लव मैरिज के फायदे और टिप्स : 10+ Love Marriage Tips In Hindi

Written by , MA (Mass Communication) Aviriti Gautam MA (Mass Communication)
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वक्त के साथ लव मैरिज का चलन बढ़ता जा रहा है। आज युवा अपनी मर्जी से शादी के लिए पार्टनर ढूंढना चाहते हैं। हर कोई चाहता है कि शादी के बाद जिनके साथ उन्हें पूरी जिंदगी बितानी है, उसे पसंद करने का पूरा फैसला उनका अपना हो। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो लव मैरिज की सही परिभाषा से परचित नहीं है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में आज हम लव मैरिज विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे। इसके साथ ही यहां हम लव मैरिज के फायदे और नुकसान के बारे में भी जानकारी देंगे।

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लेख में सबसे पहले जानते हैं प्रेम विवाह क्या होता है।

विषय सूची :

प्रेम विवाह क्या है?

कहा जाता है कि विवाह जिंदगी भर का एक अनमोल रिश्ता होता है। बात करें प्रेम विवाह की तो इसमें लड़का और लड़की एक दूसरे को पहले से ही जानते हैं और उनके बीच में गहरा और सच्चा प्यार होता है इसमें दोनों आपसी सहमति से शादी के बंधन में बंधlते हैं। बस इसे ही प्रेम विवाह कहा जाता है।

शुरू करते हैं आर्टिकल

लेख के इस भाग में हम लव मैरिज के फायदे बता रहे हैं।

लव मैरिज के फायदे – Benefits of Love Marriage in hindi

लव मैरिज के फायदे कई सारे हैं। यदि अगर माता-पिता प्रेम विवाह में अपनी सहमति नहीं जताते हैं, तो उन्हें लेख में नीचे दिए गए फायदों के बारे में बता सकते हैं। इसके अलावा, अगर आप प्रेम विवाह से अंजान हैं, तो इन फायदों के जरिए इसे समझने में आसानी होगी।

1. मन पसंद जीवन साथी का मिलना

लव मैरिज में एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको अपने मनपसंद साथी के साथ जीवन गुजारने का मौका मिलता है। इसमें अरेंज मैरिज की तरह घरवाले पार्टनर की तलाश नहीं करते हैं, फिर चाहे लड़का हो या लड़की वो खुद ही अपने मन के साथी के साथ जीवन बिताने की सहमति जताते हुए शादी के बंधन में बंध जाते हैं।

2. प्यार से भरा हुआ रिश्ता

लेख में ऊपर बताया जा चुका है कि लव मैरिज प्यार के बंधन पर टिकी होती है। वहीं, इससे संबंधित एनसीबीआई की साइट पर एक शोध उपल्बध है। इस शोध में महिलाओं ने बताया कि शादी से पहले पार्टनर्स के बीच में जितना प्यार होता है, उससे कई ज्यादा अधिक शादी के बाद कपल्स के बीच में हो जाता है (1)। अरेंज मैरिज में जहां शादी के बाद प्यार होता है और रिश्ता मजबूत होता है, वहीं लव मैरिज में शादी के पहले प्यार होता है और बाद में रिश्ते की डोर और ज्यादा अधिक मजबूत होती है।

3. साथी की बेहतर पहचान

लव मैरिज में अरेंज मैरिज के मुकाबले साथी की अधिक पहचान होती है। इसमें साथी एक दूसरे की पसंद और ना पसंद का बहुत अच्छे से ख्याल रखते हैं। इसके अलावा उनके अच्छे और बुरे दोनों ही व्यवहार के बारे में बहुत अच्छे से परिचित होते हैं। इसके कारण उनके बीच में मनमुटाव होने जैसी संभावने कम रहती है।

4. लड़ाई-झगड़े ना होना

किसी भी रिश्ते में नाराजगी और लड़ाई-झगड़ा होना बेहद आम है। ऐसे में अरेंज मैरिज के मुकाबले प्रेम विवाह में इसकी संभावने थोड़ी कम रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि लव मैरिज में कपल्स एक दूसरे को काफी लंबे वक्त से जानते हैं और इसी वजह से वो एक दूसरे की आदतों से वाकिफ हो जाते हैं और वो जानते हैं कि उनके साथी को कौन सी बात बुरी और अच्छी लग सकती है।

5. मन से खुश रहना

प्रेम विवाह करने वाले लोगों को उनका मनपसंद साथी मिलता है। ऐसे में दोनों का खुश होना लाजमी है। दोनों पार्टनर्स को अपने जीवन में इस बात की संतुष्टि मिलती है कि वो अपनी आगे की जिंदगी अपने मनपसंद साथी के साथ खुशी-खुशी बिता सकते हैं।

