Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए कई तरह के मसाले प्रयोग किए जाते हैं। ये मसाले सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं। ऐसा ही एक मसाला है, जिसे स्टार एनिस कहा जाता है। आम बोलचाल की भाषा में इसे ‘चक्र फूल’ के नाम से जाना जाता है। माना जाता है कि चक्रफुल के उपयोग से कई शारीरिक समस्याओं के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह शरीर को कई रोगों से बचाए रखने में सहायता कर सकता है। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम इसी मसाले के गुण बताने जा रहे हैं। इस लेख में हम सेहत के लिए चक्र फूल के फायदे और चक्र फूल के नुकसान दोनों पर चर्चा करेंगे।

विस्तार से पढ़ें

लेख में सबसे पहले हम चक्र फूल क्या है, इसकी जानकारी दे रहे हैं।

चक्र फूल (स्‍टार ऐनिस) क्या है? – What is Star Anise in Hindi

जो चक्र फूल के बारे में पहली बार पढ़ रहे होंगे, उनके दिमाग में एक बात तो जरूर आई होगी कि आखिर चक्र फूल क्या है और यह देखने में कैसा होता है। यहां हम बता दें कि चक्र फूल देखने में सितारे के आकार का होता है। स्टार ऐनिस को इलीसिएसी (Illiciaceae) परिवार का पौधा माना गया है (1)। इसकी खेती मुख्य रूप से लाओस, कंबोडिया, भारत, फिलीपींस और जमैका में होती है। इसकी विशिष्ट आकृति के कारण चीन में इसे बाट गोक (baat gok) या फिर बा जिओ (Ba jiao) कहा जाता है, जिसका मतलब आठ-कोनों वाला सितारा है।

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लेख में आगे पढ़ें चक्र फूल के फायदे।

चक्र फूल के फायदे – Benefits of Star Anise in Hindi

चक्रफुल पर हुए शोध में पाया गया है कि इसमें कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो कई प्रकार की समस्याओं से बचने और उसके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इससे होने वाले कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार हैं।

1. गैस और अपच से छुटकारा

गैस और अपच की समस्या से छुटकारा पाने के लिए चक्र फूल के फायदे देखे जा सकते हैं। इस संबंध में प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में स्टार ऐनिस को एक अच्छा गैस रिलीजिंग एजेंट माना गया है, जो गैस की समस्या से राहत दिलाने का काम कर सकता है (2)। वहीं, भोजन के बाद चक्र फूल चबाने से पाचन तंत्र में सुधार हो सकता है, जिससे कि खाने को पचाना आसान हो सकता है (1)। फिलहाल, इसके इन फायदों के पीछे कौन से गुण काम करते हैं, इसे लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

2. एंटी-माइक्रोबियल गुण

के फायदे एंटी-माइक्रोबियल के रूप में भी देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक रिसर्च की मानें, तो चक्र फूल में एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं (1)। वहीं, एंटी माइक्रोबियल गुण बैक्टीरिया के साथ-साथ वायरस, फंगस और परजीवी संक्रमण से बचाने में मदद कर सकते हैं (3)।

3. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण

चक्र फूल को एंटी-इन्फ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाला) गुण के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध की मानें, तो इसमें एनेथोल नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी की तरह काम कर सकता है। वहीं, एंटी इंफ्लेमेटरी गुण फेफड़ों को सूजन की समस्या से बचाने में मददगार हो सकते हैं। इसके अलावा, सूजन की अन्य स्थितियों पर स्टार ऐनिस कुछ हद तक कारगर साबित हो सकता है (4)।

4. एंटी-बैक्टीरियल लाभ

चक्र फूल के फायदे एंटी-बैक्टीरियल के रूप में भी सामने आ सकते हैं। इस संबंध में प्रकाशित एक वैज्ञानिक अध्ययन में दिया हुआ है कि चक्र फूल के इथेनॉल एक्सट्रैक्ट में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होता है, जो स्यूडोमोनस एरुगिनोसा और एसिनोबोबैक्टेर बॉमनी जैसे बैक्टीरिया के खिलाफ कारगर साबित हो सकता है (1)।

5. एंटी-फंगल गुण

चक्र फूल फंगल संक्रमण से छुटकारा दिलाने का काम भी कर सकता है। इस संबंध में पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, चक्र फूल में एंटी-फंगल प्रभाव पाया जाता है, जो फुसैरियम सोलानी, फुसैरियम ग्रैमिनेयरम और फुसैरियम ऑक्सिस्पोरम नामक फंगस के खिलाफ कारगर साबित हो सकता है (1)। त्वचा के लिए चक्र फूल लाभ फंगल संक्रमण से बचाव का काम कर सकते हैं।

6. कीमोप्रोटेक्टिव (Chemoprotective) गुण

स्टार ऐनिस कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, इसमें एंटी-ट्यूमर गुण पाया जाता है, जो ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में मददगार हो सकता है। साथ ही शोध में यह भी जिक्र मिलता है कि चक्र फूल के तेल, इसमें मौजूद पॉलीसैकेराइड (polysaccharides) और शिकीमिक एसिड (shikimic acid) में कीमोप्रिवेंटिव (कैंसर से बचाव करने वाला) प्रभाव पाया जाता है (5)। इसके अलावा, हम यह स्पष्ट कर दें कि कैंसर से बचने के लिए चक्र फूल कैंसर प्रिवेंटिव डाइट में शामिल किया जा सकता है, लेकिन यह इसका इलाज नहीं है। इसलिए, अगर कोई कैंसर की चपेट में आ चुका है, तो उसका डॉक्टरी इलाज करवाना जरूरी है।

