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जब किसी से मिलने की कशिश दिल में उठती है तो अपने आप ही शब्द शायरना अंदाज में निकलने लगते हैं। यहां जरूरत होती है अपने अल्फाजों को सही तरह से पिरोने की, जिन्हें मुलाकात शायरी के माध्यम से प्रस्तुत किया जा सकता है। कई बार तो लोगों के पास मुलाकात के समय कुछ कहने के लिए शब्द ही नहीं होते। स्टाइलक्रेज के इस लेख के माध्यम हम लेकर आए है मुलाकात पर शायरी। ये मुलाकात शायरी हिंदी में आपको अपने दिल की बात बयां करने में मदद कर सकते हैं।
पढ़ें मुलाकात शायरी हिंदी में
लेख की शुरुआत करते हैं पहली मुलाकात की शायरी के साथ।
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75+ मुलाकात पर शायरी: Meet Shayari in Hindi | Mulakat Shayari
जब किसी से पहली बार मिलें, तो उन्हें शायराना अंदाज में अपने दिल की बात कहना उनके दिल को छू सकता है। यहां पढ़ें और शेयर करें पहली मुलाकात की शायरी।
- जब हम उनसे मिले तब थी हमारी पहली मुलाकात,
लबों पर थी खामोशी और नजरें कर रही थी बात।
- बारिश के मौसम में वो हमसे पहली बार मिले,
खुशबू थी फिजाओं में और प्यार के थे फूल खिले।
- उनसे पहली मुलाकात का,
यारों क्या बताऊं फसाना,
दिल से जुड़ गए दिल,
और बन गया अफसाना।
- दुनियां से छुपकर हम पहली बार मिले,
मिलकर मानों दो दिलों के गुल खिले,
अब तो हर रोज उनसे मुलाकात की ख्वाहिश है,
आंखों में सिर्फ उनकी तस्वीर छाई है।
- पहली ही मुलाकात में उनसे नजरें हो गई चार,
मन में संगीत बज उठा शायद इसे ही कहते हैं प्यार।
- उनसे पहली मुलाकात की ऐसी खुमारी छाने लगी,
जिधर भी देखूं उनकी ही तस्वीर नजर आने लगी।
- आंखों में चमक आ गई जब हम मिले पहली बार,
दिल में बस गया चेहरा हमको हो गया उनसे प्यार।
- हमने पहली बार देखा उनको,
तो लगा जिंदगी से हुई मुलाकात,
आंखों ने बयां कर दिया सब कुछ,
लबों से कुछ भी नहीं हुई बात।
- सर्द मौसम की सुहानी रात थी,
आसमान में तारों की बारात थी,
फूलों से सजा था जहां सारा,
वो हमारी पहली मुलाकात थी।
- पहली मुलाकात में ही दिल मेरा खो गया कहीं,
नींद उड़ गई आंखों की और चैन खो गया कहीं।
और भी हैं पहली मुलाकात की शायरी
- उनसे मिलने की एक आस थी,
वो मुलाकात भी बहुत खास थी,
तारों से सजा था आसमान सारा,
और मेरी जिंदगी मेरे पास थी।
- इस अदा से मिले वो हमसे कि,
हमें उनसे एतबार हो गया,
वो मुलाकात थी पहली और,
हमें उनसे प्यार हो गया।
- पहली मुलाकात में देखी मैंने उनकी प्यारी सी सूरत,
और उसी पल बन गए वो जिंदगी की जरूरत।
- पहली दफा मिले और पहली मुलाकात बन गई यादगार
अब तो बस यही दिल करता है कि उनसे मिलूं हर बार।
- जब हमारी पहली बार मुलाकात हो रही थी,
ऐसा लग रहा था मानों फूलों की बरसात हाे रही थी।
- पहली ही मुलाकात में जादू छा गया उनकी बातों का,
