Medically Reviewed By Neha Srivastava, PG Diploma In Dietetics & Hospital Food Services
Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

सब्जियां शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति करने का अच्छा माध्यम हैं। सब्जियां स्वादिष्ट होने के साथ ही सेहत के लिए वरदान से कम नहीं होती हैं। ऐसी ही एक सब्जी पत्ता गोभी भी है, जो विभिन्न रंगों और आकार में मिलती है। विश्वभर में इसका इस्तेमाल कई तरह के लजीज व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है। यह पत्ता गोभी स्वाद देने के साथ ही कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकती है। इसी वजह से स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम पत्ता गोभी के गुण के बारे में बता रहे हैं। इतना ही नहीं पत्ता गोभी खाने के फायदे शरीर को कैसे होते हैं और पत्ता गोभी के नुकसान शरीर को होते हैं या नहीं, इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी भी यहां दी गई है।

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लेख के शुरुआती भाग में हम बताएंगे कि पत्ता गोभी क्या है। फिर पत्तागोभी के फायदे की जानकारी देंगे।

पत्ता गोभी क्या है?

पत्ता गोभी एक प्रकार की सब्जी है, जिसे बंद गोभी के नाम से भी जाना जाता है। अंग्रेजी में इसे कैबेज कहा जाता है। पत्ता गोभी का वैज्ञानिक नाम ब्रेसिका ओलेरेसिया (Brassica Oleracea) है। इसका आकार गोल व हल्का लंबा हो सकता। यह बैंगनी (रेड कैबेज), गहरे हरे या हल्के हरे रंग में मिलती है। यह एक छोटे और मजबूत डंठल में फूल की तरह उगती है। इसे सलाद की तरह और पकाकर सब्जी के रूप में खाया जा सकता है।

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अब हम बता रहे हैं कि पत्ता गोभी सेहत के लिए क्यों अच्छी होती है।

पत्ता गोभी सेहत के लिए क्यों अच्छी है?

पत्ता गोभी को सेहत के लिए फायदेमंद इसमें मौजद पोषक तत्वों की वजह से माना जाता है। दरअसल, पत्ता गोभी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकार जैसे- गैस्ट्रिटिस, पेप्टिक व डुओडेनल अल्सर, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम में फायदा पहुंचा सकती है। साथ ही इसके इस्तेमाल से हल्का कटने व घाव लगने पर भी राहत मिल सकती है (1)। साथी पत्ता गोभी को पत्तेदार सब्जियों (cruciferous veggies) की श्रेणी में रखा गया है, इस श्रेणी में आने वाली सब्जियां विटामिन, मिनरल और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होती हैं। इनमें फाइबर ज्यादा और कैलोरी कम पाई जाती है। ये स्वास्थ्य के साथ-साथ वजन संतुलित रखने के लिए भी उपयुक्त हो सकते है। इससे जुड़ी अन्य कई जानकारियां हम लेख में आगे देंगे।

चलिए, अब पत्ता गोभी के फायदे के बारे में जानते हैं।

पत्ता गोभी के फायदे – Benefits of Cabbage (Patta Gobhi) in Hindi

इस लेख के माध्यम से हम पत्ता गोभी के फायदे से जुड़ी वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित जानकारी दे रहें, लेकिन ध्यान रहे कि किसी भी गंभीर स्थिति में पत्ता गोभी पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है। डॉक्टर से संपर्क कर उस स्थिति का उपचार करना जरूरी है। स्वस्थ रहने और मामूली शारीरिक समस्याओं को कम करने में पत्ता गोभी खाने के फायदे कैसे हो सकते हैं, यह हम नीचे बता रहे हैं।

1. पाचन और कब्ज

पत्ता गोभी के फायदे में पाचन और कब्ज से राहत दिलाना भी शामिल है। एक रिपोर्ट के अनुसार, लाल पत्ता गोभी में एंथोसायनिन (Anthocyanins) पॉलीफेनोल होता है, जो पाचन क्रिया को उत्तेजित करने का काम कर सकता है (2)। इसके अलावा, पत्ता गोभी फाइबर से समृद्ध होती है और फाइबर पाचन के लिए मददगार माना जाता है। असल में फाइबर पाचन को बढ़ावा देने के साथ ही मल को मुलायम बनाकर कब्ज की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है (3)।

