Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

घर में आप कई तरह के तेल का उपयोग करते होंगे। कुछ तेल खाना बनाने के लिए, तो कुछ तेल बालों में लगाने के लिए। कभी-कभी लोग तेल को शरीर व चेहरे पर भी लगाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। विभिन्न प्रकार के तेल का इस्तेमाल करते हुए कभी-न-कभी आपने सोयाबीन ऑयल का भी उपयोग किया ही होगा। हम इस लेख में इसी तेल के बारे में बता रहे हैं। इस तेल में कई खूबियां और खामियां हैं, जिनकी वजह से शरीर को सोयाबीन तेल के फायदे और नुकसान होते हैं। हमने स्टाइलक्रेज के इसे आर्टिकल में विस्तार से इन सभी के बारे में बताया है। साथ ही यह भी जानकारी दी है कि सोयाबीन का तेल कितना सुरक्षित है और कितना हानिकारक।

शुरू करते हैं लेख

सबसे पहले जानिए कि आखिर सोयाबीन तेल क्या है।

सोयाबीन तेल क्या है – What is Soybean Oil in Hindi

सोयाबीन ऑयल वनस्पति तेल है यानी वेजिटेबल ऑयल है, जिसे सोयाबीन के बीजों से निकाला जाता है। संयमित मात्रा में इसका इस्तेमाल करने से स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है, लेकिन इसका अधिक उपयोग शरीर को कई तरह के नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसी वजह से लेख में आगे हम सोयाबीन तेल के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में बता रहे हैं।

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लेख में आगे बढ़ते हुए जानते हैं कि स्वास्थ्य के लिए सोयाबीन तेल के फायदे क्या-क्या हैं।

सोयाबीन तेल के फायदे – Benefits of Soybean Oil in Hindi

सोयाबीन ऑयल स्वास्थ्य पर क्या असर डालता है और सोयाबीन तेल के फायदे क्या हैं, ये सब हम आगे रिसर्च के आधार पर बता रहे हैं। इन फायदों को जानकर यह न समझ लें कि सोयाबीन तेल का उपयोग करने के बाद बीमारी में डॉक्टर से परामर्श लेने की जरूरत नहीं है। यह तेल बीमारियों से बचाव कर सकता है, लेकिन किसी भी बीमारी का इलाज नहीं है। इसलिए, बीमार होते ही डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

1. हड्डी स्वास्थ्य

हड्डी स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी सोयाबीन ऑयल मदद कर सकता है। इसमें आइसोफ्लेफॉन केमिकल कंपाउंड होता है, जो एस्ट्रोजेनिक गतिविधि और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव दिखाता है। यह ऑक्सीडेटिव संतुलन को बनाए रखते हुए ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से संबंधित बीमारियों जैसे कि ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डी रोग) से बचाव कर सकता है। साथ ही यह एस्ट्रोजन लेवल को बढ़ाकर हड्डी को स्वस्थ रखने में भी सहायक हो सकता है (1)।

2. अल्जाइमर रोग के लिए

अल्जाइमर रोग यानी भूलने की बीमारी को कुछ कम करने में भी सोयाबीन तेल मदद कर सकता है। चूहों पर हुए एक रिसर्च के मुताबिक, सोयाबीन ऑयल का सेवन करने वालों की याददाश्त और याद करने की क्षमता बढ़ सकती है (2)। हम ऊपर बता ही चुके हैं कि सोयाबीन तेल में आइसोफ्लेफॉन्स होते हैं। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके एजिंग के कारण होने वाले अल्जाइमर रोग से भी राहत दिला सकता है (3)।

3. बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हृदय को बचाने के लिए

कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए भी सोयाबीन तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक रिसर्च पेपर में बताया गया है कि सोयाबीन तेल अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने और बुरे कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद कर सकता है।

रिसर्च में बताया गया है कि सोयाबीन का तेल आंतों में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करके इसके स्तर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। हानिकारक कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल के कम होने से हृदय संबंधी परेशानियों से भी बचा जा सकता है (4)

4. त्वचा के लिए

त्वचा को जवां बनाए रखने और उसे पोषण देने में भी सोयाबीन तेल मदद कर सकता है। एक रिसर्च में बताया गया है कि सोयाबीन के अर्क में एंटी एजिंग प्रभाव होता है। इसे चेहरे पर लगाने से यह एजिंग की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है (5)।

इसके अलावा, सोयाबीन के तेल में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव की वजह से यह स्किन को रिपेयर करने और त्वचा संबंधी सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। साथ ही यह यूवी रेज से होने वाले नुकसान से भी बचा सकता है (6)।

5. इंफ्लेमेशन से बचाव

हम ऊपर बता ही चुके हैं कि सोयाबीन में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता है। इस गुण से त्वचा संबंधी इंफ्लेमेशन को कम किया जा सकता है। साथ ही एक रिसर्च में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि सोयाबीन तेल का एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव फेफड़ों पर होने वाले इंफ्लेमेशन को रोकने में मदद कर सकता है (6)।

6. वजन बढ़ाने के लिए

बहुत कोशिश करने के बाद भी वजन नहीं बढ़ रहा है, तो सोयाबीन के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें मौजूद फैटी एसिड्स की वजह से यह वजन को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। रिसर्च में यह भी कहा गया है कि इसका ज्यादा उपयोग करने से मोटापा हो सकता है (7)। इसी वजह से इसकी मात्रा को ध्यान में रखते हुए सोयबीन तेल को आहार में शामिल करें।