दिल दे बैठे उनको दिन में, चैन छिन गया रातों का।
- उनको देखा पहली बार तो दिल में करार आ गया,
आंखों के नशे में खो से गए और उन पर प्यार आ गया।
- दिल दे बैठा मैं उनको सिर्फ इशारों-इशारों में,
दिल हुआ घायल और प्यार हो गया उनसे पहली मुलाकात में।
- फूल सा खिलता हुआ चेहरा देखकर हम यूं ही खो गए,
वो पहली मुलाकात थी और हम प्यार में पागल हो गए।
- काबू में ना थे हमारे जजबात,
सुहानी सी लग रही थी वो रात,
लब थे चुप, नजरें कर रहीं थी बात,
कुछ ऐसी थी वो पहली मुलाकात।
यहां पढ़ें अधूरी मुलाकात शायरी
- उनसे कुछ बात अधूरी रह गई,
दिल की हर आस अधूरी रह गई,
वो मिले फिर मिलकर चल दिए,
लगा कि मुलाकात अधूरी रह गई।
- वो मिले, मिलकर चल दिए, हुई नहीं कुछ बात,
लो फिर याद आ गई वो अधूरी मुलाकात।
- हर दिन हुआ करती थी उनसे मुलाकात,
प्यार भरी बातें और मोहब्बत का इजहार,
लेकिन आज जब नहीं है उनका साथ,
तो हर समय रहता है सिर्फ उनका इंतजार।
- पास बैठे थे वो मेरे फिर भी कुछ दूरी ही रही,
हाथों में था हाथ फिर भी मुलाकात अधूरी ही रही।
- तेरी उस अधूरी मुलाकात ने मुझे परेशान कर दिया,
और तुमने सोचा कि मिलकर के एहसान कर दिया।
- जुबा से कहूं तो दिल की बात पूरी नहीं होगी,
पास बैठो सुकून से तो मुलाकात अधूरी नहीं होगी।
- मिलकर भी तुमने देखा नहीं,
आखिर क्या थी ऐसी मजबूरी,
नाम के लिए मिलने आए थे,
ये भी मुलाकात रह गई अधूरी।
- ये मुलाकात अधूरी है,
दिल की बात अधूरी है,
तुम्हारे बिना कैसे काटे,
तेरे बिना मेरा हर दिन हर रात अधूरी है।
- दिल में छुपी है वो बात तो कर,
थोड़ी ही सही कोशिश तो कर,
आजाओ कब से बैठा हूं इंतजार में,
अधूरी ही सही मुलाकात तो कर।
- तारों की रात अधूरी,
तुमसे दिल की बात अधूरी,
देख ना लूं जी भर कर जब तक,
तुमसे हर मुलाकात अधूरी।
पढ़ते रहें अधूरी मुलाकात शायरी
- अधूरी मुलाकात थी,
आंसू की बरसात थी,
छोड़ दिया तूने मुझको
तू मेरी कायनात थी।
- मुलाकात के वो अधूरे किस्से रह गए,
जुदाई के दर्द बस मेरे हिस्से रह गए,
तुम तो मिल ही सकते थे किसी बहाने से,
लेकिन तेरे सितम को हम हस्ते हस्ते सह गए।
- दिल की बात अभी अधूरी है,
तेरी मेरी मुलाकात अभी अधूरी है,
बहुत कुछ कहना है तुझसे मिलकर,
तेरे बिना मेरी कायनात अधूरी है।
- अधूरे से रह गए हैं हम, तेरी इन अधूरी मुलाकातों में,
जान निकल जाती है मेरी, तेरी इन जुदाई वाली बातों में।
- छोड़ कर चले गए यूं, हमसे क्या बेरुखी थी,
मिले थे जब हम से वो मुलाकात ही अधूरी थी।
- कुछ तुम कहते कुछ हम कहते, तो ही बात पूरी है,
ना तुम कुछ कहो और ना हम, यूं तो मुलकात अधूरी है।
- लबों ने लबों से कुछ ना कहा और बात पूरी हो गई,
लेकिन फिर भी ऐसा लगा कि मुलाकात अधूरी हो गई।
- दिल में जो बातें हैं उन्हें पूरी ना कीजिए,
जब मन हो मिल लीजिए,
