Medically Reviewed By Neha Srivastava, PG Diploma In Dietetics & Hospital Food Services
Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

पर्वत और जंगल हमेशा से ही जड़ी-बूटियों के मुख्य स्रोत रहे हैं। इन्हीं जड़ी-बूटियों से विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियां बनती हैं। ऐसी ही एक औषधि है ‘क्विनोआ’। बहुत कम लोग ही इसके फायदों से अच्छी तरह वाकिफ होंगे, लेकिन इसके औषधीय गुण इतने हैं, जो आपको सच में चौंका कर रख देंगे। तो आइए, स्टाइलक्रेज के इस लेख के माध्यम से हम क्विनोआ के फायदे और क्विनोवा के उपयोग के साथ क्वीनोवा के नुकसान को समझने का प्रयास करते हैं। उससे पहले समझ लेना जरूरी है कि किसी भी समस्या का पूर्ण इलाज डॉक्टरी परामर्श पर ही निर्भर करता है। इसलिए, लेख में शामिल समस्याओं में केवल राहत पाने के उद्देश्य से ही क्विनोवा को इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

पढ़ते रहें लेख

तो आइए, सबसे पहले हम जानते हैं कि क्विनोआ क्या है?

क्विनोआ क्या है?

चिकित्सा जगत में क्विनोआ को ‘चिनोपोडियम क्विनोआ’ के नाम से जाना जाता है। यह एक फूलदार पौधा है, जो दक्षिण अमेरिका के एंडीज पर्वत पर बहुतायत में पाया जाता है। यह ऊंचाई में करीब एक से दो मीटर तक बढ़ता है। मुख्य रूप से इसके बीजों को खाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। इस कारण यह कई गंभीर समस्याओं में लाभकारी हो सकता है। क्विनोआ के फायदे और औषधीय गुणों की विस्तृत जानकारी लेख में आगे जानने को मिलेगी।

आगे पढ़ें लेख

लेख के अगले भाग में अब हम क्विनोआ के प्रकार जानेंगे।

क्विनोआ के प्रकार – Types of Quinoa in Hindi

क्विनोआ एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है और इसके कई प्रकार बाजार में उपलब्ध हैं। नीचे जानिए क्विनोआ के सामान्य प्रकारों के बारे में (1) :

  • सफेद क्विनोआ : यह क्विनोआ का सबसे आम प्रकार है, जो आसानी से बाजार में मिल जाएगा। इसका रंग सफेद होता है और यह आइवरी क्विनोआ के नाम से भी जाना जाता है।
  • लाल क्विनोआ : यह भी क्विनोआ का प्रकार है, जिसका रंग लाल होता है। इसे पकाने का बाद भी इसका रंग लाल ही बना रहता है।
  • काला क्विनोआ : इसके बीज काले और हल्के भूरे रंग के होते हैं। इसका स्वाद हल्का मीठा होता है और पकाने के बाद भी इसका रंग काला बना रहता है।

नीचे स्क्रॉल करें

आइए, अब जान लेते हैं कि क्विनोआ किस प्रकार से हमारे लिए फायदेमंद है?

क्विनोआ के फायदे – Benefits of Quinoa in Hindi

यहां हम क्रमवार क्विनोआ के फायदे बताने जा रहे हैं, जिनके माध्यम से आपको इसकी उपयोगिता को समझने में आसानी होगी।

1. वजन घटाने में लाभदायक

बेनिफिट्स ऑफ क्विनोआ बढ़ते वजन या मोटापे की समस्या से ग्रस्त लोगों के लिए भी  कारगर साबित हो सकते हैं। इसका सेवन इस समस्या को काफी हद तक नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यह बात जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन एंड फूड साइंस द्वारा किए गए एक शोध से सिद्ध होती है। शोध में माना गया है कि क्विनोआ एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जिसमें बीटाइन (Betaine) नाम का एक खास तत्व पाया जाता है। यह तत्व मोटापे की समस्या को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है (2)। इसके अलावा क्विनोआ एक संपूर्ण प्रोटीन है, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है। साथ ही इसमें मौजूद हाई फाइबर  पेट को लंबे समय तक भरे रख सकता है औऱ ग्लिसेमिक इंडेक्स लो होने की वजह से क्विनोआ को हेल्दी वेट लॉस डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।

