
गोखरू के फायदे, उपयोग और नुकसान – Gokhru Benefits, Uses and Side Effects in Hindi
कई जंगली पौधे हमारे घर के आसपास या घर के गार्डन में ही नजर जाते हैं, जिनमें गोखरू का पौधा भी है। यह जंगली पौधे की तरह ही दिखता है, जिसमें पीले रंग के छोटे फूल खिलते हैं और जिसका फल कांटे की तरह होता है। इसका वैज्ञानिक नाम ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस (Tribulus terrestris) है। इसे गोखरू, गुड़खुल और गोक्षुर के नाम से भी जाना जाता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में आपको गोखरू के बारे में ही बताएंगे कि कैसे गोखरू का उपयोग करके आपको गोखरू के फायदे भी मिल सकते हैं और आपने अगर थोड़ी लापरवाही से इसका सेवन किया तो गोखरू के नुकसान भी हो सकते हैं।
गोखरू के स्वास्थ्य से जुड़े कई फायदों के बारे में नीचे बताया जा रहा है, कृपया नीचे दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
विषय सूची
गोखरू के फायदे – Benefits of Gokhru in Hindi Tribulus terrestris
1. खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद
गोखरू का सबसे बड़ा फायदा खिलाड़ियों के लिए माना जाता है। दरअसल, गोखरू में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी व एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। साथ ही गोखरू को शारीरिक क्षमता बढ़ाने में प्रभावी माना गया है। गोखरू का सेवन खिलाड़ियों को हृदय संबंधी समस्याओं से भी बचाकर रख सकता है (1), (2)। विशेषज्ञों के द्वारा किए गए अध्ययन में देखा गया है कि गोखरू का सेवन शारीरिक क्षमता बढ़ाने, खासकर वजन उठाने वाले खिलाड़ियों में सक्रिय भूमिका निभा सकता है (3)।
2. सीने के दर्द में राहत
अगर सीने में दर्द शुरू हो जाए, तो सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है, लेकिन घबराइए नहीं, क्योंकि गोखरू यहां भी लाभदायक हो सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के जरिए माना गया है कि गोखरू का उपयोग ‘फुलनेस इन दी चेस्ट’ ( सीने का सिकुड़ना और दर्द ) की समस्या से राहत दिला सकता है (4)।
3. एक्जिमा
एक्जिमा को एटॉपिक डर्मेटाइटिस (Atopic dermatitis) के नाम से भी जाना जाता है। इस स्थिति में त्वचा पर खुजली होती है और घाव भी हो सकते हैं (5)। गोखरू का उपयोग इस समस्या से भी राहत दिलाने के काम आ सकता है। एक्जिमा एक इंफ्लेमेटरी त्वचा समस्या की श्रेणी में आता है, जबकि गोखरू के फल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जो एक्जिमा के खतरे को कम कर सकता है (6)। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, गोखरू के फल एक्जिमा से प्रभावित त्वचा को ठीक करने का काम कर सकता है (7)।
4. इरेक्टल डिसफंक्शन
कुछ पुरुषों में इरेक्टल डिसफंक्शन की समस्या होती है। इस समस्या से पीड़ित पुरुषों को यौन संबंध बनाते समय परेशानी होती है (8)। विशेषज्ञों के द्वारा किए गए एक शोध के अनुसार यह देखा गया कि गोखरू का उपयोग करने से यह शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर (estosterone levels) में वृद्धि कर सकता है, जो पुरुषों के लिंग को सक्रिय करने में मदद कर सकता है (2)।
5. इनफर्टिलिटी