मुलाकात को अधूरा ना कीजिए।
- कब हमारे दिल की बात पूरी हुई है,
उनसे मिलने पर भी,
हर मुलाकात अधूरी हुई है।
- आंखों में थे आंसू जुदाई के पर दिल की बात पूरी ना हो सकी,
मिले नहीं उनसे कभी पर आखिरी मुलाकात पूरी ना हो सकी।
पढ़ते रहें आखिरी मुलाकात शायरी
- उस दिन हुई हमारी हर बात आखिरी थी,
तुम्हारे साथ गुजारी वो रात आखिरी थी,
हमने सोचा बिताएंगे जिंदगी तुम्हारे साथ,
पर क्या पता था वो मुलाकात आखिरी थी।
- ना ही किसी और के और ना हुए हम तुम्हारे ,
आखिरी मुलाकात के बाद मानों हो गए बेसहारे।
- दिल में एक टीस उठती है आज भी,
तुम याद बहुत आते हो आज भी,
वो आखिरी मुलाकात में आखिरी अल्फाज तेरे,
मेरे कानों में सुनाई देते हैं आज भी।
- शायद वो मेरी जिंदगी की आखिरी हसीन बरसात थी,
तुमसे मिलकर बिछड़ जाना वो आखिरी मुलाकात थी।
- भरी बरसात में तुम हमें छोड़ गए,
हम को तन्हा कर क्यों मुंह मोड़ गए,
चाहते तो बिता सकते थे पूरा जीवन मेरे साथ,
आखिरी मुलाकात में मेरे दिल को तोड़ गए।
- तेरी हर बात ने मुझे उस दिन हैरान कर दिया,
उस आखिरी मुलाकात ने मुझे परेशान कर दिया।
- मैं तेरी याद में रात भर नहीं सोया,
आखिरी मुलाकात के बाद,
सच कहो क्या तुम्हारा दिल नहीं रोया,
आखिरी मुलाकात के बाद।
- एक बार फिर मेरे दिल पर हाथ रख लो,
एक बार फिर मेरे जजबात तो पढ़ लो,
अपने लिए ना सही मेरे दिल के लिए,
आखिरी ही सही मुलाकात तो कर लो।
- कुछ यूं कशिश रह गई दिल में आखिरी मुलाकात की,
ऐ बेकदर तुने भी कदर ना की मेरे किसी जजबात की।
- हाथों में थे हाथ और आंसू बह रहे थे बनके जजबात,
लबों पर थी मायूसी ऐसी थी हमारी आखिरी मुलाकात।
नीचे हैं आखिरी मुलाकात शायरी
- ना ही कोई लड़ाई हुई और ना ही हुई बात,
तुम आए और यूं ही चल दिए,
दिल में बस गई आखिरी मुलाकात।
- उस आखिरी मुलाकात में,
रो दिया दिल तेरी हर बात में,
जिंदगी में छा गया अंधेरा,
उस दिन की चांदनी रात में।
- छूट गया था साथ,
बंद हो गई थी बात,
तुम अलग थे हम अलग,
वो थी आखिरी मुलाकात।
- एक बार फिर होश खो जाने दो,
एक बार फिर दिल लग जाने दो,
आखिरी बार ही सही मिल जाओ मुझे तुम,
और फिर खुशियों की बरसात हो जाने दो।
- वो हंसने की आदत तेरी,
मेरे दिल में बस कर रह गई,
आखिरी मुलाकात की शाम सुहानी,
मेरी जिंदगी में अंधेरा कर गई।
- हर मुलाकात पर गले लगाने वाले,
तू ने तो मेरा दिल तोड़ दिया,
कह कर कि ये मुलाकात है आखिरी,
तू ने तो हर रिश्ता तोड़ दिया।
- तेरा हसते हुए यूं मुझे छोड़कर जाना,
बहुत याद आता है,
आखिरी मुलाकात का वो अखिरी तराना,
बहुत याद आता है।
- जिंदगी भर का साथ छोड़ो,
चलो आखिरी बात करते हैं,
अपने-अपने दिल की बात बयां करते हैं,
चलो आखिरी मुलाकात करते हैं।
- पतझड़ में खिले थे फूल,
जब तेरी मुझसे बात हुई थी,
आसमान भी रो दिया था,
