Medically Reviewed By Neha Srivastava, PG Diploma In Dietetics & Hospital Food Services
Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

रोजमर्रा की जिंदगी में यूं तो हम कई चीजों का आहार के रूप में सेवन करते हैं। इसमें शाक-सब्जी से लेकर फल, फूल और बीज भी शामिल हैं। इनके कई फायदे और औषधीय गुण भी होते हैं, जो कई गंभीर समस्याओं में राहत दिलाने का काम करते हैं। इन्हीं खाद्य पदार्थों में से एक है सेलेरी, जिसे अजमोद कहकर भी पुकारा जाता है। वहीं, बहुत कम लोग ही होंगे, जिन्होंने इस विशेष पौधे का नाम सुना होगा। ऐसे में सेलेरी के फायदे के विषय में जानकारी होना तो दूर की बात है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको अजमोद के फायदे और अजमोद के नुकसान के साथ अजमोद का उपयोग करने के तरीके भी बताएंगे। फिलहाल, उससे पहले यह समझ लेना जरूरी है कि कोई भी घरेलू उपचार समस्या से राहत तो दिला सकता है, लेकिन इसे उसका इलाज नहीं कहा जा सकता। बीमारी का पूर्ण इलाज डॉक्टरी परामर्श पर ही निर्भर करता है।

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अजमोद के फायदे और उपयोग के बारे में बात करने से पहले जरूरी है कि सेलेरी क्या है? इस बारे में थोड़ा जान लिया जाए।

अजमोद (सेलेरी) क्या है?

सेलेरी (अजमोद) एक प्रकार का छोटा पौधा है, जिसे खाद्य के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम एपियम ग्रेवोलेंस (Apium graveolens) है। इसे अधिकतर सलाद बनाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। वहीं, इसे भोजन को सजाने के लिए भी प्रयोग करने का चलन है। कई लोग ऐसे भी हैं, जो सूप या जूस बनाकर इसका सेवन करना पसंद करते हैं। बता दें कि देखने में यह काफी कुछ धनिया से मिलता-जुलता है, लेकिन यह धनिया नहीं है। यह मुख्य रूप से मध्य-पूर्वी यूरोप और अमेरिका में पाया जाता है। अपने कई औषधीय गुणों के कारण इसका उपयोग अब पूरी दुनिया में किया जाने लगा है।

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लेख के अगले भाग में अब हम सेलेरी या अजमोद सेहत के लिए अच्छा क्यों हैं? इस बारे में जानने का प्रयास करेंगे।

अजमोद (सेलेरी) आपके लिए अच्छा क्यों है?

विशेषज्ञों के मुताबिक इसमें कैल्शियम, सोडियम, मैग्नीशियम व आयरन तत्व शामिल हैं। वहीं, इसमें विटामिन-ए, सी, ई, बी-6, बी-9 और विटामिन-के के साथ कई अन्य पोषक तत्व भी पाए जाते हैं (1)। ये सभी पोषक तत्व स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी माने जाते हैं। इसके साथ ही सेलेरी में कई औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं (2):

  • एंथेल्मिंटिक (परजीवी को नष्ट करने वाला)
  • एंटीस्पास्मोडिक (मांसपेशियों में दर्द को ठीक करने वाला)
  • कार्मिनेटिव (गैस की समस्या से राहत दिलाने वाला)
  • ड्यूरेटिक (मूत्र को बढ़ाने वाला)
  • लैक्सेटिव (मल को ढीला करने वाला)
  • सेडेटिव स्टीमुलेंट (दिमाग को शांत करने वाला)

यही वजह है कि सेलेरी को सेहत और स्वास्थ्य के लिए उपयोगी माना जाता है। इतना ही नहीं, त्वचा और बालों के लिए भी सेलेरी काफी उपयोगी है, जिसके बारे में हम लेख में आगे चलकर विस्तार से बताएंगे।

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तो आइए, सेलेरी के औषधीय गुणों को जानने के बाद अब हम स्वास्थ्य संबंधी सेलेरी के फायदे विस्तार से जान लेते हैं।

अजमोद के फायदे – Benefits of Celery in Hindi

यहां हम क्रमवार अजमोद के फायदे जानने का प्रयास करेंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि यह किन समस्याओं में किस प्रकार राहत पहुंचाने का काम कर सकता है।

