100+ उलझन शायरी – Confusion Quotes In Hindi | कन्फ्यूजन शायरी | Confusion Shayari

Written by , MA (Mass Communication) Aviriti Gautam MA (Mass Communication)
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जीवन में कई बार ऐसी स्थिति आती है जब हम उलझन में पड़ जाते हैं कि क्या करें और क्या न करें। इसी उलझन के चलते कई काम अधूरे रह जाते हैं, तो कुछ काम बिगड़ जाते हैं। ये दुविधा ऐसी होती है कि जिसके बारे में दूसरों को बताने की सोचें, तो भी इसे बयां करने के लिए शब्द नहीं मिल पाते। इस तरह की कन्फ्यूजन भरी परिस्थिति और हालात के लिए हम उलझन शायरी और कन्फ्यूज्ड कोट्स लेकर आए हैं।

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चलिए, शुरू करते हैं 100 से भी ज्यादा नए उलझन शायरियों और कोट्स का सिलसिला।

100+ Quotes On Confusion Between Heart And Mind : उलझन कोट्स | Confusion Shayari In Hindi

100+ Quotes On Confusion Between Heart And Mind उलझन कोट्स Confusion Shayari In Hindi
Image: Shutterstock

जीवन के कई सारे चरणों में इंसान को उलझन और दुविधा होती है। उन्हीं स्थितियों के अनुसार नीचे हम कन्फ्यूज्ड कोट्स, शायरी और मैसेज लेकर आए हैं। इन्हें हमने लेख में पांच अलग-अलग भागों में बांटा है। सबसे पहले हम रिश्तों को लेकर उलझन कोट्स लेकर आए हैं।

रिश्तों में उलझन के बारे में कोट्स – Quotes About Confusion In Relationships

अक्सर रिश्तों में उलझकर कई ऐसी चीजें होती हैं, जिसे हम किसी को बयां न करके पीछे छोड़ देते हैं। ऐसे में अगर कोई रिश्तों में उलझ गया है, तो उस स्थिति को इन कोट्स की मदद से अपनों के साथ शेयर कर सकते हैं।