जब आखिरी मुलाकात हुई थी।
- कुछ तुम्हें कहना था कुछ हमें सुनना था,
बस इतनी सी बात थी,
ना तुमने कहा, ना सुना हमने कुछ भी,
वो आखिरी मुलाकात थी।
पढ़ें सपनो में मुलाकात शायरी
- चलो फिर से वही हंसी दिल की बात करते हैं,
हकीकत में ना सही सपनों में मुलाकात करते हैं।
- जुदाई का गम ही सही वही रहने दो,
दिल की हर बात का सिला रहने दो,
सामने आकर मिलना मुश्किल है बहुत
सपनों में मुलाकात का सिलसिला रहने दो।
- जब भी करनी होगी तुमसे मुलाकात,
तेरे ख्वाबों में आजाएंगे हम उसी रात।
- हकीकत से अच्छे सपने ही सही हैं,
कम से कम तुमसे मुलाकात तो होती है,
तेरे सामने कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं,
सपनों में आकर दिल की बातें तो होती हैं।
- आज उनसे सपनों में हंसी मुलाकात हुई,
सुबह जब टूटा सपना तो जम के बरसात हुई।
- जिसे समझ रहे थे अपना,
कहां वो अपना निकला,
मिल रहे थे जिससे बरसों से,
वो तो बस एक सपना निकला।
- तुमसे मिलकर हम अपने,
दिल की हर बात कह गए,
मुलाकात हुई थी सपनों में,
सुबह हम तन्हा रह गए।
- आज भी तुमसे हो जाती हैं मुलाकातें,
सपनों में सही लेकिन हो जाती हैं दिल की बातें।
- काश तेरा साथ कभी छूटे ना,
तू मुझसे कभी रूठे ना,
जिस सपने में हो मुलाकात तुमसे,
काश वो सपना टूटे ना।
- मेरी भूल थी कि मैंने तुझे कभी अपना मान लिया,
जा तेरा मिलना भी मैंने अब सपना मान लिया।
और भी हैं सपनो में मुलाकात शायरी
- दिल से दिल की बात तो किया करो,
इस दिल लगी का जाम तो पिया करो,
माना मुश्किल से मिल पाते हैं हम रोजाना,
सपनों में ही सही मुलाकात तो किया करो।
- कभी हम रूठें तो हमें भी मना लेना,
जिंदगी की राहों में साथ निभा लेना,
मिलने का मन हो और ना मिल पाओ तो,
सपनों में मुलाकात का बहाना बना लेना।
- छुपाओ मत अपने दिल की हर बात बताया करो,
मिलने के लिए ही सही, सपनों में आ जाया करो।
- दिल की बात करने के लिए अपने बहुत जरूरी हैं,
दिल की हर बात करने के लिए सपने बहुत जरूरी हैं।
- तेरी हर बात में अपने सवालों का जवाब देखता हूं,
दिन में सो जाता हूं और तेरी मुलाकात के ख्वाब देखता हूं।
- जब भी मिलते हैं वो हम से,
हम उनकी आंखों में खोए रहते हैं,
ख्वाबों में मिलते हैं वो मुझसे रोजाना,
इसलिए हम देर तक सोए रहते हैं।
पहली मुलकात हो या फिर आखिरी, दोनों की स्थितियों में दिल की कोई ना कोई बात रह ही जाती है। लेख में दी गई मुलाकात शायरी के माध्यम से कम शब्दों में अपने अहसास को बयां किया जा सकता है। यहां हमने बिलकुल नई मुलाकात शायरी हिंदी में दी हैं, इन मुलाकात की शायरी का उपयोग आप स्टेटस के रूप में कर सकते हैं। इसके अलावा मुलाकात पर शायरी को कॉपी कर मैसेज के रूप में भेज सकते हैं। आशा करते हैं कि पहली मुलाकात शायरी से लेकर आखरी मुलाकात शायरी तक का यह लेख आपको पसंद आया होगा।