Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

यह तो सभी अच्छी तरह से जानते हैं कि दूध सेहत और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। वहीं, दूध में अगर लहसुन मिला दिया जाए, तो दूध और भी अधिक गुणकारी बन जाता है। भले ही यह बात सुनने में अजीब लगे, लेकिन यह बिल्कुल सच है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम लहसुन वाला दूध पीने के फायदे बता रहे हैं। उससे पहले यह समझना जरूरी है कि दूध में लहसुन पीने के फायदे कुछ समस्याओं में राहत पहुंचा सकते हैं, लेकिन यह उनका उपचार नहीं है। गंभीर बीमारी का उपचार केवल डॉक्टरी इलाज पर निर्भर करता है।

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आइए, सबसे पहले हम लहसुन वाला दूध पीने के फायदे जान लेते हैं।

लहसुन और दूध के फायदे – Benefits of Garlic and Milk in Hindi

लहसुन और दूध को एक साथ लिया जा सकता है, इस बात का कोई स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है। फिर भी कुछ शोध में यह जिक्र जरूर मिलता है कि जो माताएं स्तनपान के दौरान लहसुन का सेवन करती हैं, उनके दूध में लहसुन का कुछ अंश शामिल हो जाता है। इससे बच्चे की दूध पीने में रूचि बढ़ती हैं। साथ ही विभिन्न खाद्य सामग्रियों के स्वाद के प्रति आकर्षण भी बढ़ता है (1)। वहीं, आयुर्वेद में कई शारीरिक समस्याओं के लिए दूध और लहसुन को साथ में लेने की सलाह दी जाती है। इस कारण यहां हम क्रमवार लहसुन और दूध के फायदे बता रहे हैं। इनके माध्यम से गार्लिक मिल्क की उपयोगिता को समझने में कुछ हद तक मदद मिल सकती है।

1. कब्ज से राहत दिलाए

कब्ज की समस्या में दूध में लहसुन पीने के फायदे मददगार हो सकते हैं। इस बात की पुष्टि दो अलग-अलग शोध से होती है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की साइट पर प्रकाशित एक शोध में जिक्र मिलता है कि लहसुन कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (2)। वहीं, दूध से संबंधित अन्य शोध में भी पाया गया कि दूध का सेवन करने से कब्ज के लक्षणों को कुछ हद तक कम करने में मदद मिल सकती है (3)। इस आधार पर माना जा सकता है कि लहसुन और दूध का एक साथ सेवन कब्ज की समस्या में अधिक प्रभावी तरीके से काम कर सकता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि मल में तरल की कमी को पूरा करने में लहसुन वाला दूध सहायक हो सकता है और कब्ज से राहत दिला सकता है।

2.  कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करे

बढ़े हुए कोलेस्ट्रोल की समस्या को नियंत्रित करने के लिए भी लहसुन वाला दूध पीना फायदेमंद हो सकता है। लहसुन और दूध पर किए गए दो अलग-अलग शोध को देखने पर यह बात साफ होती है। अमेरिका की पेनसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के एक शोध के मुताबिक, पुराने लहसुन के अर्क में कोलेस्ट्रोल को कम करने वाला प्रभाव पाया जाता है (4)। वहीं, मैनहटन की कंसास यूनिवर्सिटी के अन्य शोध में जिक्र मिलता है कि वसा रहित दूध का सेवन बढ़े हुए सीरम ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद कर सकता है (5)। इन दोनों ही तथ्यों को देखते हुए यह माना जा सकता है कि लहसुन और दूध के फायदे बढ़े कोलेस्ट्रोल को कम करने में सहायक हो सकते हैं।

3. एसिडिटी में पहुंचाए आराम

एसिडिटी की समस्या से पीड़ित व्यक्तियों के लिए भी दूध में लहसुन पीने के फायदे सहायक हो सकते हैं। दरअसल, एनसीबीआई पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक ठंडा दूध एसिडिटी को कम करने वाला प्रभाव प्रदर्शित करता है (6)। दूसरी ओर एसिडिटी को कम करने वाली सामग्रियों में लहसुन का जिक्र भी मिलता है (7)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि ठंडे दूध में करीब 500 मिलीग्राम लहसुन का पेस्ट मिलाकर लेना एसिडिटी में लाभकारी साबित हो सकता है।

4. सर्दी-खांसी में सहायक

सामान्य सर्दी की समस्या में खांसी और नाक बहने जैसे लक्षण आम हैं (8)। घरेलू उपाय के तौर पर इस समस्या में भी लहसुन को दूध में उबालकर पीने के फायदे हासिल किए जा सकते हैं। दरअसल, सामान्य सर्दी की समस्या से जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि गाय के दूध में लैक्टोफेरिन नाम का एक विशेष प्रोटीन पाया जाता है। इस प्रोटीन के कारण दूध में एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुण मौजूद रहते हैं। इन सभी गुणों की मौजूदगी के कारण दूध का सेवन सामान्य सर्दी से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (9)।