  1. उससे दूर रहता हूं, तो सब कुछ बोल पाता हूं,
    पास जाता हूं, तो दिल की बातें नहीं बोल पाता हूं,
    ये कैसी उलझन है मेरे प्यार को लेकर,
    जिसे मैं ठीक से सुलझा नहीं पाता हूं।
  1. तुमने कभी मुझे बताया भी नहीं,
    न ही तुमने मुझसे कभी छुपाया,
    कुछ उलझन में था मैं जिंदगी के
    इसलिए तेरे प्यार को न देख पाया।
  1. तेरे प्यार को लेकर उलझन में था मैं,
    जिसे मैं समय पर सुलझा नहीं पाया,
    जब उलझन दूर हुई मेरी,
    तब मैंने खुद को तुमसे दूर पाया।
  1. तुम्हें रिश्तों को मजबूत बनाना है,
    तो हमारी उलझन को सुलझाना होगा,
    आपस में दूरी न आए,
    इसलिए हर उलझन को शेयर करना होगा।
  1. तेरे प्यार के जाल में कभी-कभी उलझ जाता हूं,
    इस उलझन में भी तुम्हें अपने साथ पाता हूं,
    फिर भी तुमसे कितना प्यार है मुझे,
    ये बात कभी भी तुमसे नहीं कह पाता हूं।
  1. उलझन में प्यार जाहिर न करने पर, बाद में पछताते हैं,
    ऐसे लोग अपनों के बीच में भी, खुद को अकेले पाते हैं।
  1. दिल में तेरी आरजू है,
    मेरे ख्वाबों ख्यालों में तू है,
    फिर भी अपना प्यार जाहिर नहीं कर पाता हूं,
    ऐसी भी क्या मेरी मजबूरी है।
  1. अपनी प्रेमिका से बातें छुपानी नहीं है मुझे,
    दिल में जो उलझन है वो सब बतानी है तुझे,
    फिर तू मुझे अपना या न, ये तेरी मर्जी है,
    पर मेरी कन्फ्यूजन को तेरे साथ शेयर करना है मुझे।
  1. मेरे प्यार को समझ ले और दूरी मिटा दे,
    अपनी सारी उलझन को अब तू सुलझा ले।
  1. उसे पाने का ख्वाब अधूरा रह जाएगा,
    जब तक उलझन से निकल नहीं पाएगा,
    अपने उलझन को दूर करके तो देख,
    दोनों के बीच रिश्ता बन जाएगा।
  1. तेरा जीवन संवर जाएगा,
    टूटा रिश्ता जुड़ जाएगा,
    जब तू अपने उलझन को,
    चाहने वालों को बताएगा।
  1. तुम्हें देखने का दिल करता है,
    पर दिमाग दूरी बनाए रखता है,
    ये कैसी उलझन है मेरी,
    जो मुझे मेरे प्यार से दूर रखता है।
  1. वो बताना भी नहीं चाहती है,
    और छिपना भी नहीं चाहती है,
    बड़ी ही उलझन में है वो,
    इसलिए, कुछ नहीं कह पाती है।
  1. उनके दीदार को आंखें तरसती हैं,
    हर वक्त उनकी ही राहें तकती हैं,
    पास जब आती हो तो कुछ समझ नहीं आता है,
    दिल उससे एक पल भी दूर नहीं रह पाता है।
  1. तेरी दीदार को आंखें तरसती हैं,
    इन आंखों में तू ही बस्ती है,
    फिर एकदम से दिमाग शोर करता है,
    ये वो लड़की नहीं है, जिसे तू चाहता है,
    पता नहीं क्यों मेरा दिल कुछ और दिमाग कुछ और चाहता है।
  1. मैं ऐसी उलझन में हूं,
    कि पता नहीं दिल को समझाऊं या दिमाग को,
    दिल उसके साथ रहना चाहता है,
    दिमाग उससे दूर जाना चाहता है।
  1. तेरी इश्क की खवाहिश लिए जी रहा था,
    तेरे दिए गम तन्हाई में बैठकर पी रहा था,
    फिर पता चला की मैं तो पहले से ही सिंगल हूं,
    तो ये किस रिश्ते के लिए रो रहा था।
  1. तेरे लिए मैं हर पल तड़पता हूं,
    तेरे सीने में दिल बनकर धड़कता हूं,
    तुझे एहसास नहीं है इस बात का,
    मैं तुझसे कितनी मोहब्बत करता हूं।
  1. मैं सोचता हूं कि कह दूं तुझे,
    तेरे बिना रह नहीं सकता,
    मैं खुद में ही उलझा हुआ हूं
    इसलिए ये मैं कह नहीं सकता।
  1. अपनी उलझन को अपने तक ही रखा मैंने,
    अपनी मोहब्बत को सपने तक ही रखा मैंने,
    आजतक बस एक बात समझ नहीं पाया मैं,
    वो मोहब्बत ही है या कोई सपना देखा था मैंने।

लेख पढ़ते रहें

अब हम उलझे हुए दिमाग पर लिखे हुए उलझन कोट्स लेकर आए हैं।

कन्फ्यूज्ड माइंड के लिए कोट्स- Quotes On Confused Mind

कन्फ्यूज्ड माइंड के लिए कोट्स- Quotes On Confused Mind
Image: Shutterstock

दिमाग में उलझन रहने पर हम कुछ ऐसे काम कर बैठते हैं, जिसकी कभी आशा ही नहीं करते हैं। ऐसे ही उलझन शायरियां हम नीचे बता रहे हैं।

