सेमल के फायदे, उपयोग और नुकसान – Semal Benefits and Uses in Hindi

Written by , MA (Journalism & Media Communication) Puja Kumari MA (Journalism & Media Communication)
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विश्वभर में कई ऐसे पेड़-पौधे हैं, जिनके फल, फूल, पत्ती, जड़ और अन्य भाग सेहत के लिए लाभकारी होते हैं। ऐसी ही खूबी से भरा एक पेड़ सेमल भी है। सेमल को आयुर्वेदिक पेड़ के तौर पर जाना जाता है। इसके औषधीय गुण के कारण यह पौधा कई शारीरिक समस्याओं के लक्षण को कम करने की क्षमता रखता है, जिसकी जानकारी स्टाइलक्रेज का यह लेख लेकर आया है। यहां सेमल के पेड़ के फायदे, उपयोग के साथ ही सेमल के नुकसान के बारे में विस्तार से बताया गया है।

नीचे पूरी जानकारी है

शुरुआत में हम यह बताएंगे कि आखिर सेमल क्या होता है।

सेमल क्या है – What is Semal in Hindi

सेमल एक तरह का पेड़ है, जो मालवेसी परिवार से संबंध रखता है। इसका वैज्ञानिक नाम बॉम्बैक्स सेइबा (Bombax Ceiba) है। सेमल के पेड़ को ​मालाबार कॉटन ट्री, रेड सिल्क कॉटन और रेड कॉटन के नाम से भी जाना जाता हैं। इस पेड़ की ऊंचाई लगभग 30 मीटर तक होती है (1)

सेमल की पत्तियां छह से सात के समूह में होती हैं और इस पेड़ पर लाल रंग के फूल खिलते हैं। इसके फूल में ही फल भी लगते हैं, जो शुरुआत में हरे रंग और समय बीतने पर भूरे या काले होने लगता हैं (1)। सेमल के इन सभी हिस्सों का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। इनसे होने वाले फायदे आगे पढ़ें।

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लेख के अगले भाग में हम सेमल में मौजूद औषधीय गुण की जानकारी दे रहे हैं।

सेमल के औषधीय गुण – Semal Medicinal Properties in Hindi

सेमल औषधीय गुणों का भंडार है। इसमें फेनोलिक कंपाउंड, त्वचा को एजिंग से बचाने वाली एंटीएजिंग क्षमता और शरीर को ठंडा करने वाला कूलिंग प्रभाव होता है। साथ ही सेमल में एंटीमाइक्रोबियल, एंटी-कैंसर, एंटी-एचआईवी और एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि पाई जाती हैं। इनके अलावा, सेमल में मौजूद अन्य गुण कुछ इस तरह हैं (2) (3)

  • सेमल में एस्ट्रिंजेंट कंपाउंड होता है, जिससे त्वचा में कसावट आ सकती है
  • शरीर की गतिविधि को बढ़ाने वाला स्टीमुलेंट गुण
  • ड्यूरेटिक यानी मूत्रवर्धक प्रभाव होता है
  • सेमल में कामोत्तेजना को बढ़ाने वाला ऐफ्रडिजीऐक गुण होता है
  • सूजन कम करने वाला एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव पाया जाता है
  • एनाल्जेसिक प्रभाव, जिससे दर्द कम होता है
  • रक्तचाप को कम की हाइपोटेंशन क्षमता होती है
  • रक्त शुगर नियंत्रित करने वाली हाइपोग्लाइसेमिक गतिविधि से युक्त

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चलिए, अब जान लेते हैं कि सेमल के पेड़ के फायदे किस तरह से हो सकते हैं।

सेमल के फायदे – Benefits of Semal in Hindi

सेमल में कई प्रकार के गुण होते हैं, जो इसे सेहत के लिए उपयोगी बनाते हैं। इसके इस्तेमाल से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में हम आगे बता रहे हैं। चलिए, पढ़ते हैं सेमल के फायदे।

1. ल्यूकोरिया से राहत 

महिलाओं की प्रजनन आयु यानी 15 से 45 की बीच की उम्र में होने वाली आम समस्याओं में से एक ल्यूकोरिया यानी वेजाइनल डिस्चार्ज है। इससे महिला की दिनचर्या ही प्रभावित हो जाती है (4)। इस परेशानी को कुछ कम करने में सेमल मदद कर सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, सेमल के फूल और फल के उपयोग से यह शिकायत कम हो सकती है (1)