इनफर्टिलिटी ऐसी समस्या है, जिसमें महिला गर्भ नहीं धारण कर पाती है (9)। गोखरु के फायदे को ध्यान में रखते हुए इसका पारंपरिक औषधि के रूप में भी सेवन किया जाता रहा है। एक वैज्ञानिक अध्ययन में बताया गया है कि गोखरू के फल में ऐसा गुण पाया जाता है, जिसके सामान्य सेवन से ही हार्मोन के स्तर में बढ़ोत्तरी हो सकती है। शोध के अनुसार, यह ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (luteinizing hormone) और गोनैडोट्रोपिन-रिलीजिंग हार्मोन ( gonadotropin-releasing Harmone) को बढ़ाकर टेस्टोस्टेरोन को बढ़ा सकता है। यह हार्मोन, प्रजनन क्षमता को सुधारने के प्रभावी रूप से कार्य कर सकता है (10)।
नोट – टेस्टोस्टेरोन मुख्य रूप से पुरुषों में पाया जाने वाला हार्मोन है, जो महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा कम मात्रा में पाया जाता है। इसके स्तर पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि टेस्टोस्टेरोन का बढ़ा हुआ स्तर महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है (11)।
6. यौन समस्याएं
जैसा कि अभी आपको हमने बताया कि गोखरू का सामान्य सेवन ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (luteinizing hormone) और गोनैडोट्रोपिन-रिलीजिंग हार्मोन ( gonadotropin-releasing Harmone) को बढ़ाकर टेस्टोस्टेरोन (testosterone) को बढ़ा सकता है। इससे इनफर्टिलिटी की समस्या खत्म हो सकती है। इसके अतिरिक्त, यह हार्मोन लिबिडो (यौन क्रिया की क्षमता और इच्छाशक्ति) को बढ़ाने का काम भी कर करता है, जिससे यौन समस्याओं को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है (10)।
एक अन्य वैज्ञानिक रिसर्च में पाया गया है कि यौन संतुष्टि की क्षमता के लिए गोखरू का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है (12)।
7. यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन
यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) यूरिनरी क्रिया को संपन्न करने वाले किसी भी अंग से जुड़ा हो सकता है (13)। गोखरू का गुण यूरिनरी क्रिया में हो रही परेशानी को ठीक कर सकता है (12)। इसमें यूरोलिथियासिस (Urolithiasis – किडनी, मूत्राशय, या मूत्रमार्ग में पथरी बनने की प्रक्रिया) का खतरा हो सकता है।
एक वैज्ञानिक जांच के दौरान पता चला कि गोखरू में मौजूद टैनिक एसिड (tannic acid), डायोसजेनिन (diosgenin) और क्वेरसेटिन (quercetin) तत्व यूटीआई की समस्या को न केवल ठीक कर सकते हैं, बल्कि इस समस्या से सुरक्षा भी प्रदान कर सकते हैं (2)।
8. सेहत बनाने के लिए
सेहत बनाने के लिए भी गोखरू का उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि यह आपकी सेहत में प्रभावशाली असर दिखा सकता है। सेहत बनाने के लिए गोखरू के फायदे को ध्यान में रखते हुए किए गए एक वैज्ञानिक रिसर्च में बताया गया है कि गोखरू के अर्क का उपयोग ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन को बढ़ाता है, जो शरीर की मांसपेशियों को मजबूत और शारीरिक ताकत को बढ़ाने में मदद कर सकता है (10), (12)।
एक अन्य वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, रेड ब्लड सेल्स को बनाने, रक्त प्रवाह में सुधार लाने और अच्छे ऑक्सीजन प्रवाह में भी गोखरू मदद कर सकता है (12)।
9. त्वचा के लिए
गोखरू के फायदे त्वचा को चमकदार बनाने के भी काम आ सकते हैं। दरअसल, गोखरू के अर्क का इस्तेमाल कर क्रीम तैयार की जाती, जिसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-वायरल गुण होते हैं। यह क्रीम त्वचा के लिए लाभदायक हो सकती है (14)।
लेख के अगले भाग में जानते हैं कि गोखरू में कौन-कौन से पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं।
गोखरू के पौष्टिक तत्व – Gokhru Nutritional Value in Hindi
