिछाकर उस पर सुखासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठ जाएं।
- अब अपनी आंखें बंद करके गहरी सांस लें और छोड़ें।
- इसके बाद अपनी दोनों हथेलियों को इस प्रकार आपस में रगड़ें कि वे गर्म हो जाएं और उन्हें अपनी दोनों पलकों के ऊपर रख लें।
- दोनों आंखों को बंद किए हुए ही महसूस करें कि हथेलियों की गर्मी आंखों तक पहुंच रही है।
- यह क्रिया आंखों की मांसपेशियों को आराम देने में मदद कर सकती है।
- कुछ देर ऐसे ही हथेलियों को आंखों के ऊपर रखें और फिर उन्हें वापस रगड़ें कर आंखों पर रख दें।
- इस क्रिया को कम से कम 5 मिनट तक किया जा सकता है।
2. पलकें झपकाना
पलकों का कार्य बाहरी संक्रमण और धूल मिट्टी से आंखों की रक्षा करना है, लेकिन हम पलकों को झपकने वाली एक्सरसाइज के द्वारा भी आंखों की देखभाल कर सकते हैं। जानते हैं पलकों के झपकाने वाले योग के बारे में।
कैसे करें:
- सबसे पहले योगमैट बिछाकर सुखासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठ जाएं और अपनी आंखें खुली रखें।
- इसके बाद गहरी सांस लें और अपनी आंखों को जल्दी-जल्दी लगभग 5 सेकंड तक झपकाएं।
- अब अपनी आंखों को 5 सेकंड के लिए बंद कर दें और सांसों की गति पर ध्यान केंद्रित करें।
- बेहतर परिणाम के लिए इस अभ्यास को लगभग पांच से छह बार दोहराया जा सकता है।
3. दाएं-बाएं देखना
जिस प्रकार आंखों को बंद करके ध्यान किया जाता है, वैसे ही लगातार दोनों ओर टकटकी लगाकर देखने से आंखों का व्यायाम किया जा सकता है। यहां हम बता रहे हैं इस व्यायाम के बारे में।
कैसे करें:
- सबसे पहले मैट पर सुखासन, पद्मासन या वज्रासन की अवस्था में बैठ जाएं।
- अब लगातार अपने दाएं और बाईं ओर देखें।
- इस क्रिया को करीब 5 सेकंड किया जा सकता है।
4. सामने से दाएं-बाएं देखना
यह क्रिया भी लगभग ऊपर बताई गई क्रिया के जैसे ही है। बस इसे अंगूठे की मदद से किया जाता है। इससे भी आंखों की मांसपेशियां सक्रिया होकर काम कर पाती हैं। आइए, जानते हैं कि इसे कैसे किया जाता है।
कैसे करें:
- योगमैट पर बैठने के बाद अपने दाएं हाथ से मुट्ठी बनाते हुए उसे कंधे के समानांतर सामने की ओर कर लें। इसके बाद अंगूठे को खोलते हुए थम्सअप की मुद्रा बना लें।
- अब अपनी नजर को अंगूठे के ऊपरी भाग पर सेट कर लें।
- फिर लंबी गहरी सांस लें और उसे छोड़ दें। इसके बाद हाथ को दाहिनी ओर ले जाएं और नजर को उसी पर टिकाए रखें। ध्यान रहे कि सिर को नहींं मोड़ना है।
- फिर हाथ को वापस सेंटर में ले आएं और अब बाएं हाथ से मुट्ठी बनाते हुए बाईं दिशा में ऐसा करें।
- इस क्रिया को कम से कम 15 से 20 बार दोहराएं।
- इसके बाद अपनी आंखों को बंद कर लें और अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
5. आंखों को गोल-गोल घुमाना
इसे आई रोटेशनल एक्सरसाइज भी कहते हैं। इस एक्सरसाइज में दोनों आंखों को गोल-गोल घुमाया जाता है। आंखों को पहले क्लॉकवाइज और फिर एंटी-क्लॉकवाइज घुमाकर इस एक्सरसाइज को किया जाता है। यहां हम आपको इस एक्सरसाइज को करने की विधि के बारे में बता रहे हैं।
कैसे करें:
- सबसे पहले सुखासन में बैठ जाएं।
- अपनी आंखों को कम से कम 5 सेकंड के लिए बंद करें और फिर गहरी सांस लेते हुए आंखें खोलें।
- इसके बाद आंखों को लगातार क्लॉक वाइज गोल-गोल घुमाना है।