6. हर सुख दुख में एक दूसरे का साथ

प्रेम विवाह करने वाले लोगों के बीच कॉर्डिनेशन ज्यादा अच्छा होता है। दोनों ने साथ में काफी वक्त गुजारा होता है। पहले से ही दोनों एक दूसरे की परेशानियों का साथ में सामना करते आ रहे हैं। दोनों पार्टनर्स की जिंदगी एक दूसरे से ही शुरू होकर एक दूसरे पर ही खत्म होती है। ऐसे में वो दोनों हर परिस्थिति में चाहे सुख हो या दुख अपने पार्टनर के साथ खड़े रहते हैं।

7. रोमांस

रोमांस हर किसी के जीवन का एक बेहद अहम हिस्सा होता है। प्रेम विवाह करने वाले लोगों के बीच में और लोगों के मुकाबले बेहतर केमिस्ट्री होती है। क्योंकि, वो काफी लंबे वक्ते से एक दूसरे के साथ हैं। वो इस बात से अच्छे से वाकिफ होते हैं कि उनके पार्टनर को किन चीजों से खुशी मिलती है। यही वजह है कि लव मैरिज करने वाले कपल्स पार्टनर को प्यार करने का हमेशा बहाना ढूढ़ते रहते हैं।

8. एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझना

लव मैरिज में दोनों लोग एक-दूसरे को पहले से जानते हैं। दोनों को एक दूसरे की अच्छाइयां और बुराइयां अच्छे से मालूम होती हैं। शादी का फैसला वे तभी लेते हैं, जब उनका एक दूसरे को जानना पर्याप्त हो चुका होता है। इसलिए, उनके बीच आगे चलकर किसी तरह के कंपैटिबिलिटी इश्यू नहीं आते। दोनों एक दूसरे को बखूबी समझते हैं और उसी हिसाब से एक दूसरे का साथ निभाते है।

9. दहेज जैसी समस्या का अंत

प्रेम विवाह करने वाले लोगों में समाज के रिति-रिवाजों की कोई भी जगह नहीं होती है। इसमें वो बस अपने परिवार का आशीर्वाद लेकर ही अपनी जिंदगी का ये नया पन्ना शुरू करते हैं। वहीं, अरेंज मैरिज में लड़की के घरवालों को लड़के के घरवालों को दहेज के नाम पर रुपये-पैसे, मंहगे तोहफे देने पड़ते हैं। जबकि प्रेम विवाह में कोई भी लड़का दहेज की मांग नहीं करता है। इस विवाह में बस पार्टनर को एक दूसरे का साथ चाहिए होता है।

10. एक दूसरे की आदत

कई बार देखा जाता है कि शादी के कुछ साल बाद कपल्स में बोरियत आने लगती है। ऐसा लव मैरिज में नहीं देखने को मिलता है। दरअसल, लव मैरिज करने वाले दोनों लोगों को एक दूसरे की आदत होती है। दोनों पहले से हर सुख दुख साथ में बिताते आ रहे हैं। दोनों एक दूसरे से हर बात बेझिझक शेयर कर पाते हैं।

11. कंपैटिबिलिटी

लव मैरिज में पार्टनर एक दूसरे के कम्पैटिबल होते हैं। दोनों पहले से एक दूसरे को अच्छे से जानते और समझते हैं। प्रेम विवाह में एक दूसरे के प्रति समझदारी देखने को मिलती है। जबकि अरेंज मैरिज में कई बार ऐसा देखने को मिलता है, जिसमें कपल्स के बीच में कोई भी कंपैटिबिलिटीही नहीं होती है।

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स्क्रॉल कर जानिए लव मैरिज के नुकसान।

लव मैरिज के नुकसान | Love marriage side effects in hindi

लव मैरिज के फायदों से आप अच्छे से वाकिफ हो चुके हैं, लेकिन एक सिक्के की तरह इसके भी दो पहलू हैं। लेख में नीचे लव मैरिज के नुकसान बता रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:

1. अपनो से दूर होना

कई बार लोग प्रेम विवाह में घर वाले नहीं मानते हैं। ऐसे में कपल्स को संघर्ष करना पड़ता है। इसके कारण कई बार लोग घर वालों के खिलाफ चले जाते हैं। दरअसल, जब साथी का धर्म, जाति दूसरी हो, तब समाज के डर से घरवाले अपने बच्चों से दूरी बना लेते हैं। ऐसे में लव मैरिज करने का यह एक बड़ा नुकसान माना जा सकता है।

2. समाज का अपराधी बनना

अलग जाति और धर्म के साथी से शादी को समाज का समर्थन नहीं मिल पाता है। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि सभी धर्म में अपने अपने रीति-रिवाज होते हैं। समाज के लिए लोगों को यह मानना ही पड़ता है। लेकिन वहीं प्रेम विवाह में साथी इन रीति-रिवाजों को नहीं मानते हैं, जिस वजह से समाज उन्हें अपराधी मानने लगते हैं।