1. ब्लड प्रेशर को करता है कंट्रोल

एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) के एक वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि सेलेरी के बीज में एंटी हाइपरटेंसिव प्रभाव पाया जाता है, जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने का काम कर सकता है (3)। इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि सेलेरी के फायदे में ब्लड प्रेशर की समस्या में लाभकारी साबित हो सकते हैं।

2. कोलेस्ट्राॅल को करता है कम

सेलेरी के फायदे में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करना भी शामिल है। बता दें इसमें 3-एन-ब्यूटिफ्थाथाइड नामक एक रासायनिक यौगिक होता है, जो रक्त प्रवाह में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम कर सकता है। इतना ही नहीं, यह संपूर्ण लिपिड प्रोफाइल को संतुलित करने में भी अहम भूमिका निभा सकता है (4)। इस आधार पर माना जा सकता है कि सेलेरी का रस पीने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है।

3. वजन घटाने में मददगार

अगर कोई मोटापे की समस्या से परेशान हैं, तो वह दैनिक आहार में सेलेरी को शामिल कर सकता है। सेलेरी एक कारगर वेट कंट्रोलर की तरह काम कर सकता है। इसमें कैलोरी कम होती है, साथ ही इसमें पानी और फाइबर की मात्रा पाई जाती है। यह भूख को शांत कर और पेट को लंबे समय तक भर रख वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं (5)।

4. कैंसर से बचाव में सहायक

कैंसर जैसी घातक बीमारी में भी सेलेरी के फायदे देखे जा सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, सेलेरी में एपिजेनिन नाम का तत्व पाया जाता है, जो कैंसर से बचाव और उपचार में एक सहायक के तौर पर कम कर सकता है (6)। इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि कैंसर के जोखिम से बचने के लिए इसका उपयोग कुछ हद तक लाभकारी साबित हो सकता है। इसके बावजूद यह ध्यान रखना जरूरी है कि कैंसर एक घातक और जानलेवा बीमारी है, जिसका इलाज डॉक्टरी परामर्श पर ही निर्भर करता है।

5. पाचन और कब्ज में सहायक

पाचन संबंधी समस्याओं में अजमोद के फायदे पाने के लिए इसका जूस इस्तेमाल में लाया जा सकता है। सेलेरी से संबंधित एक शोध में इस बात का स्पष्ट जिक्र मिलता है कि यह कब्ज की समस्या को ठीक करने के साथ पाचन स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक है। इस काम काम में सेलेरी में मौजूद फाइबर अहम भूमिका निभा सकता है (7)। फाइबर और पानी पाचन क्रिया के लिए अच्छे होते हैं और इसमें सुधार कर सकते हैं। इस आधार पर इसे पाचन और कब्ज की समस्या में सहायक माना जा सकता है।

6. अस्थमा में फायदेमंद

विशेषज्ञों के मुताबिक सेलेरी में विटामिन और मिनरल के साथ कई एंटी-ऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। इनकी मौजूदगी के कारण यह कई रोगों के उपचार में एक औषधि के रूप में काम करता है। अजमोद के फायदे से संबंधित एक शोध के अनुसार, सेलेरी के बीज का इस्तेमाल अस्थमा की बीमारी से छुटकारा पाने में भी लाभकारी साबित हो सकता है (8)। हालांकि, इसकी कार्यप्रणाली को लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

7. रखता है दिल का ख्याल

दिल से संबंधित बीमारियों के उपचार के तौर पर भी सेलेरी का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक शोध के आधार पर माना गया है कि सेलेरी में फाइबर व प्रोटीन के साथ कई तरह के विटामिन और फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य को बरकरार रखने का काम कर सकते हैं। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि सेलेरी का इस्तेमाल दिल से संबंधित रोगियों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है (9)। वहीं, हम ऊपर बता चुके हैं कि सेलेरी के बीज में एंटी हाइपरटेंसिव गुण पाया जाता है और यह गुण उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कर इससे होने वाले हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है।