2. कैंसर से रोकथाम

बंद गोभी के फायदे में कैंसर से बचाव भी शामिल हो सकता है। इस संबंध में हुए एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, पत्ता गोभी में ब्रैसिनिन (Brassinin) तत्व होता है, जो कैंसर के खिलाफ कीमोप्रिवेंटिव गतिविधि प्रदर्शित कर सकता है। यह प्रभाव कैंसर ट्यूमर से बचाव में मददगार साबित हो सकता है (4)। इसी विषय पर किए गए दूसरे शोध के अनुसार, पत्ता गोभी में एंटीकैंसर प्रभाव हो सकता है। इसी रिसर्च में यह भी कहा गया है कि पत्ता गोभी में कैंसर रोकने वाले प्रभाव की पुष्टि के लिए अधिक अध्ययन करने की आवश्यकता है (5)। ध्यान रहे कि कैंसर जैसी बीमारी होने पर बंदगोभी पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है। इसके लिए डॉक्टरी इलाज जरूरी है।

3. आंखों की रोशनी के लिए

पत्ता गोभी खाने के फायदे आंखों के लिए भी हो सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च की मानें, तो पत्ता गोभी में ल्यूटिन और जेक्सैथीन होते हैं। रिसर्च में बताया गया है कि ये दोनों तत्व आंखों को स्वस्थ बनाए रखने और नजर को ठीक करने में मददगार साबित हो सकते हैं। इसी वजह से माना जाता है कि आंखों को स्वस्थ रखने में पत्ता गोभी अहम भूमिका निभा सकती है (6)।

4. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए

पत्ता गोभी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक हो सकती है। इसमें विटामिन-सी की भरपूर मात्रा होती है, जो इम्यून सिस्टम को बेहतर तरीके से काम करने में मदद कर सकती है (7)। इसी वजह से बंद गोभी खाने के फायदे में इम्यून सिस्टम को भी गिना जाता है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कैबेज जूस का सेवन किया जा सकता है (8)। इसके अलावा, पत्ता गोभी जैसा ही दिखने वाला इसी परिवार का ब्रसल स्प्राउट भी विटामिन-सी और विटामिन-के से भरपूर होता है, जो इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद कर सकता है (9)।

5. वजन कम करने के लिए

शरीर के बढ़ते वजन पर काबू पाने के लिए भी पत्ता गोभी का उपयोग किया जा सकता है (10)। पत्ता गोभी फाइबर से समृद्ध होती है और फाइबर वजन को नियंत्रित करने का काम कर सकता है । दरअसल, फाइबर युक्त आहार देर तक पेट को भरा रखने का काम करते हैं, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती है। तृप्ति (Satiety) यानी पेट भरा होने का एहसास होने की वजह से व्यक्ति ज्यादा कुछ नहीं खाता है, जिस वजह से वजन कम हो सकता है (11)।

6. अल्सर

पेट के अल्सर से राहत पाने के लिए भी पत्ता गोभी की मदद ली जा सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक पत्ता गोभी के जूस में एंटीपेप्टिक अल्सर गुण होते हैं, जो अल्सर पर प्रभावी रूप से काम कर सकते हैं। पेट के अल्सर और उसके लक्षण से राहत पाने के लिए पत्ता गोभी के जूस का सेवन किया जा सकता है (12)। पत्ता गोभी गैस्ट्रिटिस, पेप्टिक व डुओडेनल तीनों प्रकार के अल्सर में फायदा पहुंचा सकती है (1)।

7. दर्द से राहत

पत्ता गोभी के फायदे में दर्द कम करना भी शामिल है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, गोभी के पत्तों की मदद से स्तनपान कराने वाली मांओं के ब्रेस्ट में होने वाले दर्द को कम किया जा सकता है। अगर स्तन में अधिक दर्द होता है, तो पत्ता गोभी से सिकाई की जा सकती है(13)। वहीं, एक दूसरे अध्ययन की मानें, तो पत्ता गोभी के उपयोग से बढ़ती उम्र की वजह से होने वाले जोड़ों के दर्द से राहत मिल सकती है (14)। दोनों रिसर्च में यह भी कहा गया है कि इस संबंध में अधिक शोध किए जाने की जरूरत है, जिससे स्पष्ट हो सके कि यह कितना प्रभावी है और किस तरह से कार्य करता है।