2. स्वस्थ ह्रदय/कोलेस्ट्रॉल

हृदय स्वास्थ्य के लिए भी क्विनोवा को उपयोगी माना जा सकता है। इस बात की पुष्टि क्वीनोवा से संबंधित एक शोध से भी मिलती है। शोध में जिक्र मिलता है कि क्वीनोवा में ट्राइग्लिसराइड सीरम को कम करने का प्रभाव मौजूद होता है। वहीं, शोध में यह भी माना गया है कि ट्राइग्लिसराइड कम करके हृदय संबंधित जोखिम को कम किया जा सकता है (3)। वहीं, दूसरी ओर क्वीनोआ पोटेशियम से भी समृद्ध होता है, जो हृदय की धड़कन को नियंत्रित रखने के लिए अहम माना जाता है। इसके साथ ही यह गुड कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने का काम भी कर सकता है (4)। इस आधार पर हृदय के लिए क्विनोआ लाभ सहायक माने जा सकते हैं।

3. डायबिटीज और बीपी

मधुमेह की समस्या एक गंभीर शारीरिक बीमारी है, जिसके अंतर्गत रक्त वाहिकाओं में शर्करा की मात्रा अत्यधिक हो जाती है। अगर इसे समय पर नियंत्रित नहीं किया जाए, तो कई घातक परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। क्विनोआ एक साबुत अनाज है, जो मधुमेह के लिए काफी फायदेमंद माना गया है। इस बात का जिक्र एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) के एक शोध में भी मिलता है। शोध में माना गया है कि क्विनोवा का सुबह और दोपहर के समय सेवन करने से टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों को लाभ मिल सकता है। यह शरीर में इन्सुलिन की सक्रियता को बढ़ाकर ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकता है (5)

वहीं क्वीनोआ से संबंधित एक अन्य शोध में इसमें मौजूद एंटीहाइपरटेंसिव (ब्लड प्रेशर कम करने वाला) प्रभाव का जिक्र मिलता है (6)। इस प्रभाव के कारण शुगर के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी क्विनोआ बेनिफिट्स मददगार साबित हो सकते हैं।

4. सूजन को कम करें

क्विनोआ लाभ सूजन को कम करने में भी मददगार साबित हो सकता है। यह बात क्वीनोआ से संबंधित एक शोध में स्पष्ट रूप से स्वीकार की गई है। शोध में जिक्र मिलता है कि क्वीनोआ में सैपोनिन्स नाम का एक खास तत्व पाया जाता है। यह तत्व एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से समृद्ध होता है (7)।  यही वजह है कि हल्की और सामान्य सूजन से राहत पाने के लिए क्वीनोआ को एक घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

5. पाचन के लिए लाभदायक

अन्य समस्याओं के साथ ही क्विनोआ बेनिफिट्स पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी कारगर साबित हो सकते हैं। क्वीनोवा के स्वास्थ्य संबंधी फायदों से जुड़े एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है। शोध में माना गया कि इसमें ट्रिप्सिन इन्हिबिटर्स (ट्रिप्सिन – एक प्रकार का एंजाइम) कम मात्रा में उपलब्ध होते हैं। वहीं, यह भी बताया गया है कि यह ट्रिप्सिन इन्हिबिटर्स प्रोटीन के पाचन और अवशोषण को बाधित करने का काम करते हैं। वहीं, दूसरी ओर इसमें मौजूद फाइबर आंत में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देने का कम करते हैं, जो पाचन में सहायक होते हैं (8)। इस आधार पर माना जा सकता है कि पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी क्वीनोआ लाभकारी साबित हो सकता है। वहीं, क्विनोआ एक ग्लूटेन फ्री फूड है इसलिए जिन लोगों को ग्लूटेन एलर्जी होती है,वो लोग क्विनोआ को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।