3. परिवारों के बीच मनमुटाव

कई बार लव मैरिज को लेकर कपल्स के परिवारवालों के बीच में आपसी मनमुटाव की स्थिति पैदा हो सकती है। दरअसल, कई बार प्रेम विवाह में साथी के घरवाले एक दूसरे को अच्छे से नहीं जानते हैं। तब, दोनों एक दूसरे से ज्यादा आशा लगाकर बैठ जाते हैं। लेकिन ऐसे में जब उनके मन मुताबिक कुछ नहीं होता है तो दोनों परिवारों के बीच मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

4. बदनामी का डर

लव मैरिज में कई बार घरवालों के अलावा पार्टनर्स को भी समाज में बदनामी का डर लगा रहता है। ऐसे में कुछ परिवार इसी डर से लव मैरिज के लिए बिल्कुल भी सहमति नहीं जताते हैं। वहीं, कई घरवाले ऐसे भी होते हैं, जो जाति और धर्म से उठकर अपने बच्चों को प्रेम विवाह करने की सहमति जताते हैं। हालांकि, कई बार समाज ऐसे परिवार को अपनाने से इंकार कर देता है और इसकी वजह से उन्हें बदनामी सहनी पड़ती है।

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प्रेम विवाह कैसे करें, लेख में आगे इसके बारे में बता रहे हैं।

प्रेम विवाह कैसे करें? | How to do love marriage in hindi

प्रेम विवाह के बढ़ते चलन के बावजूद, इसकी राह बिल्कुल आसान नहीं है। ऐसे में अगर प्रेम विवाह कैसे करें, इसको लेकर परेशान हैं, तो लेख में दिए गए टिप्स पर ध्यान दें। ये टिप्स ना सिर्फ आपके लिए बल्कि आपके परिवार वालों के लिए भी काफी मददगार साबित हो सकती हैं।

1. रीति-रिवाज समझें

अगर आप अपनी जाति और धर्म से अलग किसी व्यक्ति से प्रेम विवाह करना चाहते हैं, तो इसमें सबसे ज्यादा जरूरी है कि अपने पार्टनर के धर्म और संस्कृति को समझें और उसका सम्मान करें। इससे आपके साथी के मन में आपके लिए प्यार और विश्वास दोनों ही बढ़ेंगे। इसके साथ ही दोनों ही परिवार के प्रति मान सम्मान का दायरा और भी ज्यादा बढ़ सकता है।

2. संयम रखें

लव मैरिज करना कपल्स के लिए एक कठिन फैसला हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि दोनों ही लोग अपने घरवालों को इसके बारे में आराम से बताएं और उन्हें अपने रिश्ते की पवित्रता और सच्चाई से अवगत कराएं। इसके बावजूद भी अगर घरवाले नहीं मानते हैं, तो इस बीच उन्हें अपने रिश्ते को समझने के लिए थोड़ा वक्त दें। इससे वो ना सिर्फ आपके रिश्ते को समझेंगे बल्कि आपके इस फैसले पर भी दोबारा विचार कर सकेंगे।

3. आपसी तालमेल

प्रेम विवाह में सबसे ज्यादा जरूरी है कि दोनों ही साथी अपने पार्टनर को समझे और उसका सपोर्ट करें। क्योंकि कोई भी रिश्ता हो हर किसी को कहीं ना कहीं थोड़ा बहुत एडजस्ट करना पड़ता है। ऐसे में प्रेम विवाह में भी ये जरूरी है कि दोनों पार्टनर आपस में एक दूसरे को समझते हुए परिस्थितियों के अनुसार खुद को एडजस्ट करने की कोशिश करें। ऐसा करने से दोनों का ही वैवाहिक जीवन सुखद होगा।

4. खुद के लिए स्टैंड लें

प्रेम विवाह करने के लिए घर वालों को इसके प्रति राजी करना बहुत मुश्किल होता है। कई बार घर वालों के डर से साथी अपने फैसले से मुकर जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि लव मैरिज के लिए पार्टनर्स को अपने घरवालों को समय देते हुए उन्हें अपने इस फैसले के लिए मनाना चाहिए। इसके अलावा, आप उन्हें भी समझाएं कि आप लव मैरिज क्यों करना चाहते हैं और इससे आपके भविष्य पर क्या असर पड़ेगा।

प्रेम विवाह सिर्फ शादी नहीं बल्कि दो लोगों के दिलों का बंधन है। इसमें साथी के जरिए दोनों परिवार भी आपस में मिलते हैं। ये फैसला सोच समझकर किया जाए तो सही है। लेकिन, अगर घरवालों के खिलाफ जाकर प्रेम विवाह किया है, तो कई बार यह फैसला जिंदगी बर्बाद कर सकता है। ऐसे में बेहतर यही है कि प्रेम विवाह का फैसला हमेशा घर वालों की सहमति से ही करें। इससे आपकी जिंदगी की एक सुखद शुरुआत होगी।

References

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  1. The significance of romantic love for marriage
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/9248826/
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