यही नहीं, सेमल की जड़ को भी ल्यूकोरिया के लिए फायदेमंद बताया जाता है (5)। दरअसल, कैनडीडा अल्बिकन्स फंगस को वेजाइनल डिसचार्ज की एक वजह माना गया है (6)। इसे फंगस को बढ़ने से रोकने और नष्ट करने में सेमल में मौजूद एंटी माइक्रोबियल प्रभाव मददगार साबित हो सकता है (3)इसी वजह से सेमल को वेजाइनल डिस्चार्ज राहत दिलाने के लिए जाना जाता है।   

2. खून साफ करने के लिए

खून को साफ करने में भी सेमल का पेड़ फायदेमंद साबित हो सकता है। एक मेडिकल रिसर्च की मानें, तो सेमल के पत्तियों को पुराने समय से ही ब्लड प्यूरीफिकेशन यानी खून साफ करने के लिए उपयोग में लाया जाता रहा है। साथ ही सेमल के फल में भी रक्त को साफ करने की क्षमता होती है। इससे रक्त संबंधी समस्याएं भी ठीक हो सकती हैं (2)

3. मासिक धर्म में मदद 

मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए भी सेमल के फूल के फायदे देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक, सेमल की जड़ में एंटी ऑक्सीडेंट क्षमता होती है। इस प्रभाव के कारण सेमल को मासिक धर्म के दौरान होने वाले अत्यधिक रक्तस्त्राव को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जा सकता है (7)। साथ ही यह मासिक धर्म को नियमति करने और इससे संबंधित अन्य विकार को दूर कर सकता है (8)

4. यूरिनरी डिसऑर्डर के लिए 

यूरिनरी डिसऑर्डर, मूत्राशय से जुड़ी समस्या होती है (9)। इसे ठीक करने के लिए सेमल का उपयोग किया जा सकता है। इस संबंध में प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च में इस बात की पुष्टि भी होती है। शोध में कहा गया है कि यह यूरिनरी अंगों के मेमबरेन (दो सेल्स के बीच की झल्ली) पर अच्छा प्रभाव डाल सकता है (8)। इसका सकारात्मक असर यूरिनरी संबंधी समस्या पर पड़ सकता है।

इतना ही नहीं, एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर पब्लिश एक रिसर्च पेपर के अनुसार, सेमल के उपयोग से यूरोलिथियासिस (मूत्राशय की पत्थरी) के खिलाफ प्रोटेक्टिव यानी सुरक्षात्मक प्रभाव पड़ता है। इस कारण सेमल मूत्राशय की पथरी से बचाव कर सकता है (10)

5. ब्रेस्ट मिल्क का उत्पादन

सेमल की जड़ के फायदे ब्रेस्ट मिल्क में सुधार करने के लिए हो सकते हैं (1)एक वैज्ञानिक शोध की मानें, तो सेमल की जड़ की छाल के पाउडर का नियमित रूप से सेवन करने से ब्रेस्ट मिल्क में सुधार हो सकता है। साथ ही सेमल की जड़ को धोकर पाउडर बनाने के बाद दूध में मिलाकर पीने से भी ब्रेस्ट मिल्क का उत्पादन बढ़ सकता है (11)। हां, इसमें मौजूद गतिविधि और गुण स्पष्ट नहीं हैं, जिससे ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन बढ़ता है । 

6. खांसी से राहत 

खांसी की शिकायत से जूझ रहे लोग भी सेमल का इस्तेमाल कर सकते हैं (11)। दरअसल, सेमल में एंटी-माइक्रोबियल प्रभाव होता है, जो कई समस्याओं के लक्षण को कम करने का काम कर सकता है। इन समस्याओं में से एक खांसी भी है (12)। ऐसे में कह सकते हैं कि खांसी से राहत दिलाने के लिए सेमल मूसली के फायदे हो सकते हैं।

7. त्वचा के लिए 

सेमल के फूल के फायदे में त्वचा संबंधित समस्याओं से बचाव भी शामिल है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, सेमल में एंटीएजिंग क्षमता होती है, जो उम्र बढ़ने के कारण त्वचा पर दिखने वाली झुर्रियों को कम कर सकता है (3)। अन्य अध्ययन के मुताबिक, सेमल की पत्तियों और छाल में एंटी-एक्ने क्षमता होती है, जो मुंहासे की समस्या से राहत दिला सकती है (12)