  1. दिमाग में क्या चल रहा है, तुम्हें कैसे बताऊं,
    मुझे समझ नहीं आ रहा, तुम्हें कैसे समझाऊं।
  1. मुझे समझ नहीं आ रहा है,
    इंटरनेट फ्री है या हम,
    दिन भर नेट में लगे रहते है
    समय व्यर्थ होने का नहीं है गम।
  1. नासमझ होने की एक बात अच्छी है कि उलझन नहीं होती है,
    जब से समझदार हुए हैं, उलझनें कम नहीं होती हैं।
  1. कई बार मेरे दिल में ऐसा ख्याल आता है,
    दिमाग होने पर भी, दिल में ख्याल क्यों आता है।
  1. दिल में अजब ख्याल आते हैं,
    दिमाग से पूछना चाहता है,
    सोचने समझने का काम तेरा है,
    फिर मुझपर ये बोझ क्यों आता है।
  1. वो खुद को खुली किताब कहती है,
    पर उसे नहीं पता था,
    मुझे पढ़ना नहीं आता,
    छोटी सी बात मेरे दिमाग में उलझ जाती है।
  1. सुबह के अलार्म की जगह शाम का लगा दिया,
    पता नहीं दिमाग क्यों मुझे इस तरह से धोखा दे गया।
  1. दिमाग में क्या चल रहा है,
    समझ ही नहीं आ रहा है,
    ये कैसी उलझन है,
    जो और मुझे उलझा रहा है।
  1. दिमाग ने दिल से कहा कि याद रखना मेरा काम है,
    फिर दिल तू उसे क्यों याद करता है,
    जो तुझे छोड़कर चली गई,
    उससे मिलने का फरियाद क्यों करता है।
  1. मुझे समझ नहीं आ रहा है कि जीवन में उलझन है,
    या उलझन ही अब जिंदगी बन गई है।
  1. वो मुझे याद नहीं करती है,
    मैं कंफ्यूजन में हूं कि ऐसा करने के पीछे
    उसकी नीयत खराब थी या तबियत खराब थी।
  1. कभी मकड़ी नहीं फंसती अपने जालों में,
    मैं फंसा हुआ हूं अपने ही ख्यालों में,
    कुछ सवाल हैं मेरे मन में,
    और मैं उलझा हुआ हूं उन्हीं सवालों में।
  1. अब तो मुझे मेरी ही बातें समझ नहीं आती हैं,
    जो भी बोलता हूं वो दिमाग के ऊपर से चली जाती हैं।
  1. अजीब हालत हो गए हैं मेरे,
    पता ही नहीं चल रहा है,
    कि दिमाग में क्या चल रहा है,
    और जीवन में क्या चल रहा है।
  1. क्या सपना है और क्या हकीकत,
    कुछ खबर नहीं है मुझे,
    ख्याली दुनिया में खो गया हूं,
    अब असलियत क्या बताऊं तुझे।
  1. दिमाग में अलग दुनिया की कल्पना चलती रहती है,
    जिस दुनिया में है उसके बारे में सोच ले, दिल से आवाज आती है।
  1. नवाबों की तरह रहता था मैं,
    अब फकीरों की तरह जिंदगी हो गई है,
    हर काम में उलझन की वजह से,
    काफिरों-सी जिंदगी हो गई है।
  1. किसी काम में दिमाग नहीं लगता है,
    बस उलझन में फंसा रहता है,
    उलझन में होने पर भी सब ठीक है,
    ऐसा दिमाग मुझसे कहता है।
  1. हर वक्त मूड स्विंग होता है,
    कभी दिल हंसता है, तो कभी रोता है,
    ए-दिमाग मुझे इतना तो बता दे,
    कि ऐसा मेरे साथ क्यों होता है।
  1. दिल और दिमाग की जंग में दिल जीत जाता है,
    क्योंकि दिमाग हर बारी उलझन में फंस जाता है।

नीचे और कोट्स हैं

अब आगे बढ़ते हुए पढ़िए जीवन से जुड़ी उलझन शायरी।

जीवन के उलझन पर शायरी – Confused About Life Quotes

जीवन के उलझन पर शायरी - Confused About Life Quotes
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जीवन में कुछ ऐसे पड़ाव आते हैं, जिन्हें शायरियों के जरिए बयां कर सकते हैं। वैसे ही जीवन के उलझन को बताने के लिए नीचे बताई गईं शायरियों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