8. प्रतिरोधक क्षमता में सुधार

सेलेरी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सक्षम है। विशेषज्ञों के मुताबिक, सेलेरी में फ्लेवोनोइड, एल्कलॉइड और फिनोलिक यौगिक पाए जाते हैं। इन सभी की उपस्थिति के कारण सेलेरी इम्यूनो स्टिमुलेटिंग (प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला) प्रभाव प्रदर्शित करता है (10)। यही वजह है कि सेलेरी को प्रतिरोधक क्षमता में सुधार के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।

9. डायबिटीज को करता है नियंत्रित

डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों के लिए सेलेरी का उपयोग बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, अजमोद के फायदे से संबंधित चूहों पर किए गए एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है। शोध में पाया गया कि सेलेरी के बीज में कुछ ऐसे तत्व उपस्थित होते हैं, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने की क्षमता रखते हैं (11)। इस आधार पर ऐसा कहा जा सकता है कि सेलेरी का उपयोग डायबिटीज की समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित हो सकता है।

10. किडनी एंड लिवर हेल्थ

किडनी के लिए सेलेरी के बीज का तेल काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। बता दें कि इसके बीज के तेल में कुछ खास तत्व जैसे :- क्राइसोएरिओल, डिग्लुकोसाइड, ल्यूटोलिन, अपियोसिगैलुकोसाइड और ल्यूटोलिन पाए जाते हैं। ये तत्व किडनी स्टोन की समस्या से छुटकारा दिलाने में मददगार हो सकते हैं (12)। हालांकि, इसमें अभी और शोध की आवश्यकता है, ऐसे में किडनी स्टोन में डॉक्टरी चिकित्सा को प्राथमिकता देनी जरूरी है। हां, डॉक्टरों का कहना है कि किडनी स्टोन से बचाव के लिए यह लाभकारी हो सकता है क्योंकि अजमोद का जूस किडनी को डिटॉक्स करने का काम कर सकता है, जिससे स्टोन बनने से रोका जा सकता है। वहीं, एक अन्य शोध में इस बात की भी पुष्टि की गई है कि सेलेरी की पत्तियों में कुछ ऐसे तत्व भी पाए जाते हैं, जिनकी उपस्थिति के कारण इसका उपयोग लिवर को सुरक्षा प्रदान करने में सहायक साबित हो सकता है (5)।

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11. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण

कई विशेष प्रकार के पोषक तत्वों की मौजूदगी के कारण सेलेरी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है (8)। बता दें कि एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने के कारण यह श्वसन, उपापचय व हृदय रोग सहित मानसिक विकार संबंधित कई समस्याओं में उपयोगी साबित हो सकता है (13)।

12. यौन क्षमता के लिए

माना जाता है कि सेलेरी का उपयोग यौन क्षमता को बढ़ाने में भी लाभदायक साबित हो सकता है। वहीं, इस संबंध में किए गए शोध में भी इस बात का जिक्र किया गया है कि इसमें प्रचुर मात्रा में पुरुष हार्मोन एंड्रोस्टेरोन पाया जाता है, जो पुरुषों में उत्तेजना को बढ़ाने के साथ-साथ उनके पसीने द्वारा एक हार्मोन फेरोमोन को निकालता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, फेरोमोन महिलाओं में कामोत्तेजना को बढ़ाने का काम कर सकता है (14)। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि यह महिला और पुरुष दोनों में यौन क्षमता बढ़ाने के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।

13. संक्रमण से करता है बचाव

संक्रमण से बचाव के लिए सेलेरी को उपयोग में लाया जा सकता है। एक शोध के माध्यम से इस बात का पता चला कि सेलेरी में कुछ ऐसे खास पोषक तत्व की मौजूदगी पाई जाती है, जिनके कारण इसमें एंटी-माइक्रोबियल (बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचाने वाला) प्रभाव भी पाया जाता है (2)। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि इसका उपयोग संक्रमण से बचाव करने में मदद कर सकता है।

14. मानसिक स्वास्थ्य के लिए उपयोगी

सेलेरी का उपयोग मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभकारी माना जाता है। एक वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि सेलेरी में पाए जाने वाले औषधीय गुण दिमागी स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में प्रभावी हैं। साथ ही यह दिमाग से संबंधित कई समस्याओं जैसे:- डिमेंशिया (यादाश्त और फैसला लेने की क्षमता में कमी) और अल्जाइमर (यादाश्त का कमजोर होना) को दूर करने में भी मददगार साबित हो सकते हैं (15)।