6. मेटाबॉलिज्म में सुधार

पाचन के साथ ही क्वीनोआ विभिन्न उपापचय प्रक्रियों को भी बढ़ावा देने का भी काम कर सकता है, जो शरीर को पर्याप्त ऊर्जा और पोषण प्रदान करने में अहम भूमिका अदा करती हैं। इस काम में क्वीनोआ में मौजूद अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट, लिपिड और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स सहायक हो सकते हैं (8)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि क्विनोआ लाभ मेटाबॉलिज्म में सुधार के लिए भी उपयोगी हो सकते हैं।

जारी रखें पढ़ना

7. एनीमिया (खून की कमी)

एनीमिया की समस्या से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए भी क्वीनोआ एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। चूहों पर आधारित क्वीनोआ पर किए गए एनसीबीआई के एक शोध में इस बात को साफ तौर पर स्वीकार किया गया है। शोध में जिक्र मिलता है कि आयरन से भरपूर क्वीनोआ के बीज में एंटीएनेमेटिक (एनीमिया को ठीक करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। इस कारण यह हीमोग्लोबिन को बढ़ाकर एनीमिया से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (9)। ऐसे में क्विनोआ बेनिफिट्स एनीमिया में लाभदायक माने जा सकते हैं।

8. कैंसर से बचाव के लिए

कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाव में भी क्वीनोआ को उपयोग में लाया जा सकता है। क्वीनोआ से जुड़े एनसीबीआई के एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है। शोध में माना गया है कि क्वीनोआ के बीज में एंटीकैंसर (कैंसर कोशिका के विकास को रोकने वाला) प्रभाव पाया जाता है। यह प्रभाव मुख्य रूप से लिवर और स्तन कैंसर के खिलाफ बेहतर काम कर सकता है (10)। वहीं, पाठक इस बात का ध्यान जरूर रखें कि क्वीनोआ किसी भी तरीके से कैंसर का इलाज नहीं है। यह केवल इससे बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकता है। इसलिए, कैंसर के इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लेना अतिआवश्यक है।

9. स्वस्थ त्वचा के लिए

त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में भी क्विनोआ लाभ मददगार हो सकते हैं। क्वीनोआ से संबंधित एनसीबीआई के एक शोध में इस बात का स्पष्ट जिक्र मिलता है। शोध में माना गया है कि क्वीनोआ में मौजूद सैपोनिंस इस काम में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इनकी मौजूदगी के कारण क्वीनोआ का अर्क त्वचा में आसानी से अवशोषित हो सकता है और त्वचा की प्राकृतिक लोचता को बरकरार रखने में मदद कर सकता है (11)। वहीं, विटामिन बी 2 ऊर्जा चयापचय (metabolism) में सुधार कर सकता है। इस आधार पर माना जा सकता है कि त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में क्वीनोआ मददगार साबित हो सकता है।

10. हड्डियों को मजबूत कर ऑस्टियोपोरोसिस से बचाए

ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी समस्या जिसमें व्यक्ति की हड्डियां कमजोर हो जाती है। इस समस्या से राहत पाने में क्विनोआ बेनिफिट्स मददगार हो सकते हैं। इस बात का प्रमाण हड्डियों से संबंधित एक शोध में मिलता है। शोध में माना गया है कि क्वीनोआ में बीटा- इक्डीसोन (Ecdysone) नाम का एक फाइटोएसिडिस्टेरॉयड पाया जाता है। यह  फाइटोएकडिस्टेरॉइड्स (Phytoecdysteroids) हड्डियों के घनत्व को बढ़ाकर उन्हें मजबूती प्रदान करने में सहायक हो सकता है (12)। इस आधार पर माना जा सकता है कि हड्डियों को मजबूती प्रदान कर ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से राहत पाने में क्वीनोआ सहायक हो सकता है।

11. टिशू के विकास में मदद करे

बेनिफिट्स ऑफ क्विनोआ में टिशू की मरम्मत और विकास भी शामिल है। विशेषज्ञों के मुताबिक क्विनोआ प्लांट प्रोटीन (ऑल नाइन एमिनो एसिड) से भरपूर होता है, जो कोशिकाओं की मरम्मत कर उनके विकास को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाता है। वहीं, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण कोशिकाओं को होने वाले क्षति से बचाने का काम कर  सकते हैं (4)। चूंकि, कोशिकाओं के समूह को ही टिशू कहा जाता है। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि टिशू की मरम्मत और विकास में क्विनोआ सहायक हो सकता है।