  1. जिंदगी का सफर चल तो रहा है,
    मगर मंज़िल का ठिकाना नहीं,
    सफर में निकल गए है पर,
    कहा जाना है ये पता नहीं।
  1. उलझन की जिंदगी बोझ की तरह होती है,
    इसलिए, उलझन को दूर करो, जीवन में खुशियां भरो।
  1. वो हमारे जीवन में आई है,
    साथ में उलझन लाई है,
    हर दिन देता दिल दुहाई,
    ऐसी बला मेरी जिंदगी में क्यों आई है।
  1. अभी तो मैंने जीना शुरू किया है, मुझे यूं ही जीने दो,
    जिंदगी के उलझन में लाकर ग़म का जाम न पीने दो।
  1. जिन्दगी की उलझन को सुलझाना है,
    हर काम में कामयाबी पाना है,
    थक कर कहीं भी नहीं रुकना है,
    बस जीवन में आगे बढ़ते जाना है।
  1. मेरा जीवन अब बदल-सा गया है,
    समझ नहीं आता कि क्या गलत और क्या सही,
    कुछ सवाल थे जिंदगी को लेकर,
    अब वो भी उलझन में फंस गए हैं।
  1. जिंदगी को अच्छे से जानना है,
    जीवन के लक्ष्य को पहचानना है,
    कोई उलझन न रोक सके आगे बढ़ने से,
    इसलिए, हर उलझन को सुलझाना है।
  1. जीवन को कंट्रोल करना मुश्किल हो गया है,
    और उलझन में पड़ना आसान,
    कई बार इसी उलझन के कारण,
    चली जाती है कई लोगों की जान।
  1. ये जीवन बिता दिया खुद को समझने में,
    हर उलझन को दूर करने में,
    फिर भी उलझन कम नहीं हुई,
    अब जिंदगी ही उलझन बनी गई।
  1. जीवन की उलझन को समय पर सुलझा लेना चाहिए,
    रूठे हुए अपनों को मना लेना चाहिए,
    जिंदगी नहीं मिलेगी दोबारा,
    हर पल को हंसते-हंसते बिताना चाहिए।
  1. जीवन में हमेशा कई उलझनें आएंगी,
    ये उलझनें कामयाबी में रुकावट बन जाएंगी,
    इसलिए, चट्टान की तरह आगे बढ़ना है,
    इससे उलझन दूर हो जाएगी।
  1. अपने फैसले लेना सीखना होगा,
    अपना नसीब खुद से लिखना होगा,
    यह तब पूरी तरह संभव होगा,
    जब उलझनों का पहाड़ दूर होगा।
  1. जीवन की उलझन से निकलना है,
    अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना है,
    थक कर राह पर रुकना नहीं है,
    पीछे मुड़कर देखना नहीं है।
  1. कामयाबी पाने के लिए उलझन को दूर करना होगा,
    एक ही राह ठानकर उस पर ही चलना होगा।
  1. उलझन की जिंदगी किसी को नहीं भाती है,
    इससे निकलकर ही जिंदगी आसान बन जाती है।
  1. दास्तां-ए-जिंदगी की यही कहानी है,
    बिना उलझन यूहीं जिंदगी बितानी है।
  1. हंसते हुए बिताओं अपनी जिंदगी,
    उलझन को दूर करों कह रही ये जिंदगी।
  1. मेरा मन उदास रहता है,
    ये जीवन उदास रहता है,
    जब तक जीवन में,
    साथ उलझनों का पहाड़ रहता है।
  1. जीवन के हर मोड़ पर उलझनें होती हैं,
    नाकामयाबी में तो रूह भी रोती है,
    अब तो हर उलझन को सुलझाना है,
    जीवन को खुशियों से सजाना है।
  1. इंसान के कंफ्यूज होने पर और बल्ब के फ्यूज होने पर,
    कोई भी व्यक्ति ठीक से काम नहीं कर पाता है।

लेख में बने रहें

अब हम लेख के अगले हिस्से में निर्णय लेने में होने वाली उलझनों पर शायरियां बता रहे हैं।

निर्णय लेने में होने वाली उलझन पर शायरी – Quotes About Confusion In Decision

निर्णय लेने में होने वाली उलझन पर शायरी - Quotes About Confusion In Decision
Image: Shutterstock

हर व्यक्ति अपने जीवन में निर्णय लेने में कभी न कभी कन्फूज जरूर हो जाता है. उन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखकर हम नीचे आपके साथ कुछ शायरियां और कोट्स शेयर कर रहे हैं।