15. आंखों के लिए लाभदायक

सेलेरी का उपयोग आंखों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इस बात की पुष्टि उम्र के कारण होने वाली आंखों की रोशनी में कमी से संबंधित एक शोध से होती है। शोध में जिक्र मिलता है कि इस समस्या को दूर करने में ल्यूटिन और जेक्सैंथिन नाम के खास तत्व अहम माने जाते हैं। वहीं, प्राकृतिक रूप से दोनों तत्व हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जिनमें सेलेरी का नाम भी शामिल है (16)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि आंखों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने में भी सेलेरी सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है।

16. गठिया और जोड़ों के दर्द में मददगार

सेलरी का उपयोग गठिया और जोड़ों से संबंधित अन्य विकार में भी सहायक साबित हो सकता है। कारण यह है कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव पाया जाता है। इस प्रभाव के कारण इसका इस्तेमाल जोड़ों की तकलीफ जैसे सूजन और दर्द से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित हो सकता है (17)।

17. शरीर को करता है हाइड्रेट

दरअसल सेलेरी में काफी प्रचुर मात्रा में पानी पाया जाता है (1)। वहीं, पानी की कमी शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या पैदा करती है। इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि सेलेरी का उपयोग शरीर को डिहाइड्रेशन की समस्या से बचाने में सहायक हो सकता है (18)।

18. याददाश्त के लिए

लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि सेलेरी का उपयोग दिमागी विकास के लिए लाभदायक हो सकता है। यही वजह है कि यह डिमनेशिया और अल्जाइमर जैसी मानसिक बीमारियों में सहायक हो सकता है (15)। चूंकि इन दोनों ही समस्याओं में व्यक्ति की याददाश्त कमजोर होती है। इस आधार पर अजमोद को यादाश्त कमजोर होने के जोखिम को दूर रखने में भी सहायक माना जा सकता है।

19. त्वचा के लिए लाभकारी

सेलेरी जूस के फायदे की बात करें, तो इसमें मौजूद पानी और एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को शुद्ध कर त्वचा को निखारने का काम कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट मूल रूप से फ्री रेडिकल को खत्म करने का काम करते हैं और त्वचा की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से रोकते हैं। दूसरी ओर पानी विषाक्त पदार्थों को कम करने के साथ-साथ शरीर से अन्य अपशिष्ट पदार्थों को दूर करने का काम करता है, जिससे त्वचा विकारों से दूरी बनी रहती है। वहीं, इसके बीज का इस्तेमाल सोरायसिस जैसी त्वचा समस्या में फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा, इसके एसेंशियल ऑयल में एंटीबैक्टीरियल गुण होता है, जो त्वचा को बैक्टीरियल संक्रमण से बचाने का काम कर सकता है (19)।

20. बालों के लिए फायदेमंद

सेलेरी को बालों के लिए भी बेहद उपयोगी औषधि के रूप में इस्तेमाल में लाया जाता है। कारण यह है कि इसमें सिनर्जेटिक के साथ-साथ एंटी हेयरलॉस प्रभाव पाया जाता है। इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि यह बालों को टूटने और झड़ने से बचा सकता है। साथ ही उसकी जड़ों को मजबूती भी प्रदान करता है (20)।

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सेलेरी के फायदे जानने के बाद हम आगे लेख में इसके पौष्टिक तत्वों के बारे में बात करेंगे।

अजमोद (सेलेरी) के पौष्टिक तत्व – Celery Nutritional Value in Hindi

आइए नीचे दिए गए चार्ट की सहायता से सेलेरी के सभी पोषक तत्वों के बारे में जानते हैं (1)।

पोषक तत्वयूनिटमात्रा प्रति 100 ग्राम
पानीg95.43
ऊर्जाKcal14
प्रोटीनg0.69
टोटल लिपिड (फैट)g0.17
कार्बोहाइड्रेटg2.97
फाइबर (टोटल डायट्री)g1.6
शुगरg1.34
कैल्शियमmg40
आयरनmg0.2
मैग्नीशियमmg11
फास्फोरसmg24
पोटेशियमmg260
सोडियमmg80
जिंकmg0.13
विटामिन-सीmg3.1
थियामिनmg0.021
राइबोफ्लेविनmg0.057
नियासिनmg0.32
विटामिन बी-6mg0.074
फोलेट (डीएफई)µg36
विटामिन ए (आरएई)µg22
विटामिन ए (आईयू)IU449
विटामिन-ईmg0.27
विटामिन-केµg29.3
फैटी एसिड (सैचुरेटेड)g0.042
फैटी एसिड (मोनोअनसैचुरेटेड)g0.032
फैटी एसिड (पॉलीअनसैचुरेटेड)g0.079