पौष्टिक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 15.0g |
प्रोटीन | 1.3g |
फैट | 0.52g |
विटामिन सी | 14.2g |
कैल्शियम | 19.92g |
फ्लेवोनोइड | 59 μg |
नोट– गोखरू में मौजूद पौष्टिक तत्वों के संबंध में अभी तक कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
पौष्टिक तत्वों को जानने के बाद आइए, लेख के इस भाग में जानते हैं कि गोखरू को किस प्रकार से उपयोग किया जा सकता है।
गोखरू का उपयोग – How to Use Gokhru in Hindi
गोखरू का उपयोग निम्न प्रकार किया जा सकता है।
- गोखरू के पाउडर को पानी के साथ उबालकर पिया जा सकता है।
- गोखरू के सूखे पाउडर और अदरक के पाउडर को मिलाकर एक गिलास पानी में उबाल लें और
फिर इसका सेवन कर सकते हैं। - गोखरू के अर्क का सेवन किया जा सकता है।
- गोखरू का अर्क त्वचा पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
- गोखरु के तने से काढ़ा बनाकर, उसे पिया जा सकता है।
- गोखरू पाउडर को आप मट्ठे के साथ मिलाकर पी सकते हैं।
कब करें : गोखरू का सेवन सुबह और शाम को करना ठीक माना जाता है। इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
कितना सेवन करें : एक छोटा चम्मच गोखरू पाउडर को दिन में आप एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर इसका अधिक मात्रा में या डॉक्टर की सलाह के बिना सेवन किया जाए, तो इसके निम्न नुकसान हो सकते हैं।
गोखरू के नुकसान – Side Effects of Gokhru in Hindi
इसमें कई शक नहीं कि गोखरू एक लाभकारी जड़ी-बूटी है, लेकिन इसके फायदों के साथ इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं –
- कुछ खास स्थितियों में यह हेपटोटोक्सिसिटी (hepatotoxicity खराब लिवर) का कारण बन सकता है (15)।
- इसका अधिक सेवन टेस्टोस्टेरोन को जरूरत से ज्यादा बढ़ा सकता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए घातक
हो सकता है (16)। - महिलाओं की यौन संबंधों में रुचि कम हो सकती है (17)।
- इसका गलत तरीके से किया गया सेवन न्यूरो टॉक्सिसिटी (नर्वस सिस्टम को हानि) का कारण बन सकता है (15)।
अभी आपने पढ़ा कि जंगली जड़ी-बूटी की तरह दिखने वाला गोखरू आपके लिए कितना लाभदायक हो सकता है। अगर आप भी गोखरू के फायदे लेना चाहते हैं, तो बाजार से गोखरू ले आएं, लेकिन इसका सेवन डॉक्टरी सलाह पर ही करें, वरना इसके बताए गए नुकसान भी सामने आ सकते हैं। हमें उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए लाभदायक साबित होगा। लेख से संबंधित अन्य जानकारी और सुझाव के लिए नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हमसे संपर्क करें। हमें आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा, स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियों के लिए पढ़ते रहें स्टाइलक्रेज।
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Somendra Singh
सोमेंद्र ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 2019 में बी.वोक इन मीडिया स्टडीज की है। पढ़ाई के दौरान ही इन्होंने पढ़ाई से अतिरिक्त समय बचाकर काम करना शुरू कर दिया था। इस दौरान सोमेंद्र ने 5 वेबसाइट पर समाचार लेखन से लेकर इन्हें पब्लिश करने का काम भी किया। यह मुख्य रूप से राजनीति, मनोरंजन और लाइफस्टइल पर लिखना पसंद करते हैं। सोमेंद्र को फोटोग्राफी का भी शौक है और इन्होंने इस क्षेत्र में कई पुरस्कार भी जीते हैं। सोमेंद्र को वीडियो एडिटिंग की भी अच्छी जानकारी है। इन्हें एक्शन और डिटेक्टिव टाइप की फिल्में देखना और घूमना पसंद है।ताज़े आलेख