  1. जीवन में किस राह पर चलूं कुछ समझ नहीं पा रहा हूं,
    अपने भविष्य के बारे में सोचकर उलझता जा रहा हूं।
  1. हर किसी के जीवन में एक लक्ष्य होता है,
    पर मुझे अपने लक्ष्य का पता नहीं है,
    कुछ उलझन है जीवन में,
    जो निर्णय लेने के लिए सही नहीं है।
  1. क्यों मेरा ये दिल फैसला करने से डरता है,
    क्यों मेरा दिल अब भी उसकी परवाह करता है,
    वो तो छोड़कर चली गई है मुझे,
    फिर क्यों ये दिल उसे भूलने से डरता है।
  1. अगर उलझन न होती, तो मैं ये फैसला कर लेता,
    जो भी हमारे बीच फासला है उसे दूर कर लेता।
  1. तुमसे रिश्ता रखूं या तोड़ दूं,
    यह मेरी उलझन है,
    पर तुम्हारा और मेरा रिश्ता क्या है,
    यह भी मेरे लिए एक उलझन है।
  1. जिंदगी को बस यू हीं जीते जाना,
    बिना उलझन सही फैसले लेते जाना।
  1. जब निर्णय लेने में उलझन हो तो अपनों से सहायता लेना,
    उलझन दूर होने पर मिलने वाली खुशियां का उन्हें भी हिस्सा बना लेना।
  1. कभी भी महत्वपूर्ण निर्णय के लिए उलझन में न रहें,
    जो भी उलझन हो उसे लोगों से खुलकर कहें,
    क्या पता जो आपके लिए उलझन हो,
    उसे कोई और आसानी से सुलझा सके।
  1. जीवन में मुझे क्या बनना है,
    यह मेरे लिए एक उलझन है,
    पर ये उलझन दूर हो जाए,
    तो सही मंजिल चुनना आसान हो जाए।
  1. स्कूल में कौन-से विषय का चयन करना है, यह स्पष्ट होना जरूरी है,
    उलझन में रहकर गलत चयन न करें, विषय भविष्य के लिए जरूरी है।
  1. शादी कब और किसके साथ करनी है,
    इसका फैसला लेने में उलझन होती है,
    पर उलझन में अक्सर गलत निर्णय होता है,
    उलझन दूर कर सही निर्णय लेना जरूरी है।
  1. किस क्षेत्र में करियर बनाना है,
    इस उलझन में उम्र निकल जाती है,
    उलझन को दूर करने वाला ही,
    असल में कामयाब को पाता है।
  1. एक निर्णय लेने में उम्र बिता दी,
    उलझन में रहकर खुद को सजा दी,
    काश मैं अपनी इस उलझन को दूर कर पाता,
    काश मैं उस समय को अपना बना पाता।
  1. जब फैसला करना था,
    तब उलझन में था,
    अब फासला हो गया
    तो उलझन दूर हूं।
  1. जीवन में ऐसे भी पल आएंगे,
    जब खुद के फैसले भी गलत लगेंगे,
    क्योंकि, ये फैसले हमने,
    उलझन में लिए होते हैं।
  1. तेरे निर्णय से ही तेरा सम्मान होगा,
    तेरे निर्णय से ही तेरा नाम होगा,
    जीवन में उलझन के बिना निर्णय लेगा,
    तभी तुझसे आगे कुछ अच्छा होगा।
  1. अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए
    तुम्हें उलझन को दूर करना होगा,
    खुद को अपने लक्ष्य पूरा करने के लिए
    जान लगाने के लिए मजबूर करना होगा।
  1. कई विकल्प के चलते उलझन में फंस जाते हैं,
    फिर उस विकल्प में से किसी को भी नहीं चुन पाते हैं,
    बाद में निर्णय न लेने को लेकर पछताते हैं।
  1. मोहब्बत में तो कई उलझन होती हैं,
    पर उलझन को दूर करना चाहिए,
    उलझन में रहकर प्यार को दूर नहीं करना चाहिए,
    हमेशा के लिए तड़पने के लिए खुद को मजबूर नहीं करना चाहिए।
  1. एक पल में रिश्ते खत्म हो जाते हैं,
    जब समय पर सही निर्णय कर नहीं पाते हैं,
    जिंदगी की उलझन में फंसकर,
    हमेशा के लिए अकेले रह जाते हैं।