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पौष्टिक तत्वों से संबंधित जानकारी हासिल करने के बाद हम बात करेंगे अजमोद का उपयोग करने के तरीके के बारे में।

अजमोद का उपयोग – How to Use Celery in Hindi

अजमोद का उपयोग मुख्य रूप से सलाद, जूस और सूप बनाकर किया जा सकता है। सलाद के साथ इसका उपयोग सुबह और शाम के खाने के साथ कर सकते हैं। वहीं, जूस और सूप के रूप में इसे नाश्ते के साथ लिया जा सकता है। अब आइए, इसके इस्तेमाल के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।

1. सलाद

सामग्री :

  • एक कटोरी कटा हुआ सेलेरी
  • दो प्याज (गोलाकार कटे हुए टुकड़े)
  • एक मूली (कटी हुई)
  • एक गाजर (कटी हुई)
  • नमक (स्वादानुसार)
  • नींबू (स्वादानुसार)

बनाने की विधि :

  • कटे हुए सेलेरी, प्याज, मूली व गाजर को एक प्लेट में निकाल लें।
  • इस पर स्वादानुसार नामक डालें।
  • बाद में उसमें स्वादानुसार नींबू का रस डालें।
  • फिर इसे अच्छे से मिला लें।

2. सूप

सामग्री :

  • 50 ग्राम सेलरी (कटा हुआ)
  • दो आलू (कटे हुए)
  • एक प्याज (बारीक कटा हुआ)
  • दो हरी मिर्च (बारीक कटी हुई)
  • नमक (स्वादानुसार)
  • दो चम्मच जैतून का तेल
  • तीन कप पानी

बनाने की विधि :

  • सबसे पहले पैन में दो चम्मच तेल को लेकर गर्म कर लें।
  • तेल गर्म होने के बाद उसमें कटा हुआ प्याज डालें।
  • गुलाबी होने तक प्याज को भूनें।
  • अब इसमें कटा हुआ सेलेरी, आलू के टुकड़े और नमक डालकर अच्छे से मिला लें।
  • अब इसमें पानी डालकर अच्छे से मिलाएं।
  • 10 से 15 मिनट के लिए इसे किसी प्लेट से ढक दें और आंच को मीडियम कर दें।
  • समय पूरा होने पर पैन उतार लें और किसी बाउल में परोस कर गरमागरम सूप का आनंद लें।

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सलाद और सूप के बाद हम जानेंगे कि सेलेरी का जूस कैसे तैयार किया जा सकता है।

अजमोद (सेलेरी) का जूस कैसे बनाएं – How to Make Celery Juice in Hindi

नीचे जानें सेलेरी का जूस बनाने की विधि –

सामग्री :

  • सेलेरी करीब 50 ग्राम
  • आधा कटा हुआ नींबू
  • नमक स्वादानुसार
  • आधा गिलास पानी

बनाने की विधि :

  • ग्राइंडर में सेलेरी और पानी को डालें।
  • उसके बाद उसे अच्छे से ग्राइंड कर लें।
  • फिर निकले हुए जूस को सूती कपड़े या छन्नी की मदद से छान लें।
  • अब इसे गिलास में निकाल कर स्वादानुसार नमक और नींबू का रस मिलाएं।

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लेख के अगले भाग में अब हम आपको सेलेरी को सुरक्षित रखने का आसान तरीका बताएंगे।

अजमोद (सेलेरी) का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?