12. बालों को मजबूती प्रदान करे

बालों को मजबूती प्रदान करने के लिए भी क्विनोआ को इस्तेमाल में लाया जा सकता है। क्वीनोआ से संबंधित एनसीबीआई के एक शोध में माना गया है कि इसमें मौजूद प्रोटीन अन्य समस्याओं के साथ ही बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मददगार साबित हो सकता है (9)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि यह बालों को मजबूती प्रदान कर उन्हें स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।

13. डैंड्रफ से राहत दिलाए

लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि क्विनोआ में मौजूद प्रोटीन बालों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके साथ ही यह डैंड्रफ की समस्या से राहत दिलाने में भी कारगर साबित हो सकता है। इस बात को क्विनोआ से संबंधित एक शोध में भी साफ तौर पर माना गया है (13)। बेनिफिट्स ऑफ क्विनोआ के लिए आवश्यकतानुसार क्विनोआ को उबालकर उसका पेस्ट बना लें और ठंडा होने पर स्कैल्प पर लगाएं। 15-20 मिनट बाद बालों को साफ पानी से धो लें।

पढ़ते रहे लेख

बेनिफिट्स ऑफ क्विनोआ के बाद अब हम क्विनोआ के पौष्टिक तत्व जानेंगे।

क्विनोआ के पौष्टिक तत्व – Nutritional Value of Quinoa in Hindi

पके हुए 100 ग्राम क्विनोआ में निम्नलिखित जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं (14)

पोषक  तत्वयूनिटमात्रा प्रति 100 ग्राम
पानीg71.61
एनर्जीKcal120
प्रोटीनg4.4
टोटल लिपिड (फैट)g1.92
कार्बोहाइड्रेटg21.3
फाइबर (टोटल डायट्री)g2.8
शुगरg0.87
कैल्शियमmg17
आयरनmg1.49
मैग्नीशियमmg64
फास्फोरसmg152
पोटेशियमmg172
सोडियमmg07
जिंकmg1.09
कॉपरmg0.192
मैगनीजmg0.631
सेलेनियमµg2.8
थियामिनmg0.107
राइबोफ्लेविनmg0.11
नियासिनmg0.412
विटामिन बी-6mg0.123
फोलेट (डीएफई)µg42
विटामिनए (आईयू)IU05
विटामिन-ईmg0.63
फैटी एसिड (सैचुरेटेड)g0.231
फैटी एसिड (मोनोअनसैचुरेटेड)g0.528
फैटी एसिड (पॉलीअनसैचुरेटेड)g1.078

आगे पढ़ें लेख

लेख के अगले भाग में अब हम क्विनोआ के उपयोग के बारे में जानेंगे।

क्विनोआ का उपयोग – How to Use Quinoa in Hindi

क्विनोआ का उपयोग करने के तरीके की बात करें, तो जान लेना जरूरी है कि क्विनोआ एक साबुत अनाज है, जिसे बनाने की विधि कुछ चावल की तरह है। पकने के बाद यह चावल की तरह फूल जाता है। इसे ब्रेकफास्ट से लेकर लंच-डिनर का हिस्सा बना सकते हैं। ब्रेकफास्ट के लिए 1 कप और लंच-डिनर के लिए 2-3 कप क्विनोआ को पका सकते हैं। वहीं, इसका इस्तेमाल सलाद, सूप, पोरिज, बर्गर, मफिन और पेनकेक्स में भी कर सकते हैं। अपनी पसंद के अनुसार सफेद, काला या लाल क्विनोआ का चुनाव कर सकते हैं। यहां हम क्विनोआ की दो रेसिपी के बारे में बता रहे हैं।

1. क्विनोआ सलाद

सामग्री :

  • दो कप पानी
  • एक कप क्विनोआ
  • गोभी के 10 पत्ते बारीक कटे हुए
  • तीन चम्मच जैतून का तेल
  • दो चम्मच नींबू का रस
  • एक चम्मच डीजोन मस्टर्ड
  • एक लहसुन बारीक कटा हुआ
  • दो-तीन काली मिर्च पिसी हुई
  • आधा चम्मच नमक
  • एक कप पेकान (एक प्रकार का अखरोट)
  • एक कप किशमिश
  • पनीर आधा कप

कैसे बनाएं? 