लेख अंत तक पढ़ें

अब हम दो लाइनों में ही बेहतरीन कन्फ्यूजन शायरी बता रहे हैं।

दो लाइन कन्फ्यूजन शायरी – Two line Confusion Shayari

लोग अक्सर कहते हैं कि कम शब्द में सही बातें कही जा सकती हैं। चलिए, आगे कन्फ्यूजन पर दो लाइन की शायरी पढ़ते हैं।

  1. जीवन में क्या चल रहा है, कोई सूझ नहीं है,
    कुछ है तो बस उलझन ही उलझन है।
  1. कोई जीवन की उलझन सुलझा दो,
    या इसे सुलझाने का तरीका बता दो।
  1. दिन को भी रात समझ लेता हूं,
    इसलिए, रात में जागता और दिन में सो जाता हूं।
  1. हमारे बीच प्यार था या कंफ्यूजन,
    मैं आज तक समझ नहीं पाया।
  1. मैं बस उसके ग़म में पिए जा रहा था,
    पर किसके ग़म में पी रहा था ये समझ नहीं आ रहा था।
  1. वो आकर चली गई जिसकी मुझे खबर नहीं,
    मैं उलझन में था, इसलिए उसके जाने का ग़म नहीं।
  1. ये क्या हो रहा है मेरे साथ, मुझे कोई बता दो,
    बहुत समय से उलझन में हूं, कोई इससे निकाल दो।
  1. कुछ कहना था मुझे पर मैं वो भूल गया,
    इस उलझन में सबकुछ मुझसे दूर हो गया।
  1. प्यार में हद से गुजर गया था,,
    उलझन में दोस्ती थी या प्यार ये भूल गया था।
  1. आपके लिए शब्द नहीं मिलते हैं,
    मेरी उलझन की तरह ही शब्द भी उलझ जाते हैं।
  1. अब सुकून नहीं मिलता हैं मुझे,
    बहुत उलझन में हूं मैं, अब कैसे बताऊं तुझे।
  1. कोई मेरी उलझन दूर कर दो,
    जीवन में मेरी खुशियां भर दो।
  1. दिन हो या रात उससे होती है बात,
    पता नहीं वो कौन है, जिससे होती है इतनी बात।
  1. उलझन में फंसकर सब खो दिया,
    सब खोने के बाद तो मैं खुद रो दिया।
  1. हमारे बीच रिश्ता क्या है, ये मुझे बता दे,
    जो भी है दूरी हमारे दरमियान उसे मिटा दे।
  1. वो कहती है कि मुझे चाहती है,
    पर वो मुझसे मिलना नहीं चाहती है।
  1. ये कैसी उलझन है, जो मुझे सता रही है,
    पहले से ही कन्फ्यूज्ड हूं, ये कन्फ्यूजन बढ़ा रही है।
  1. उलझन यह है कि मुझे क्या करना है,
    रुक जाना है या कामयाबी की राह पर बढ़ना है।
  1. मुझे प्यार होने लगा है तुमसे,
    पर कौन हो तुम ये सवाल है खुद से।
  1. क्या तुम मेरी उलझन को दूर कर सकते हो,
    क्या तुम मेरी तरह अपनों के लिए लड़ सकते हो।
  1. मेरी उलझन ने मेरी मोहब्बत को मुझसे दूर कर दिया,
    खुश था मैं पहले बहुत, अब इसने आंखों में आंसू भर दिया।

हमेशा इस बात को ध्यान में रखना होगा कि उलझनों के साथ जिंदगी नहीं बिताई जा सकती है, इसलिए इसे हमेशा खत्म करना जरूरी है। कभी भी उलझन होने लगे, तो इन शायरियों और कोट्स की मदद से उसे बयां कर दें। ऐसा करने से अपनी उलझन के बारे में दूसरों को बता सकते हैं। ये उलझन शायरियां और कोट्स पसंद आई हों, तो इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें।

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