निम्न बिंदुओं के माध्यम से हम सेलेरी को सुरक्षित रखने के आसान तरीकों को समझ सकते हैं।

  • सामान्य रूप से ताजा सेलेरी की पत्तियों को फ्रिज में रखकर करीब दो हफ्तों के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है।
  • वहीं, इन पत्तियों के छोटे टुकड़ों को एयरटाइट कंटेनर में रख फ्रिज में रखने से इन्हें दो हफ्तों से अधिक समय के लिए सुरक्षित किया जा सकता है।
  • महीने भर से अधिक समय के लिए सुरक्षित करना चाहते हैं, तो सेलेरी की पत्तियों को सुखाकर एयरटाइट कंटेनर में रखा जा सकता है।
  • महीने भर से अधिक समय के लिए सुरक्षित करने के लिए सेलेरी के टुकड़ों को एयरटाइट बैग में जैतून के तेल के साथ जमाने की सलाह दी जाती है।
  • हालांकि, यदि अजवाइन में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट का फायदा लेना चाहते हैं तो ताजा ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि जैसे यह पुराना होता जाता है इसका एंटीऑक्सिडेंट नष्ट होता जाता है।

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लेख के अगले भाग में अब हम अजमोद के नुकसान के बारे में बात करेंगे।

अजमोद के नुकसान – Side Effects of Celery in Hindi

अजमोद के निम्नलिखित नुकसान देखे जा सकते हैं –

  • सेलेरी के जूस का सेवन अगर अधिक मात्रा में किया जाता है, तो इससे फोटो टॉक्सिसिटी यानी त्वचा संबंधी एलर्जी या अन्य समस्याएं हो सकती हैं (21)।
  • सेलेरी का अधिक मात्रा में सेवन किडनी में पथरी का कारण भी बन सकता है, इसलिए इसका सीमित इस्तेमाल ही करना चाहिए (22)। बेहतर है इसका सेवन सिमित मात्रा में ही करना चाहिए क्योंकि इसमें ऑक्सलेट होता है।
  • बाजार में आने वाले सेलेरी पाउडर का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। कारण यह है कि इसमें कई अनावश्यक तत्वों की अधिकता के साथ कुछ हानिकारक पदार्थ भी मिले हो सकते हैं। इनका शरीर पर बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है, लेकिन इस संबंध में पुख्ता प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं।
  • जो डायबिटीज पेशेंट इंसुलिन पर निर्भर हैं, उन्हें इसके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए। कारण यह है कि सेलेरी के बीज में ब्लड शुगर कम करने की क्षमता होती है। इसकी अधिक मात्रा से ब्लड शुगर अत्यधिक कम होने का खतरा बना रहता है (11)।

सेलेरी के फायदे और उपयोग को समझने के बाद बेशक आप भी सेलेरी जूस के फायदे जरूर हासिल करना चाहेंगे। ऐसे में आप लेख में सुझाए गए इसे इस्तेमाल में लाने के तरीकों को अपना सकते हैं। वहीं, सेलेरी को इस्तेमाल में लाने से पूर्व लेख में शामिल अजमोद के नुकसान को जरूर ध्यान में रखें, क्योंकि अधिक मात्रा या कुछ खास स्थितियों में इसका सेवन कुछ दुष्परिणाम भी प्रदर्शित कर सकता है। आशा करते हैं कि यह लेख आपको कई गंभीर समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करेगा। स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी ही अन्य ज्ञानवर्धक जानकारी पाने के लिए पढ़ते रहें स्टाइलक्रेज।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

मुझे एक दिन में कितना सेलेरी खाना चाहिए?

सामान्य रूप से एक दिन में करीब दो मध्यम आकार के सेलेरी की डंठल का सेवन किया जा सकता है (23)। इस संबंध में आप चाहें, तो डाइटिशियन से भी संपर्क कर सकते हैं।

क्या सेलेरी लिवर के लिए अच्छा है?

सेलेरी का उपयोग लिवर को सुरक्षा प्रदान करने का काम कर सकता है। इस बारे में आपको लेख में पहले ही बताया जा चुका है। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि यह लिवर के लिए अच्छा है (5)।

क्या सेलेरी और पीनट बटर आपके लिए अच्छे हैं?

सेलेरी और पीनट बटर का संयोजन हेल्दी स्नैक्स में शामिल है (24)। इसलिए, इसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जा सकता है।

सेलेरी खाने और इसका अधिकतम स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

ताजा सेलेरी की पत्तियों का जूस इसके स्वास्थ्य लाभ पाने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है।

सेलेरी कहां उगाई जाती है?

लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि सेलेरी की पैदावार मुख्य रूप से मध्य-पूर्वी यूरोप और अमेरिका में होती है। इसलिए, इसे भारत में ठंडी और नमी वाले क्षेत्रों में उगाया जाता है।

सेलेरी का कौन सा भाग हम खाते हैं?

आमतौर पर हम सेलेरी का तना और पत्तियों को खाने के लिए इस्तेमाल में लाते हैं।

क्या सेलरी वापस बढ़ती है?

हां, सेलेरी को उसके तनों से काटा जाता है और उसकी जड़ों को जमीन में लगे रहने दिया जाता है। ऐसे में सेलेरी के तने फिर से बढ़ने लगते हैं। यह एक सामान्य प्रक्रिया है।

सेलेरी का ऊपरी भाग क्या है?

सेलरी का ऊपरी उसका पत्ती युक्त तना है, जिसे खाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है।

क्या आप सेलेरी की पत्तियां खा सकते हैं?

हां, बिलकुल हम खाने के लिए सेलेरे के तने और पत्तियों को ही इस्तेमाल में लाते हैं।

सेलेरी को कैसे फ्रिज किया जा सकता है?

लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि एयरटाइट बैग में जैतून के तेल के साथ सेलेरी के टुकड़ों को रखकर फ्रिज किया जा सकता है।

क्या सेलेरी एक सुपरफूड है?

सेलेरी के फायदों को देखते हुए इसे एक सुपरफूड कहा जा सकता है।

क्या सेलरी पेट का वजन कम करने में मदद करता है?

लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि सेलरी का उपयोग वजन कम करने में मदद कर सकता है (5)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि पेट के वजन को कम करने में भी यह सहायक हो सकता है।

सेलेरी का रस गुर्दे की पथरी का कारण हो सकता है?

नहीं, सेलेरी का अर्क पथरी को तोड़कर बहार निकालने में मददगार माना जाता है (25)। हालांकि, इसमें ऑक्सलेट होता है और इसके अधिक से सेवन से यह किडनी स्टोन का जोखिम कारक भी बन सकता है। ऐसे में बेहतर किडनी स्टोन के लिए सेलेरी जूस पर निर्भर करने के बजाय डॉक्टरी परामर्श को प्राथमिकता दें।

क्या होगा अगर सेलेरी को प्रतिदिन खाया जाए?

बेशक, संतुलित मात्रा में सेलेरी का सेवन प्रतिदिन करने से इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ हासिल किए जा सकते हैं, लेकिन अधिक मात्र में इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। सेलेरी के नुकसान के बारे में आपको लेख में पहले ही बताया जा चुका है।

रोज सुबह सेलेरी का जूस पीने से क्या होता है?

नियमित रूप से रोज सुबह सेलेरी का जूस पीने से आप लेख में बताए गए सभी स्वास्थ्य संबंधी सेलेरी या सेलेरी जूस के फायदे हासिल कर पाएंगे।

क्या रात में सेलेरी का जूस पिया जा सकता है?

सेलेरी जूस को रात में न लेने संबंधी कोई प्रमाण नहीं मिलता है, इसलिए सेलेरी जूस के फायदे हासिल करने के लिए इसे रात में लेने में फिलहाल कोई हर्ज नहीं है। फिर भी सुरक्षा के नजरिए से रात में सेलेरी जूस का सेवन करने से पहले इस बारे में डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।

त्वचा के लिए सेलेरी का इस्तेमाल करने से क्या सब हो सकता है?

सेलेरी के जूस में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाली क्षति से बचाने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, सेलेरी का जूस त्वचा को निखार कर उसे फायदा पहुंचता है (19)।

क्या गठिया के लिए अजमोद का इस्तेमाल फायदेमंद है?

हां, सेलेरी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के साथ गठिया के लिए भी लाभकारी है। एक शोध के अनुसार, अजमोद में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है, जो गठिया के कारण घुटनों में होने वाली सूजन और दर्द से राहत दिला सकता है (17)।

क्या सेलेरी से गैस की समस्या हो सकती है?

नहीं, सेलेरी में कार्मिनेटिव यानी कि गैस की समस्या से राहत दिलाने वाला प्रभाव होता है, जिस वजह से यह गैस की समस्या दूर करने में मदद कर सकती है (2)।

Sources

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