रतौंधी (नाईट ब्लाइंडनेस) के कारण, लक्षण और इलाज – Night Blindness Causes and Symptoms in Hindi

क्या आपको अंधेरे में कुछ दिखाई नहीं देता या फिर दिन ढलने के बाद गाड़ी चलाते वक्त साफ नजर नहीं आता? अगर ऐसा है, तो यह रतौंधी यानी नाइट ब्लाइंडनेस के लक्षण हो सकते हैं। रतौंधी एक नेत्र रोग है। वक्त रहते इसका इलाज न कराया जाए, तो यह अंधेपन का कारण बन सकती है। इसलिए रतौंधी के लक्षणों की समय पर पहचान कर तुरंत इलाज कराने की जरूरत होती है। ऐसे में हर किसी को इसकी जानकारी होना जरूरी है। इसी उद्देश्य के साथ स्टाइलक्रेज के इस लेख के माध्यम से हम रतौंधी क्या है, इसकी जानकारी देंगे। इसके साथ ही, रतौंधी के लक्षण और उपचार के बारे में भी विस्तार से चर्चा करेंगे।
शुरू करते हैं लेख
आर्टिकल में सबसे पहले रतौंधी क्या है, इसके बारे में जानते हैं।
विषय सूची
रतौंधी क्या है – What is Night Blindness in Hindi
रतौंधी (नाइट ब्लाइंडनेस)आंखों से जुड़ी समस्या है, जिसमें रात के समय अंधेरे में या कम रोशनी में साफ नजर नहीं आता है। इसमें तेज रोशनी से अचानाक अंधेरे या कम रोशनी वाली जगह पर जाने पर दिखाई देना बंद हो जाता है। मेडिकल भाषा में इस परेशानी को निएक्टालोपिया (Nyctalopia) के नाम से जाना जाता है। यह परेशानी रेटिना में मौजूद रोड कोशिकाओं के कमजोर होने पर हो सकती है। दरअसल, रोड कोशिकाएं रात की रोशनी और न्यूरल ट्रांसमिशन यानी मस्तिष्क की कोशिकाओं तक संकेत पहुंचाने के लिए अहम भूमिका निभाती हैं (1)।
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लेख मे आगे जानते हैं कि रतौंधी के क्या-क्या लक्षण हो सकते हैं।
रतौंधी के लक्षण – Symptoms of Night Blindness in Hindi
रंतौधी रोग के लक्षण जान लेना बहुत जरूरी है। इसके प्रमुख लक्षण क्रमवार नीचे बता रहे हैं (2)।
- रात के समय देखने में कठिनाई होना
- रात में ड्राइविंग के दौरान परेशानी होना
- कम रोशनी में ठीक से दिखाई न देना
- तारों को देखने में परेशानी होना
- अंधेरे कमरे में चलने में दिक्कत होना
रतौंधी के निम्न लक्षण भी हो सकते हैं। हालांकि, ये लक्षण इसके कारण पर निर्भर करते हैं (3) (4):
- सिर में तेज दर्द या माइग्रेन
- जी मिचलाना
- उल्टी की समस्या
- लाइट सेंसिटिविटी यानी रोशनी देखते सिर भारी होना
- ड्राई आईज यानी आंखों में सूखापन
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अब जानते हैं रंतौधी होने के कारण और जोखिम कारक के बारे में।
रतौंधी रोग के कारण और जोखिम कारक – Night Blindness Causes and Risk factors in Hindi
रतौंधी रोग (नाइट ब्लाइंडनेस) के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारणों के बारे में नीचे बता रहे हैं:
- रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा: रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा एक आनुवंशिक विकार है, जिसमें आंखों का रेटिना धीरे-धीरे बिगड़ता जाता है। इसका पहला लक्षण रात को दिखाई न देना (नाइट ब्लाइंडनेस) हो सकता है, जो आगे चलकर अंधेपन का कारण बन सकता है (5)।
- विटामिन-ए की कमी: विटामिन-ए की कमी रतौंधी के मुख्य कारणों में से एक है। विटामिन-ए की कमी से आंखों में कमजोरी हो जाती है, जो रतौंधी के जोखिम को बढ़ा सकती है। प्रेगनेंसी के दौरान यह समस्या होना बेहद आम है (6)।
- मोतियांबिंद: बढ़ती उम्र के साथ लोगों में मोतियांबिंद की समस्या बहुत कॉमन है। रतौंधी मोतियाबिंद के लक्षण में से एक है (7)।
- मायोपिया: रात में धुंधली दृष्टि का एक कारण मायोपिया भी हो सकता है (7)। इसमें दूर की वस्तुएं धुंधली व साफ नजर नहीं आती हैं (1)।
- डायबिटिक रेटिनोपैथी: डायबिटिक रेटिनोपैथी मधुमेह की वजह से होने वाली आंखों से संबंधित परेशानी है, जिसमें पीड़ित व्यक्ती की आंख का रेटिना प्रभावित होता है। रतौंधी का एक कारण यह भी हो सकता है (8)।
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आइये, अब जान लेते हैं कि रतौंधी का इलाज किस तरह किया जा सकता है।
रतौंधी का इलाज – Treatment of Night Blindness in Hindi