7. बालों के लिए

सोयाबीन तेल का असर बालों पर कैसा होता है इसको लेकर किसी तरह का सटीक शोध उपलब्ध नहीं है। फिर भी लोग इस तेल में मौजूद विटामिन ई की वजह से इसे बालों के लिए अच्छा और पौष्टिक तेल मानते हैं (8)। एक रिसर्च के मुताबिक, विटामिन ई स्कैल्प के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके एलोपेशिया यानी गंजेपन से बचाव करने में मदद कर सकता है (9)।

लेख में बने रहें

आगे हम सोयाबीन ऑयल के पोषक तत्वों की जानकारी दे रहे हैं।

सोयाबीन तेल के पौष्टिक तत्व – Soybean Oil Nutritional Value in Hindi

सोयाबीन ऑयल में मौजूद पोषक तत्व के बारे में हम आगे टेबल के माध्यम से बताएंगे। यह मात्रा प्रति 100 ग्राम सोयाबीन तेल की है (8)।

पोषक तत्वमात्रा 
एनर्जी884 kcal
टोटल लिपिड (फैट)100 g
आयरन0.05 mg
जिंक0.01 mg
कोलिन, टोटल0.2 mg
विटामिन ई8.18 mg
विटामिन के183.9 µg
फैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड15.65 g
फैटी एसिड्स, टोटल मोनोसैचुरेटेड22.783 g
फैटी एसिड्स, टोटल पॉलीसैचुरेटेड57.74 g

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सोयाबीन ऑयल के पोषक तत्वों के बाद आगे हम इसके उपयोग की जानकारी दे रहे हैं।

सोयाबीन तेल का उपयोग – How to Use Soybean Oil in Hindi

सोयाबीन ऑयल के उपयोग के कुछ तरीकों के बारे में हम आगे बता रहे हैं। यहां सोयाबीन तेल को कब, कैसे और कितनी मात्रा में अपने आहार में शामिल करना चाहिए, इससे संबंधित जानकारी मौजूद है।

आहार में कैसे शामिल करें:

  • सब्जी बनाने के लिए
  • बेकिंग करते हुए
  • पकौड़े या फिर चिप्स तलने के लिए

कब खाएं :

सोयाबीन तेल से बना खाना किसी भी समय खा सकते हैं।

कितनी मात्रा में इस्तेमाल करें :

खाना बनाने के लिए एक चम्मच सोयाबीन तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

स्क्रॉल करें

आगे हम सोयाबीन तेल के नुकसान के बारे में बता रहे हैं।

सोयाबीन तेल के नुकसान – Side Effects of Soybean Oil in Hindi

सोयाबीन तेल के फायदे के साथ ही कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। ऐसे में सोयाबीन तेल का उपयोग संभल कर करना चाहिए। क्या हैं सोयाबीन तेल के नुकसान आगे पढ़िए (10)।

  • फैटी लिवर
  • मोटापा
  • ज्यादा मात्रा में सोयाबीन तेल का इस्तेमाल करने से मेटाबॉलिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।

सोयाबीन ऑयल के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में आप जान ही चुके हैं। इसका इस्तेमाल कम मात्रा में करने से एक ओर फायदा मिल सकता है, तो दूसरी ओर ज्यादा मात्रा के कारण यह कोई तरह के नुकसान भी पहुंचा सकता है। ऐसे में सोयाबीन ऑयल के दोनों पहलूओं को ध्यान में रखते हुए ही इसका उपयोग करने और न करने का फैसला लें। साथ ही अगर किसी तरह की शारीरिक समस्या से गुजर रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर ही इस तेल का इस्तेमाल करें।

लेख में आगे हम पाठकों द्वारा सोयाबीन ऑयल के संबंध में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब दे रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

सोयाबीन का तेल आपके लिए इतना बुरा क्यों है?

सोयाबीन तेल सिर्फ बुरा नहीं अच्छा भी है, लेकिन ज्यादा मात्रा में इसका उपयोग करने से नुकसान हो सकते हैं। इसकी वजह इसमें अधिक मात्रा में पाए जाने वाले फैटी एसिड्स हैं।

कौन सा तेल बेहतर है: सूरजमुखी या सोयाबीन?

दोनों तेल शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं, क्योंकि दोनों की अपनी-अपनी खूबियां हैं। ध्यान दें कि इन दोनों तेल को जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने पर नुकसान भी हो सकता है।

क्या सोयाबीन का तेल चेहरे के लिए अच्छा है?

हां, सोयाबीन का तेल चेहरे के लिए अच्छा होता है।

वनस्पति यानी वेजिटेबल तेल की तुलना में सोयाबीन तेल स्वस्थ है?

सोयाबीन ऑयल भी एक प्रकार का वेजिटेबल ऑयल ही है और दोनों ही कम मात्रा में सेवन करने पर स्वस्थ हैं।

क्या सोयाबीन का तेल जैतून के तेल से बेहतर है?

नहीं, सोयाबीन का तेल जैतून के तेल से बेहतर नहीं है।

क्या सोयाबीन का तेल त्वचा के माध्यम से अवशोषित होता है?

हां, सोयाबीन तेल त्वचा में अवशोषित हो सकता है।

क्या सोयाबीन का तेल आपके लीवर के लिए बुरा है?

हां, सोयाबीन तेल का ज्यादा सेवन करने से लीवर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है (10)।

Sources

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