  • क्विनोआ को 10-15 मिनट तक पानी में उबालें और ठंडा होने के लिए रख दें।
  • अब एक बड़े बाउल में गोभी की पत्तियां डालें और उसमें जैतून का तेल, नींबू का रस, काली मिर्च, नमक, डीजोन मस्टर्ड व लहसुन डालकर अच्छी तरह मिला लें।
  • अब इसमें क्विनोआ, पेकान, किशमिश व पनीर डालकर मिलाएं और खाएं।

2. क्विनोआ और ब्लैक बीन्स रेसिपी

सामग्री :

  • एक कप क्विनोआ
  • एक चम्मच सब्जी बनाने का तेल
  • एक प्याज बारीक कटा हुआ
  • आधा चम्मच अदरक बारीक कटा हुआ
  • एक चम्मच जीरा
  • एक चौथाई चम्मच लाल मिर्च
  • एक चौथाई कप वेजिटेबल ब्रोथ
  • एक चम्मच नींबू का रस
  • एक कप कॉर्न
  • दो कैन ब्लैक बीन्स
  • आधा कप कटा हुआ धनिया
  • एक पका हुआ एवोकाडो (कटा हुआ)

कैसे बनाएं?  

  • पानी में क्विनोआ को अच्छी तरह धो लें।
  • बर्तन में तेल गर्म करें और प्याज व लहसुन डालें।
  • एक मिनट बाद बर्तन में क्विनोआ व वेजिटेबल ब्रोथ डालें।
  • अब इसमें जीरा, काली मिर्च, लाल मिर्च व नमक डालें।
  • थोड़ी देर बाद पानी डालकर 20 मिनट के लिए मध्यम आंच पर पकाएं।
  • अब इसमें नींबू का रस और कॉर्न डालकर मिक्स करें और बर्तन से ढक दें।
  • पांच मिनट बाद इसमें ब्लैक बीन्स और धनिया डालें।
  • बीन्स नरम होने तक पकाएं और कटे हुए एवोकाडो के साथ सर्व करें।

नीचे स्क्रॉल करें

क्विनोआ का उपयोग जानने के बाद अब हम क्विनोआ को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के तरीके जानेंगे।

क्विनोआ को लम्बे समय तक सुरक्षित कैसे रखें

निम्न बिंदुओं के माध्यम से हम क्वीनोआ को सुरक्षित रखने के तरीकों को समझ सकते हैं।

  • पके हुए क्विनोआ को एयर टाइट कंटेनर में करके फ्रिज में करीब पांच दिनों तक रखा जा सकता है।
  • वहीं, पके हुए क्वीनोवा को फ्रीज करके करीब महीने भर के लिए सुरक्षित किया जा सकता है।
  • बिना पके क्वीनोआ को एयर टाइट कंटेनर में कमरे के सामान्य तापमान पर करीब एक साल तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

पढ़ते रहे लेख

लेख के अगले भाग में हम जानेंगे कि क्वीनोआ को कहां से खरीदा जा सकता है।

क्विनोआ कहां से खरीदें?

सामान्य तौर पर किसी भी किराने की दुकान से क्वीनोआ को खरीदा जा सकता है। चाहें, तो इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके भी खरीद सकते हैं।

आगे पढ़ें लेख

क्विनोआ के फायदे जानने के बाद अब हम क्विनोआ के नुकसान समझने का प्रयास करें।

क्विनोआ के नुकसान – Side Effects of Quinoa in Hindi 

निम्न बिंदुओं के माध्यम से हम क्विनोआ के नुकसान को आसानी से समझ सकते हैं, जो इसकी अधिक मात्रा या कुछ विशेष परिस्थितियों में देखने को मिल सकते हैं।