साथ ही इसमें एंटी माइक्रोबियल प्रभाव होता है, जो फोड़े और चिकन पॉक्स जैसी त्वचा संबधी समस्याओं को कम कर सकता है (12)। रिसर्च में कहा गया है कि सेमल की जड़ से बने पेस्ट को मुंहासे, त्वचा के दाग-धब्बे और पिगमेंटेशन के घरेलू इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है। यही नहीं, सेमल को झाई और जले हुए निशान को हल्का करने के लिए भी जाना जाता है (2)

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आगे जानिए कि सेमल को किस तरह से उपयोग में लाया जा सकता है।

सेमल खाने का सही तरीका – How to Use Semal in Hindi

सेमल का पेड़ भले ही फायदेमंद है, लेकिन इसके फायदे तभी होते हैं, जब इसे सही तरह से इस्तेमाल किया जाए। इसके प्रभावी असर के लिए सेमल को कुछ इस तरह से उपयोग किया जा सकता है।

कैसे उपयोग करें :

  • सेमल चूर्ण को दूध या पानी के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
  • इसके पाउडर को शहद के साथ भी ले सकते हैं
  • सेमल के ताजे पत्तों के रस को छानकर इसमें पानी मिलाकर पी सकते हैं।
  • इसके छाल से पेस्ट बनाकर त्वचा में हुई समस्या पर लगा सकते हैं।
  • सेमल जड़ का पाउडर, काली मिर्च और अदरक पाउडर से साथ मिक्स करके चूर्ण बना सकते हैं।
  • सेमल की पत्तियों, जड़ या छाल से काढ़ा बना सकते हैं।

कब उपयोग करें :

  • इसके चूर्ण को रात में सोने से पहले दूध या पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
  • सेमल की पत्तियों के जूस को सुबह पिया जा सकता है।
  • इसके काढ़े को सर्दी-जुकाम के दौरान किसी भी समय ले सकते हैं।

कितना उपयोग करें :

सेमल के सेवन की सही मात्रा व्यक्ति के स्वास्थ्य और उम्र पर निर्भर करती है। इसी वजह से इसे जानने के लिए डायटीशियन या डॉक्टर की मदद लें सकते हैं। हम आगे स्वस्था वयस्क के लिए रिसर्च के आधार पर सेमल की सुरक्षित मात्रा बता रहे हैं (3)

  • सेमल का तना-छाल और जड़ को 5-10 ग्राम ले सकते हैं
  • फल को 1-3 ग्राम तक खाया जा सकता है
  • इसके फूल को 10-20 ग्राम
  • सेमल के गोंद को 1 से 2 ग्राम तक ले सकते हैं

नीचे और जानकारी है

आइए, अब जानते हैं कि सेमल के नुकसान क्या हो सकते हैं।

सेमल के नुकसान – Side Effects of Semal in Hindi

सेमल के पेड़ के फायदे के साथ ही कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। अक्सर सेमल के नुकसान इसका अधिक सेवन करने पर ही नजर आते हैं। यही वजह है कि सेमल को हमेशा सीमित मात्रा में ही लेने की सलाह दी जाती है। आगे पढ़िए, सेमल के नुकसान –

  • अगर कोई सेमल के साथ ही मधुमेह के लिए दवाई ले रहा है, तो इससे निम्न रक्त शुगर की समस्या हो सकती है। दरअसल, इसमें एंटी-डायबिटिक गतिविधि होती है, जिससे रक्त शुगर कम हो सकता है (11)
  • सेमल के पत्ते और जड़ में नाइट्राइट होता है, जो व्यक्ति पर टॉक्सिक प्रभाव डाल सकता है (13)
  • इसमें नाइट्राइट की अधिक मात्रा होती है, जो हीमोग्लोबिन के ऑक्सीकरण द्वारा मेथेमोग्लोबिनेमिया जैसे नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है (13)। मेथेमोग्लोबिनेमिया रक्त संबंधी एक विकार है, जिससे रक्त में इसका उत्पादन अधिक होने लगता है (14)
  • सेमल के उपयोग से कुछ लोगों को पोलेन (पौधों से होने वाली) एलर्जी हो सकती है (15)
  • गर्भवतियों को सेमल का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
  • किसी गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह के बिना सेमल का उपयोग न करें।

सेमल एक औषधीय पेड़ है, जिसका हर हिस्सा सेहत के लिए लाभकारी माना जाता है। रिसर्च में भी सेमल के फायदों का जिक्र मिलता है। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए सेमल का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन स्वास्थ्य के लिए महज सेमल पर ही निर्भर रहना बिल्कुल सही नहीं है। इसके लिए नियमित रूप से योग और संतुलित आहार का सेवन करते रहें। इसी तरह के अन्य औषधीय पेड़-पौधों के बारे में जानने के लिए स्टाइलक्रेज के साथ जुड़े रहें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या सेमल को रोज लेना ठीक है?