8. हृदय स्वास्थ्य

पत्ता गोभी खाने के फायदे में हृदय रोग से बचाव भी शामिल है। हृदय को स्वस्थ रखने में पत्ता गोभी में मौजूद एंथोसायनिन पॉलीफेनोल को सहायक माना जाता है। यह फ्री-रेडिकल डैमेज के जोखिम को कम करके हृदय को स्वस्थ रख सकता है (15)। साथ ही एंथोसायनिन पॉलीफेनोल में एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि होती है, जो कार्डियक ऑक्सीडेंटिव स्ट्रेस को कम करके हृदय रोग के जोखिम को दूर रख सकती है (16)। साथ ही इसमें मौजूद कैरोटीनॉयड पिगमेंट भी हृदय को स्वस्थ रखने और हार्ट अटैक के खतरे से बचाने में मदद कर सकता है (17)। एंथोसायनिन्स एक प्लांट पिग्मेंट है। लाल पत्ता गोभी का जो गहरा पर्पल कलर होता है, वह इसी के कारण होता है ऐसा माना जाता है, कि जिन सब्जियों में एंथोसायनिन पाया जाता है, उनका सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।

9. इंफ्लेमेशन (सूजन) से राहत

सूजन से जुड़ी समस्याओं को कम करने में भी पत्ता गोभी सहायक साबित हो सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, पत्ता गोभी में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है, जो सूजन से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। शोध में कहा गया है कि पत्तागोभी कान और त्वचा के इंफ्लेमेशन को कम करने में प्रभावी साबित हो सकती है (1)। इसी वजह से कहा जाता है कि कैबेज के फायदे में सूजन को कम करना भी शामिल है।

10. मधुमेह के लिए

मधुमेह रोगियों के लिए भी पत्ता गोभी का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। इस बात की पुष्टि करने के लिए चूहे पर एक शोध किया गया। उस रिसर्च के मुताबिक, लाल पत्ता गोभी में एंटीडायबिटिक प्रभाव होता है, जिससे मधुमेह की समस्या कम हो सकती है। इसका प्रभाव का कारण है कि पत्ता गोभी के अर्क में मौजूद एंटीहाइपरग्लिसेमिक इफेक्ट, जो ग्लूकोज टॉलरेंस में सुधार करने और इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने का काम कर सकता है। इससे रक्त में शुगर की मात्रा कम हो सकती है (18)। इसी कारण से बंद गोभी के फायदे में मधुमेह को भी गिना जाता है।

11. विटामिन-सी से समृद्ध

पत्ता गोभी में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद हैं, जिनमें से एक विटामिन-सी भी है। शरीर के सभी भागों में टिश्यू के विकास और सुधार के लिए विटामिन-सी जरूरी होता है। यह घाव भरने, दांत और हड्डियों को स्वस्थ रखने का काम कर सकता है। साथ ही विटामिन-सी प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट की तरह भी काम करता है, जो फ्री-रेडिकल्स के असर को कम करके कैंसर और हृदय रोग के जोखिम से बचाव कर सकता है (19)।

12. रक्तचाप को कम करने के लिए

बंद गोभी के फायदे में उच्च रक्तचाप से बचाव भी शामिल है। इसमें मौजूद इंडोल्स (Indoles) फाइटोकेमिकल्स रक्तचाप की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। यह फाइटोकेमिकल शरीर में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव भी दिखाता है (20)। शायद इसी वजह से बंद गोभी से बने किमची सलाद व साइड डिश के सेवन को रक्तचाप नियंत्रित करने में सहायक माना जाता है (21)। किमची एक फरमेंटेड खाद्य पदार्थ है, जिसे कैबेज और अन्य सब्जियों के साथ तैयार किया जा सकता है। यह स्वस्थ रेसिपी ऑप्शन हो सकता है।

13. कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी

शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी पत्ता गोभी मदद कर सकती है। इस संबंध में हुए शोध के अनुसार, कुछ हफ्तों तक फल और अन्य सब्जियों के साथ आहार में पत्ता गोभी को शामिल करने वालों का कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित हो सकता है। शोध के मुताबिक, 6 से 9 हफ्ते तक पत्ता गोभी का सेवन करने वालों के एलडीएल (हानिकारक कोलेस्ट्रोल) की मात्रा में कमी देखी गई (22)। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि इसमें मौजूद कौन से प्रभाव की वजह से पत्ता गोभी कोलेस्ट्रोल नियंत्रण में मदद कर सकती है। ।हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर और फाइटोन्यूट्रिएंट्स (phytosterols) के कारण कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में मदद मिल सकती है।

14. त्वचा के लिए

पत्ता गोभी खाने के फायदे त्वचा को भी हो सकते हैं। पत्ता गोभी यूवी किरणों से बचाव करके फोटोएजिंग का जोखिम कम कर सकती है। फोटोएजिंग त्वचा संबंधी ऐसी समस्या है, जो सूरज की हानिकारक किरणों के कारण होती है, जिसकी वजह से चेहरा पर समय से पहले बुढ़ापा नजर आने लगता है (23)। पत्ता गोभी विटामिन-सी से समृद्ध होती है, जो स्किन टिश्यू के लिए जरूरी होता है। इसके उपयोग से त्वचा पर लगने घाव को जल्दी भरने में भी मदद मिल सकती है (19)।

15. बालों के लिए

पत्ता गोभी के गुण सेहत और त्वचा ही नहीं बालों के लिए भी वरदान साबित हो सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक पत्ता गोभी में क्वेरसेटिन (Quercetin) नामक तत्व होता है। यह कंपाउंड बालों से जुड़ी एलोपेशीया एरेटा की समस्या (अचानक बालों का झड़ना) को कम कर सकता है (24)। इसी वजह से बंद गोभी खाने के फायदे में बालों को स्वस्थ रखना भी शामिल किया जाता है।

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पत्ता गोभी खाने से क्या होता है, यह तो हम ऊपर बता ही चुके हैं। अब पत्ता गोभी के पौष्टिक तत्व जानते हैं।

पत्ता गोभी के पौष्टिक तत्व – Cabbage Nutritional Value in Hindi

बंद गोभी खाने के फायदे इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व के कारण होते हैं। इन सभी पोषक तत्वों के बारे में हम नीचे एक चार्ट के माध्यम से बता रहे हैं (25)।

पोषक तत्व मूल्य प्रति 100g 
पानी92. 18 g
ऊर्जा25 kcal
प्रोटीन1.28 g
टोटल लिपिड (फैट)0.1 g
कार्बोहाइड्रेट5.8 g
फाइबर2.5 g
शुगर3.2 g
कैल्शियम, Ca40 mg
आयरन, Fe0.47 mg
मैग्नीशियम, Mg12 mg
फास्फोरस, P26 mg
पोटैशियम, K170 mg
सोडियम, Na18 mg
जिंक, Zn0.18 mg
कॉपर, Cu0.019 mg
मैंगनीज, Mn0.16 mg
सेलेनियम, Se0.3 µg
विटामिन-सी36.6 mg
थायमिन0. 061 mg
राइबोफ्लेविन0.04 mg
नियासिन0. 234 mg
विटामिन-बी60.124 mg
फोलेट43 µg
कोलिन10.7 mg
विटामिन-ए, RAE5 µg
विटामिन-ई0.15 mg
विटामिन-के76 µg
फैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड0.034 g
फैटी एसिड्स, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड0.017 g
फैटी एसिड्स, टोटल पोलीअनसैचुरेटेड0.017 g

चलिए, अब जानते है पत्ता गोभी का उपयोग किस तरह से किया जा सकता है।

पत्ता गोभी का उपयोग – How to Use Cabbage (Patta Gobhi) in Hindi

पत्ता गोभी स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है, जिसे विभिन्न रूपों में खाया जा सकता हैं। नीचे जानिए कि किस प्रकार पत्ता गोभी को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं –

  • पत्ता गोभी की सब्जी बनाकर खा सकते हैं।
  • इसका सूप बनाकर पी सकते हैं।
  • पत्ता गोभी का इस्तेमाल नूडल व मैकरोनी बनाने में भी किया जा सकता है।
  • बेहतर स्वास्थ्य के लिए पत्ता गोभी का जूस निकालकर भी पी सकते हैं।
  • पत्ता गोभी की सलाद बनाकर खा सकते हैं।
  • पत्ता गोभी के पराठे बनाकर खाए जा सकते हैं।

आगे हम पत्ता गोभी का चयन और लंबे समय तक सुरक्षित रखने का सही तरीका बता रहे हैं।

पत्ता गोभी का चयन और सुरक्षित रखने का सही तरीका

पत्ता गोभी के लाभ उठाने के लिए इसके चयन का तरीका पता होना जरूरी है। खराब पत्ता गोभी का चुनाव करना सेहत के लिए अच्छा नहीं होगा। इसी वजह से आगे हम ताजा पत्ता गोभी का चयन करने का तरीका और इसे सुरक्षित रखने के उपाय बता रहे हैं।

पत्ता गोभी का चयन:

  • अगर पत्ता गोभी का रंग पीला हो गया है, तो उसे न खरीदें। पत्ता गोभी प्राकृतिक हरे या लाल रंग का ही होना चाहिए।
  • हमेशा ताजी पत्ता गोभी का चयन करें। पत्ता गोभी ताजी है या नहीं यह उसके डंठल को देखकर पता लगाया जा सकता है।
  • अगर डंठल काला या हल्का भूरा है, तो उसे न खरीदें।
  • हमेशा ठोस पत्ता गोभी का ही चयन करें।
  • पत्तों को ध्यान से देखें कि कहीं उसमें कीड़े के काटने के निशान तो नहीं हैं।
  • ताजी पत्ता गोभी मुरझाई हुई नहीं होती है, इसलिए खरीदते समय इस बात का ध्यान दें।

सुरक्षित रखने का तरीका:

  • इसे लंबे समय तक ताजा रखने के लिए फ्रिज में रख सकते है।
  • इसे हल्के गीले कपड़े में ढककर भी रखा जा सकता है।

नीचे भी पढ़ें

चलिए, एक नजर पत्ता गोभी खाने के नुकसान पर डालते हैं।

पत्ता गोभी के नुकसान – Side Effects of Cabbage in Hindi

पत्ता गोभी एक गुणकारी सब्जी है, लेकिन कई बार पत्ता गोभी के नुकसान भी हो सकते हैं। पत्ता गोभी खाने के फायदे और नुकसान इसकी मात्रा पर निर्भर करता है। अगर इसका ज्यादा सेवन किया जाए, तो पत्ता गोभी के नुकसान कुछ इस प्रकार हो सकते हैं।

  • पत्ता गोभी खाने के नुकसान में गले की एलर्जी शामिल है, लेकिन ऐसा बहुत कम मामलों में होता है (26)।
  • पत्ता गोभी मधुमेह के रोगियों के लिए अच्छी होने के साथ ही सामान्य रक्त शुगर वालों के ग्लूकोज लेवल को कम कर सकती है (27)।
  • पत्ता गोभी गैस की समस्या का कारण बन सकती है (28)।
  • हाइपोथायरायडिज्म (थायरॉयड ग्रंथि जब थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाती) की समस्या से ग्रसित लोगों को पत्ता गोभी के सेवन से परहेज करना चाहिए (29)।

अब आप यह समझ ही गए होंगे कि पत्ता गोभी खाने से क्या होता है। इसे डाइट में शामिल करने से पहले एक बार पत्ता गोभी खाने के फायदे और नुकसान दोनों को ही ध्यान से पढ़ लें। पत्ता गोभी के नुकसान से बचने के लिए इसे हमेशा सीमित मात्रा में खाना चाहिए। हां, अगर कोई किसी गंभीर समस्या से जूझ रहा है, तो उसे डॉक्टर की सलाह पर ही पत्ता गोभी का सेवन करना चाहिए। आगे हम पत्ता गोभी को लेकर रिडर्स द्वारा भेजे गए कुछ अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब दे रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या गोभी के मुरझाए पत्ते खा सकते हैं?