7. अरोमाथेरेपी के लिए

अरोमाथेरेपी चिकित्सा जगत की वो पद्धति है, जिसमें प्राकृतिक तेलों का इस्तेमाल कर विभिन्न शारीरिक समस्याओं का इलाज किया जाता है। इसमें चक्र फूल का तेल भी शामिल है। वहीं, इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि चक्र फूल के तेल से की गई अरोमाथेरेपी खांसी, ऐंठन, हिचकी और अपच की समस्या को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकती है (6)।

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चक्र फूल को इस्तेमाल करने के विभिन्न तरीके नीचे बताए गए हैं।

चक्र फूल का उपयोग – How to Use Star Anise in Hindi

स्टार ऐनिस को कई प्रकार से उपयोग में लाया जा सकता है। नीचे जानिए इसे उपयोग में लाने के विभिन्न तरीके:

उपयोग करने का तरीका:

  • सही पाचन के लिए भोजन के बाद इसकी थोड़ी मात्रा को सीधे चबाया जा सकता है।
  • दक्षिण भारत में चकरी फूल का उपयोग रसम और सांबर बनाने के लिए किया जाता है।
  • चक्र फूल की चाय बनाई जा सकती है।
  • इसका उपयोग सूप में किया जा सकता है।
  • बिरयानी के खास मसालों में चकरी फूल को शामिल किया जाता है।
  • चक्र फूल के तेल का उपयोग अरोमोथेरेपी के लिए किया जा सकता है।

कब खाएं :

  • इसे दोपहर या रात के भोजन में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • चक्र फूल की चाय को सुबह या शाम को पी सकते हैं।

कितना खाएं :

  • आमतौर पर 5-7 चक्र फूल को गर्म पानी में दस मिनट के लिए भिगोकर रखने के बाद छानकर इसे लिया जाता है। हालांकि इसकी सीमित मात्रा को ही उपयोग में लाएं। वहीं, अगर कोई अपने लिए चक्र फूल के सेवन की सही मात्रा जानना चाहता है, तो वो आहार विशेषज्ञ से संपर्क करें।

नीचे जरूरी जानकारी है

लेख के अंत में जानिए चक्र फूल से होने वाले कुछ नुकसान।

चक्र फूल के नुकसान – Side Effects of Star Anise In Hindi

इस बात में कोई दो राय नहीं है कि चक्र फूल सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। इसका अधिक मात्रा में किया गया सेवन निम्नलिखित दुष्प्रभावों का कारण बन सकता है (7) :

  • नशा
  • दस्त की समस्या
  • ब्रेडीकार्डिया का जोखिम यानी हृदय की गति को सामान्य से धीमा कर सकता है।
  • उल्टी
  • कन्वल्शन (एक प्रकार का दौरा)

चक्र फूल से जुड़ी तमाम जानकारी के बाद अब आप चक्र फूल के फायदे अच्छी तरह समझ गए होंगे। वहीं, इसके लाभ पाने के लिए इसकी थोड़ी मात्रा को ही उपयोग में लाना जरूरी है, क्योंकि इसका अधिक मात्रा में किया गया सेवन लेख में बताए गए चक्र फूल के नुकसान का कारण बन सकता है। वहीं, अगर कोई किसी गंभीर समस्या से जूझ रहा है, तो उन्हें चक्र फूल को अपने आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख में दी गई जानकारी पाठक के लिए उपयोगी साबित होगी।

चलिए जानते हैं, चक्र फूल से संबंधित पाठकों के कुछ सवालों के जवाब।

अक्सर पूछे गए सवाल:

चक्र फूल में कौन कौन से फाइटोकेमिकल्स होते हैं?

चक्र फूल के अर्क में अल्कलॉइड्स, फ्लेवोनोइड्स, सैपोनिन, टैनिन, टेरानोइड्स, फेनोलिक कंपाउंड्स और कार्डियक ग्लाइकोसाइड्स जैसे फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं (8)।

ऐनीस और स्टार ऐनीस में क्या अंतर है?

ऐनिस और स्टार ऐनिस दोनों का स्वाद अलग होता है। ऐनिस सौफ की तरह दिखाई देता है, जबकि स्टार ऐनिस एक फूल की तरह दिखाई देता है।

चाय में चक्र फूल का उपयोग कैसे करते हैं?

चक्र फूल की चाय बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में 1-2 चक्र फूल डालकर 5 मिनट तक भिगोकर रख दें और फिर उसे निकाल दें। स्वाद के लिए इसमें शहद मिलाया जा सकता है।

क्या चक्र फूल के कारण नींद आ सकती है?

जी हां, चक्र फूल के उपयोग से नींद आ सकती है। दरअसल, इसमें नींद को बढ़ावा देने वाला गुण मौजूद होता है (8)।

Sources

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