जी हां, सेमल को रोजाना सीमित मात्रा में लिया जा सकता है (11)

क्या सेमल को खाली पेट ले सकते हैं?

जी हां, सेमल को खाली पेट लिया जा सकता है। इसे खाली पेट लेने से नपुंसकता और बांझपन की स्थिति में सुधार हो सकता है (2)

सेमल को काम करने में कितना समय लगता है?

किसी भी खाद्य पदार्थ को असर दिखाने में समय लगता है। उसी प्रकार सेमल को असर दिखा में हफ्ते भर का समय लग सकता है।

संदर्भ (Sources)

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  1. BOMBAX CEIBA: KALPATARU, A TREE OF LIFE
    https://www.academia.edu/31763384/BOMBAX_CEIBA_KALPATARU_A_TREE_OF_LIFE
  2. PHARMACOGNOSTIC AND PHARMACOLOGICAL PROFILE OF BOMBAX CEIBA
    http://www.ajper.com/admin/assets/article_issue/1503166432.pdf
  3. Shalmali (Bombax ceiba): Versatility in its therapeutics
    https://www.researchgate.net/publication/321682088_Shalmali_Bombax_ceiba_Versatility_in_its_therapeutics
  4. IDENTIFICATION OF MICROBIOLOGICAL PROFILE OF LEUCORRHOEA IN REPRODUCTIVE AGE GROUP
    https://www.researchgate.net/publication/259762687_IDENTIFICATION_OF_MICROBIOLOGICAL_PROFILE_OF_LEUCORRHOEA_IN_REPRODUCTIVE_AGE_GROUP
  5. Traditional phytomedicines for gynecological problems used by tribal communities of Mohmand Agency near the Pak-Afghan border area
    https://www.scielo.br/j/rbfar/a/F7rqvbp99Kr4SvzvNbWBCPR/?lang=en&format=pdf
  6. Vulvovaginal Candidiasis: A Current Understanding and Burning Questions
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7151053/
  7. BOMBAX CEIBA: KALPATARU, A TREE OF LIFE
    http://www.journalijar.com/uploads/742_IJAR-15278.pdf
  8. Ethnomedicinal and pharmacological activities of Mochrus (Bombax ceiba Linn.): An overview
    https://www.researchgate.net/publication/303669129_Ethnomedicinal_and_pharmacological_activities_of_Mochrus_Bombax_ceiba_Linn_An_overview
  9. Urinary Tract Infections
    https://medlineplus.gov/urinarytractinfections.html
  10. Dietary Plants for the Prevention and Management of Kidney Stones: Preclinical and Clinical Evidence and Molecular Mechanisms
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5877626/
  11. A Pharmacognostic and pharmacological overview on Bombax ceiba
    http://saspublisher.com/wp-content/uploads/2014/03/SAJP32-100-107.pdf
  12. Assesment of Credibility of some folk medicinal claim of bombax ceiba l
    http://nopr.niscair.res.in/bitstream/123456789/26029/1/IJTK%2013(1)%2087-94.pdf
  13. ANTIBACTERIAL AND ANTIOXIDANT POTENTIAL OF STEM BARK EXTRACT OF BOMBAX CEIBA COLLECTED LOCALLY FROM SOUTH PUNJAB AREA OF PAKISTAN
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5446470/
  14. Methemoglobinemia
    https://medlineplus.gov/ency/article/000562.htm
  15. AIRBORNE POLLEN OF BOMBAX CEIBA L. : AN IMPORTANT SOURCE OF AEROALLERGEN FROM INDIA
    https://www.researchgate.net/publication/323389629_AIRBORNE_POLLEN_OF_BOMBAX_CEIBA_L_AN_IMPORTANT_SOURCE_OF_AEROALLERGEN_FROM_INDIA
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