वैसे तो गोभी के ताजा पत्तों का सेवन करना सबसे अच्छा होता है, लेकिन अगर गोभी खरीदने के बाद मुरझा गई है, तो पत्तों को अच्छी तरह से धोकर पकाया जा सकता है। ध्यान रहे कि अगर कोई पत्ता सूख गया है, तो उसका सेवन न करें।

क्या रोज गोभी खाना ठीक है?

जी हां, प्रतिदिन 84 ग्राम तक पत्ता गोभी के सेवन से शरीर को जरूरी कैलोरीज और अन्य पोषक तत्व मिल सकते हैं (30)।

क्या गोभी मस्तिष्क के लिए हानिकारक है?

लाल पत्ता गोभी में एंथोसायनिन पॉलीफेनोल और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो मस्तिष्क विकारों के जोखिम को कम कर सकते हैं (31)। ऐसे में कहा जा सकता है कि पत्ता गोभी मस्तिष्क पर नुकसान नहीं पहुंचा सकती है।

क्या पत्ता गोभी कीटो है?

हां, पत्ता गोभी कीटो डाइट का हिस्सा है (32)।

पकी या कच्ची पत्ता गोभी में से कौन-सी अच्छी है?

गोभी कई तरह के पोषक तत्वों से समृद्ध होती है। इसी वजह से इसे हल्का उबालकर सलाद की तरह या पकाकर खाया जाता है। इसका सेवन बिल्कुल कच्चा करने के बजाए हल्का उबालकर करना चाहिए, ताकि कीटाणुओं से बचा जा सके।

क्या पत्ता गोभी, सलाद पत्ते से ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक है?

पत्ता गोभी और सलाद पत्ते दोनों ही पत्तेदार होते है। इनमें मौजूद पोषक तत्वों की वजह से दोनों ही स्वास्थ्यवर्धक हैं।

अल्सर को ठीक करने के लिए कब तक पत्ता गोभी का रस लेना चाहिए?

जैसा कि हम बता ही चुके हैं कि अल्सर को पत्ता गोभी का रस ठीक कर सकता है, लेकिन यह इसे ठीक करने में कितना समय लेता है इसकी सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है। रिसर्च की मानें, तो 10 दिन से लेकर 42 दिन में इसका असर दिख सकता है (33)। दरअसल, पत्ता गोभी के रस के सेवन के अलावा व्यक्ति के इम्यूनिटी, अल्सर के प्रकार और स्वास्थ्य पर इसका असर निर्भर कर सकता है।

सर्जरी से पहले पत्ता गोभी खाने से क्या जोखिम उत्पन्न हो सकते हैं?

यह सर्जरी और व्यक्ति की शारीरिक स्थिति पर निर्भर करता है। वैसे भी कई सर्जरी से पहले खाली पेट रहने की सलाह दी जाती है। अक्सर, सर्जरी करने बाद डॉक्टर डाइट चार्ट को फॉलो करने को कहते हैं।

क्या पत्ता गोभी का पानी सेहत के लिए स्वस्थ होता है?

जी हां, गोभी के पत्तों को पानी में उबालकर उस पानी व जूस को पिया जा सकता है।

पत्ता गोभी की तासीर कैसी होती है?

पत्ता गोभी की तासीर ठंडी होती है।

पत्ता गोभी में कौन सा विटामिन पाया जाता है?

पत्ता गोभी में विटामिन-सी और विटामिन के की उच्च मात्रा होती है। इसके अलावा, इसमें विटामिन-ए, ई, बी6 भी होता है (25)।

पत्ता गोभी के विभिन्न प्रकार क्या हैं?

पत्ता गोभी मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती हैं लाल, हरी और सेवॉय गोभी (34)।

क्या मैं कच्चा पत्ता गोभी रोज खा सकता हूं?

पत्ता गोभी और फूलगोभी दोनों में ही कीड़े लगने की संभावना ज्यादा रहती है, ये कीड़े सेहत के लिए बहुत हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि पत्ता गोभी के सेवन से पहले इसे गर्म पानी में अच्छी तरह साफ करें या फिर उबालकर ही इसका सेवन किया जाए।

क्या गोभी में मस्तिष्क कीड़ा होता है?

नहीं, पत्ता गोभी में मस्तिष्क कीड़ा नहीं होता है। कोई वैज्ञानिक शोध इस बात की पुष्टि नहीं करता है।

Sources

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