वहीं, लहसुन से जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि यह सामान्य सर्दी को ठीक करने में सहायक हो सकता है, लेकिन इस संबंध में अभी और शोध किए जाने की जरूरत है (10)। इन दोनों तथ्यों को देखते हुए यह माना जा सकता है कि दूध में लहसुन पीने के फायदे कुछ हद तक सर्दी-खांसी से राहत दिलाने में सहायक हो सकते हैं।

5. जोड़ों के दर्द में मददगार

जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए भी गार्लिक मिल्क का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। लहसुन और दूध से संबंधित दो अलग-अलग शोध से यह बात स्पष्ट होती है। दूध से जुड़े एनसीबीआई पर प्रकाशित एक शोध में माना गया है कि दूध का सेवन ओस्टियोअर्थराइटिस (गठिया का एक प्रकार) से राहत दिला सकता है। शोध में जिक्र मिलता है कि दूध ओस्टियोअर्थराइटिस से पीड़ित महिलाओं के जोड़ों के बीच आने वाले गैप (खाली स्थान) को कम करने में मदद करता है। इससे ओस्टियो-अर्थराइटिस के कारण होने वाले जोड़ों के दर्द से राहत मिल सकती है (11)।

वहीं, ओस्टियोअर्थराइटिस से पीड़ित महिलाओं से जुड़े एक अन्य शोध में जिक्र मिलता है कि लहसुन जोड़ों की सूजन को कम करने में मददगार हो सकता है। साथ ही यह ओस्टियोअर्थराइटिस के कारण होने वाले जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है (12)। इन दोनों ही तथ्यों को देखते हुए यह माना जा सकता है कि दूध में लहसुन मिलाकर पीने के फायदे जोड़ों के दर्द में भी कारगर हो सकते हैं।

6. निमोनिया में लाभकारी

दूध में लहसुन मिलाकर पीने के फायदे निमोनिया में भी सहायक हो सकते हैं। वजह यह है कि लहसुन में एंटीबैक्टीरियल प्रभाव पाए जाते हैं, जो निमोनिया का कारण बनने वाले बैक्टीरिया के खिलाफ काम कर सकते हैं (13)। दूध भी निमोनिया में लाभकारी हो सकता है। दरअसल, निमोनिया मुख्य रूप से वायरस, बैक्टीरिया या फंगस के कारण होता है (14)। वहीं, लेख में ऊपर बताया गया है कि दूध में मौजूद लैक्टोफेरिन प्रोटीन इन तीनों ही कारणों के खिलाफ काम कर सकता है (9)। इसके अलावा, विशेषज्ञ भी बच्चों को निमोनिया होने की स्थिति में नियमित रूप से दूध पीने की सलाह देते हैं (15)। इन सभी तथ्यों को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि निमोनिया की समस्या में लहसुन और दूध के फायदे सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकते हैं।

7. डायबिटीज को करे नियंत्रित

डायबिटीज की समस्या से राहत पाने के लिए भी गार्लिक मिल्क उपयोगी माना जा सकता है। इस बात की पुष्टि दूध और लहसुन के दो अलग-अलग शोध से होती है। लहसुन से जुड़े शोध में जिक्र मिलता है कि लहसुन का अर्क इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाने का कम कर सकता है। यह इंसुलिन ब्लड शुगर को कम करने में मददगार साबित हो सकता है (16)। इस कारण लहसुन टाइप-2 डायबिटीज की समस्या को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है। इसके अलावा, दूध भी इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाकर डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है (17)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि डायबिटीज रोगियों के लिए दूध में लहसुन मिलाकर पीने के फायदे उपयोगी हो सकते हैं।

8. त्वचा के लिए उपयोगी

त्वचा के लिए भी दूध में लहसुन मिलाकर पीने के फायदे सहायक हो सकते हैं। दूध के फायदे से संबंधित एनसीबीआई पर प्रकाशित एक शोध में जिक्र मिलता है कि लेक्टोफेरिन प्रोटीन युक्त फर्मेंटेड दूध त्वचा के लिए उपयोगी हो सकता है। यह त्वचा से संबंधित सूजन को कम करने के साथ ही मुंहासों से भी राहत दिला सकता है (18)। वहीं, लहसुन में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला) प्रभाव पाया जाता है। इस प्रभाव के कारण लहसुन सोरायसिस (रूखे खुजलीदार चकत्तों की समस्या) को कम करने में मददगार हो सकता है (19)। इस आधार पर गार्लिक मिल्क को त्वचा के लिए उपयोगी माना जा सकता है।
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लहसुन दूध पीने से फायदे के बाद अब हम लहसुन और दूध के उपयोग के तरीके बताएंगे।