लेख में नाईट ब्लाइंडनेस के कई कारण बताए गए हैं। ऐसे में चिकित्सक रतौंधी का सटीक कारण जानने के बाद इसका इलाज कर सकते हैं। नीचे भिन्न-भिन्न स्थितियों में रतौंधी के इलाज के बारे में बता रहे हैं:
- रतौंधी का कारण मोतियाबिंद की समस्या है, तो इसके इलाज के लिए डॉक्टर सर्जरी की सलाह दे सकते हैं (9)।
- विटामिन-ए की कमी के कारण रतौंधी की समस्या से पीड़ित लोगों को विटामिन-ए में समृद्ध खाद्य पदार्थों व सप्लीमेंट लेने के लिए कह सकते हैं (1)।
- मायोपिया की समस्या से जूझ रहे लोग डॉक्टर की सलाह पर चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग कर सकते हैं (1)।
- डायबिटिक रेटिनोपैथी से पीड़ित लोगों में रतौंधी की समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए दवाएं रिकमेंड कर सकते हैं। कुछ गंभीर मामलों में डॉक्टर लेजर या विट्रेक्टोमी सर्जरी कराने की सलाह दे सकते हैं (10)।
- जिन लोगों में रतौंधी की समस्या जन्म से है या जो लोग रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा से ग्रसित हैं, उन लोगों में इसका इलाज नहीं किया जा सकता है (2)।
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आगे जानिए रतौंधी का निदान कैसे किया जा सकता है।
रतौंधी रोग का निदान – Night Blindness Diagnosis In Hindi
निम्न बिंदुओं के माध्यम से रतौंधी का निदान किया जा सकता है, जो इस प्रकार हैं (2) (11) :
- शारीरिक परीक्षण: डॉक्टर मरीज से मेडिकल हिस्ट्री और नियमित तौर पर ली जाने वाली दवाओं के बारे में पूछ सकते हैं। समस्या के आधार पर डॉक्टर मरीज से आंखों की सर्जरी के इतिहास से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
- बल्ड टेस्ट: डॉक्टर विटामिन-ए की कमी का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं। लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि रतौंधी का एक कारण विटामिन-ए की कमी है।
- इलेक्ट्रोरेटिनोग्राम (ईआरजी): इलेक्ट्रोरेटिनोग्राम (ईआरजी) परीक्षण भी किया जा सकता है। यह परीक्षण आंखों के लाइट सेंसिटिव सेल्स की प्रतिक्रिया मापने के लिए किया जाता है।
- कलर विजन टेस्ट: रतौंधी का पता लगाने के लिए डॉक्टर कलर विजन टेस्ट भी कर सकते हैं। यह टेस्ट कलर विजन डेफिशियेंसी पता लगाने के लिए किया जाता है। इससे ग्रसित लोगों को कम रोशनी में रंगों की पहचान करने में दिक्कत होती है।
- स्लिट लैंप एग्जाम: किया जा सकता है। इसमें माइक्रोस्कोप के जरिए आंख के आगे के हिस्से का परीक्षण किया जाता है।
- रेटिना की जांच: नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा एक पूर्ण रेटिना का परीक्षण भी किया जा सकता है।
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लेख के अंतिम भाग में हम रतौंधी की समस्या में आहार संबंधी जानकारी दे रहे हैं।
रतौंधी में खाए जाने वाले आहार – Foods to Eat for Night Blindness in Hindi
रतौंधी होने पर जहां कुछ तरह के खाद्यों का सेवन करना लाभकारी माना जाता है। यहां हम रतौंधी में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों की सूची शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस तरह है:
क्या खाएं:
रतौंधी की समस्या से राहत पाने के लिए विटामिन ए युक्त खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल करने की सलाह दी जाती है। नारंगी और पीली रंग की सब्जियों में विटामिन- ए उच्च मात्रा में मौजूद होता है। नाइट ब्लाइंडनेस के मरीजों को निम्न आहार का सेवन करने की सलाह दी जाती है (12) (13)।
- मछली
- डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, पनीर, दही, क्रीम आदि
- गाजर
- खजूर
- फल जैसे खरबूजा, संतरा आदि
- हरी सब्जियां जैसे पालक, ब्रोकली आदि
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रतौंधी के लिए डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए, लेख में आगे हम इस बारे में बात करेंगे।
रतौंधी के लिए डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए?