- ऐसा कम से कम 5 बार करें और फिर आंखों को 10 सेकंड के लिए बंद कर लें।
- अब फिर से अपनी आंखें खोलें और एंटी क्लॉक वाइज आंखों को गोल-गोल घुमाएं।
6. ऊपर से नीचे की ओर देखना
ऊपर से नीचे की ओर देखना भी आंखों की रोशनी के लिए और मांसपेशियों में तनाव को दूर करने के लिए एक अच्छा व्यायाम हो सकता है। यहां हम आपको बता रहे हैं इस व्यायाम के बारे में।
कैसे करें:
- योगमैट पर बैठकर एक हाथ की मुट्ठी बनाते हुए थम्सअप की मुद्रा बना लें।
- इसके बाद अंगूठे को आंखों के सामने करते हुए उस पर नजर टिकाएं।
- अब अंगूठे को धीरे-धीरे नीचे ले जाएं और फिर धीरे-धीरे ऊपर लाएं। इस दौरान नजर सिर्फ अंगूठे पर ही रहेगी।
- ऐसा आप करीब 5 से 10 बार कर सकते हैं।
- व्यायाम के बाद अपनी आंखें बंद करें और सांसों पर ध्यान लगाएं।
7. नाक पर देखना
अपने बचपन में या बड़े होने पर अपनी नाक के सबसे आगे ऊपरी भाग पर जरूर देखा होगा। यह त्राटक अभ्यास भी कहा जाता है। त्राटक का अर्थ है किसी निश्चित अवधि के लिए लगातार किसी वस्तु को टकटकी लगाकर देखना। ऐसा करने से आपकी एकाग्रता और दृष्टि में सुधार होता है।
कैसे करें:
- योगमैट पर बैठने के बाद लंबी गहरी सांस लें और उसे छोड़ दें।
- फिर अपनी आंखों को अंगूठे की नोक पर केंद्रित करें इस दौरान आराम-आराम से सांस लें और छोड़ते रहें।
- कुछ सेकंड के लिए नाक की नोक पर टकटकी लगाकर देखते रहें।
- फिर कुछ सेकंड के लिए आंखें बंद करके आराम करें और बाद में फिर से यही प्रक्रिया दोहराएं।
8. पास और दूर का देखना
एक ही समय में अपनी पास और तुरंत दूर की वस्तु को देखने से भी आंखों की रोशनी बेहतर हो सकती है। यहां हम आपको इसकी विधि बता रहे हैं।
कैसे करें:
- योगमैट या कुर्सी पर बैठने के बाद अपने दाएं हाथ के अंगूठे को आंखों के सामने ले आएं।
- पहले अंगूठे को अपनी आंखों के पास रखें और फिर धीरे-धीरे उसे आंखों से दूर ले जाएं।
- ऐसा करते समय नजर पूरी तरह से अंगूठे पर रहेगी।
- इसका अभ्यास कम से कम 10 से 15 बार करें।
नोट: एक बार जब आप सभी अभ्यास समाप्त कर लें, तो कुछ देर के लिए शवासन में लेट जाएं और आराम करें। इस दौरान धीरे-धीरे और गहरी सांस लेते रहें।
आंखें हैं अनमोल और अनमोल होने के साथ ही नाजुक भी होती हैं। इसलिए, इनका खास ध्यान रखना जरूरी है। यहां हमने आंखें के लिए योग की जानकारी दी। योग से आंखों की देखभाल कैसे करें और आंखों की रोशनी कैसे बढ़ाएं, इस बारे में विस्तार से बताया गया है। आंखों की रोशनी के लिए योग का अभ्यास अच्छे परिणाम प्रदान कर सकता है। साथ ही पोषक तत्वों से भरपूर आहार का भी सेवन करना चाहिए, ताकि परिणाम और बेहतर हो सकें। आशा करते हैं कि आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए फायदेमंद रही होगी। सेहत से जुड़ी ऐसी और जानकारी के लिए आप हमारे अन्य आर्टिकल पढ़ सकते हैं।
2 संदर्भ (Sources):
- Mental stress as consequence and cause of vision loss: the dawn of psychosomatic ophthalmology for preventive and personalized medicine
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5972137/ - Effects of yogic eye exercises on eye fatigue in undergraduate nursing students
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4932063/

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