लहसुन और दूध का उपयोग – How to Use Garlic and Milk in Hindi

लहसुन और दूध का उपयोग करने के तरीके की बात करें, तो इस संबंध में कोई स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है, लेकिन सामान्य रूप से इसे निम्न तरीकों से इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

  • एसिडिटी की समस्या के लिए एक गिलास गर्म दूध में करीब 500 मिली लहसुन का पेस्ट मिलाकर लेने की सलाह दी जाती है।
  • गार्लिक मिल्क के फायदे हासिल करने के लिए सामान्य रूप से ठंडे दूध में दो से चार काले लहसुन का पेस्ट मिलाकर पीनी की सलाह दी जाती है।

नोट : ऊपर दिए गए गार्लिक मिल्क पीने के तरीके सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। इसलिए, इस्तेमाल से पूर्व एक बार डॉक्टर से परामर्श कर लेना आवश्यक है।

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आगे अब हम लहसुन और दूध के नुकसान जानने का प्रयास करेंगे।

लहसुन और दूध के नुकसान – Side Effects of Garlic and Milk in Hindi

अधिक मात्रा में सेवन से लहसुन और दूध के नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं। वजह यह है कि दूध हो या फिर लहसुन दोनों का ही अधिक सेवन कई दुष्परिणाम प्रदर्शित कर सकता है। इसलिए, यहां हम दूध और लहसुन के नुकसान अलग-अलग बता रहे हैं।

1. दूध के अधिक सेवन के नुकसान

दूध के अधिक सेवन के नुकसान कुछ इस प्रकार देखने को मिल सकते हैं (20) (21):

  • दूध में लैक्टोज की उपस्थिति के कारण इसका अधिक सेवन दस्त, मरोड़ और गैस की समस्या पैदा कर सकता है।
  • लैक्टोज से एलर्जिक लोगों को प्रतिरोधक तंत्र संबंधी विकार का सामना करना पड़ सकता है।
  • दूध के अधिक सेवन के कारण कूल्हे की हड्डी के टूटने का खतरा बढ़ सकता है, इसकी वजह भी लैक्टोज को ही माना जाता है।
  • बेहतर स्वास्थ्य के लिए और ओस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर होना) के जोखिम को कम रखने के लिए दिन में तीन गिलास से अधिक दूध का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।

2. लहसुन के अधिक सेवन के नुकसान

लहसुन के अधिक सेवन के निम्न नुकसान देखने को मिल सकते हैं (22):

  • लहसुन का अधिक सेवन करने से मुंह और शरीर से दुर्गंध आने की शिकायत हो सकती है।
  • अपच और सीने में जलन की शिकायत भी लहसुन अधिक खाने का परिणाम हो सकती है।
  • यह खून को पतला करने का काम करता है, इसलिए खून को पतला करने की दवा लेने की स्थिति में इसे न लेने की सलाह दी जाती है।
  • वहीं कुछ लोगों को लहसुन से एलर्जी हो सकती है, इसलिए ऐसे लोगों को लहसुन के सेवन से बचना चाहिए।

लहसुन और दूध के फायदे हासिल करने के तरीके और यह विभिन्न शारीरिक समस्याओं में किस प्रकार कार्य करता है, यह तो आप लेख से समझ ही गए होंगे। ऐसे में शरीर को स्वस्थ्य और निरोगी रखने के लिए इस मिश्रण का चुनाव करना स्पष्ट रूप से सहायक हो सकता है। फिर भी अगर लहसुन वाला दूध पिएं, तो हमेशा इसे संतुलित मात्रा में ही लें, क्योंकि किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन कुछ दुष्परिणाम भी प्रदर्शित कर सकता है। इस बात को लेख में बखूबी समझाया गया है। इसलिए, लेख में शामिल गार्लिक मिल्क से संबंधित सभी पहलुओं को ध्यान से पढ़ने के बाद ही इसे नियमित उपयोग में लाएं, ताकि बेहतर स्वास्थ्य को बनाए रखने की दिशा में एक उचित कदम बढ़ाने में मदद मिल सके। उम्मीद है कि यह लेख सभी को पसंद आया होगा। ऐसे ही सेहत और स्वास्थ्य से जुड़े अन्य विषयों के बारे में जानने के लिए पढ़ते रहें स्टाइलक्रेज।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या रात को गार्लिक मिल्क पिया जा सकता है?

हालांकि, इस बारे में कोई प्रमाण नहीं है, लेकिन जानकार गार्लिक दूध के बेहतर लाभ हासिल करने के लिए इसे रात में लेने की सलाह देते हैं। बेहतर यही होगा कि इसे रात को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

क्या गार्लिक मिल्क वजन कम कर सकता है?

दूध शारीरिक वजन पर कोई प्रभाव नहीं डालता (23)। वहीं, लहसुन उच्च वसा युक्त भोजन के कारण होने वाले मोटापे की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (24)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि गार्लिक मिल्क वजन कम करने में मदद कर सकता है।

Sources

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