  • इसमें वजन को कम करने का प्रभाव पाया जाता है, इसलिए अत्यधिक कम वजन वाले लोगों को इसके अधिक सेवन से बचना चाहिए (2)
  • यह ब्लड शुगर को कम कर सकता है (5)। इसलिए, डायबिटीज की दवा लेने वाले रोगियों को इसका सेवन करने से पूर्व डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए।
  •   वहीं, क्वीनोआ में एंटीहाइपरटेंसिव (ब्लड प्रेशर कम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है (6)। इसलिए, लो ब्लड प्रेशर की समस्या वाले लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए। वहीं, बल्ड प्रेशर की दवा लेने वालों को इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
  •   कुछ खाद्य पदार्थ विशेष से एलर्जी की शिकायत वाले लोगों को क्वीनोआ का सेवन करने से पूर्व डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए। कुछ लोगों में इसके सेवन के बाद एलर्जी के रूप में त्वचा पर जलन, चुभन या सांस लेने में तकलीफ की शिकायत हो सकती है (15)

इस बात में कोई दो राय नहीं कि क्विनोआ विभिन्न गुणों से भरपूर एक अनाज है, जिसे भोजन का हिस्सा बनाकर क्विनोआ के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। इसकी खासियत यह है कि क्वीनोआ के फायदे हासिल करने के लिए इसे कई प्रकार से बनाकर खाया जा सकता है। लेख में इसे लम्बे समय तक सुरक्षित रखने के आसान तरीके भी बताए गए हैं, जिन्हें अपना कर लंबे समय तक इनका लुत्फ उठाया जा सकता है। इसके साथ ही क्विनोआ के नुकसान पर ध्यान देना बिल्कुल भी न भूलें, क्योंकि कुछ विशेष परिस्थितियों या इसकी असंतुलित मात्रा के कारण यह कुछ दुष्परिणाम भी प्रदर्शित कर सकता है। उम्मीद है सेहत और स्वास्थ्य से जुड़ा यह लेख आपको काफी पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य विषयों के बारे में जानने के लिए पढ़ते रहे स्टाइलक्रेज।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या क्विनोआ चावल से बेहतर है?

चावल को आहार में इसमें मौजूद पोषक तत्वों के साथ ही इसके खास स्वाद के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। वहीं, बात अगर क्वीनोआ की हो, तो इसमें चावल और अन्य किसी अनाज के मुकाबले अधिक मिनरल्स पाए जाते हैं (8)। ऐसे में स्वास्थ्य के नजरिए से क्वीनोआ को चावल से बेहतर माना जा सकता है।

क्या रोजाना क्विनोआ खाना ठीक है?

हां, बेहतर स्वास्थ्य के लिए नियमित रूप से क्वीनोआ को खाने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है (16)। बशर्ते इसका सेवन संतुलित मात्रा में किया जाए।

क्या क्विनोआ पेट की चर्बी का कारण बनता है?

लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि क्विनोआ मोटापे की समस्या में राहत पहुंचा सकता है (2)। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि क्विनोआ पेट की चर्बी का कारण नहीं बनता है, बल्कि वजन को कम करने में मदद कर सकता है।

क्या क्विनोआ वजन घटाने के लिए अच्छा है?

हां, क्वीनोआ वजन घटाने में मददगार साबित हो सकता है (2)

क्विनोवा के कारण मेरे पेट में दर्द क्यों होता है?

जैसा कि आपको लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि क्विनोआ में फाइबर पाया जाता है (14)। वहीं, फाइबर की अधिक मात्रा पेट में दर्द की समस्या पैदा कर सकती है (17)। इस कारण यह कहा जा सकता है कि जरूरत से अधिक मात्रा में क्विनोआ का सेवन करने के कारण ऐसा हो सकता है।

क्या क्विनोआ गैस बनाता है?

हां, फाइबर की मौजूदगी के कारण क्विनोआ का अधिक सेवन गैस की समस्या पैदा कर सकता है (14) (17)

Sources

Stylecraze has strict sourcing guidelines and relies on peer-reviewed studies, academic research institutions, and medical associations. We avoid using tertiary references. You can learn more about how we ensure our content is accurate and current by reading our editorial policy.

और पढ़े:

Was this article helpful?
thumbsupthumbsdown
The following two tabs change content below.

ताज़े आलेख