नीचे बताई गई स्थितियों में बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें (2) :
- यदि रात के समय ड्राइव करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- यदि किसी रेस्टोरेंट या सिनेमा हॉल में कम लाइट होने के कारण आपको न के बराबर नजर आ रहा हो।
- रात के समय साफ नजर न आना।
- रोशनी में जाते ही सिरदर्द की शिकायत होना।
लेख में बने रहें
लेख के अंतिम भाग में अब हम रतौंधी से बचाव के बारे में बात करेंगे।
रतौंधी से बचाव – Prevention Tips for Night Blindness in Hindi
यहां हम आपको कुछ तरीकों के बारे में बताएंगे, जिनके जरिए रतौंधी की समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है (14)।
- विटामिन-ए युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन: जैसा कि लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि विटामिन-ए की कमी के कारण नाइट ब्लाइंडनेस की शिकायत हो सकती है। ऐसे में रतौंधी से बचाव के लिए अपने आहार में विटामिन-ए युक्त पदार्थों का सेवन करें।
- आखों की जांच: नियमित रूप से नेत्र रोग विशेषज्ञ से आंखों की जांच कराएं। इससे समय पर परेशानी का पता लगाकर उसका इलाज करने में मदद हो सकती है।
- सनग्लासेस: घर से बाहर निकलते समय सनग्लासेस पहनकर निकलें। ये आंखों को सूरज की हानिकारक किरणों से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।
- एक्सरसाइज: आंखों को स्वस्थ रखने के लिए आई एक्सरसाइज की मदद ले सकते हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लें।
इस लेख के माध्यम से आपको पता चल गया होगा कि नाइट ब्लाइंडनेस आंखों से जुड़ी एक समस्या है। बेशक, लोगों को यह बहुत नॉर्मल समस्या लगती हो, लेकिन समय रहते इसका इलाज कराना आवश्यक है। इसलिए, यदि किसी में इसके लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लें। रतौंधी पर केंद्रित इस आर्टिकल में इससे संबंधित हर जरूरी जानकारी देने का प्रयास किया गया है। इस लेख को अन्य लोगों के साथ शेयर कर सभी को इस विषय के बारे में जागरूक बनाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
क्या रतौंधी ठीक हो सकती है?
रतौंधी ठीक हो सकती है या नहीं, यह पूरी तरह इसके कारण पर निर्भर करता है। मोतियाबिंद, विटामिन-ए की कमी के कारण नाइट ब्लाइंडनेस की शिकायत है तो इसे ठीक किया जा सकता है। वहीं, जिन लोगों में यह समस्या जन्म दोष या रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा की वजह से है, उन लोगों में इसका कोई इलाज नहीं है (2)।
रतौंधी का खतरा सबसे अधिक किसे होता है?
विटामिन-ए की कमी से ग्रसित लोगों को रतौंधी का खतरा अधिक होता है (15)।
कैसे पता करें कि आपको नाइट ब्लाइंडनेस की शिकायत है?
यदि आपको रात के समय ड्राइव करते समय परेशानी होती है या कम रोशनी में देखने में दिक्कत होती है, तो यह नाइट ब्लाइंडनेस यानी रतौंधी के लक्षण हो सकते हैं (2)।
नाइट ब्लाइंडनेस रोग किस विटामिन की कमी से होता है?
नाइट ब्लाइंडनेस रोग विटामिन-ए की कमी से होता है (6)।
संदर्भ (Sources)
- Physiology, Night Vision
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/31424830/ - Vision – night blindness
https://medlineplus.gov/ency/article/003039.htm - Society (IHS)
https://ichd-3.org/wp-content/uploads/2018/01/The-International-Classification-of-Headache-Disorders-3rd-Edition-2018.pdf - Xerophthalmia and night blindness for the assessment of clinical vitamin A deficiency in individuals and populations
https://apps.who.int/iris/bitstream/handle/10665/133705/WHO_NMH_NHD_EPG_14.4_eng.pdf;jsessionid=22472A85C79F5583DED57BBB4018657E?sequence=1 - Vitamin A deficiency
https://www.who.int/data/nutrition/nlis/info/vitamin-a-deficiency - Diabetic Retinopathy
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK560805/ - Surgery for Congenital Cataract
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC1705722/ - Historical and practical uses of assessing night blindness as an indicator for vitamin A deficiency
https://www.researchgate.net/publication/268438724_Historical_and_practical_uses_of_assessing_night_blindness_as_an_indicator_for_vitamin_A_deficiency - Nutritional Amblyopia Combined with Night Blindness
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3531945/ - Vitamin A
https://medlineplus.gov/ency/article/002400.htm - Eye Care
https://medlineplus.gov/eyecare.html - Xerophthalmia
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK431094/
