Written by , (शिक्षा- बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मीडिया कम्युनिकेशन)

क्या बार-बार सिर दर्द, भूख न लगना, थकावट के साथ नींद न आने की समस्या से जूझना पड़ रहा है? अगर ऐसा है, तो यह स्ट्रेस यानी तनाव के लक्षण हो सकते हैं। तनाव एक ऐसी गंभीर समस्या है, जो जीवन के किसी भी पड़ाव में व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकती है। इसे स्लो पॉइजन कहना गलत नहीं होगा। अगर वक्त रहते इसे काबू न किया जाए, तो तनाव के गंभीर नुकसान भी हो सकते हैं। इसी वजह से स्टाइलक्रेज के इस लेख से हम तनाव के लक्षण और तनाव को दूर करने के उपाय बता रहे हैं।

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तनाव के घरेलू इलाज जानने से पहले यह जान लीजिए कि तनाव क्या है।

तनाव क्या है- What is Stress in Hindi

जीवन में आने वाली किसी चुनौती या अन्य घटना पर शरीर द्वारा की जाने वाली प्रतिक्रिया को तनाव यानी स्ट्रेस कहा जाता है। तनाव भावनात्मक या शारीरिक परेशानी से जुड़ी भावना यानी फीलिंग है। यह अनुभूति किसी भी घटना या विचार से हो सकती है, जो व्यक्ति को निराश, क्रोधित और दुखी कर देती है। अगर तनाव लंबे समय तक रह जाए, तो यह घातक भी हो सकता है। तनाव के दो मुख्य प्रकार होते हैं, जिनके बारे में हम नीचे बता रहे हैं (1)।

स्ट्रेस दो प्रकार के होते हैं

  • एक्यूट स्ट्रेस (Acute Stress) – यह थोड़े समय तक रहने वाला तनाव है, जो जल्दी दूर हो जाता है। यह किसी साथी से झगड़ा होने के बाद या फिर कुछ ऐसी ही परिस्थितियों के कारण हो सकता है।
  • क्रॉनिक स्ट्रेस (Chronic Stress) – तनाव जब हफ्तों या महीनों तक रहता है, तो उसे क्रॉनिक स्ट्रेस कहा जाता है। यह स्ट्रेस पारिवारिक, वैवाहिक और पैसों से संबंधी समस्या के कारण हो सकता है। कई बार लोग क्रॉनिक स्ट्रेस के इतने आदी हो जाते हैं कि उन्हें समझ ही नहीं आता कि उन्हें कोई समस्या है। ऐसे में कई बीमारियां भी हो सकती हैं।

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लेख के अगले भाग में हम तनाव से जुड़ी जरूरी जानकारी दे रहे हैं।

मैं कैसे बताऊं कि तनाव में कैसा महसूस करता हूं – How do I talk about how I’m feeling?

पहले खुद शांति से बैठकर सोचिए कि आपके साथ क्या सब हो रहा है। उसके बाद अपने परिजनों को उसके बारे में खुलकर बताएं। बातें करते-करते तनाव का कारण भी आपको पता चल सकता है। इसके अलावा, अब पहले से जो कुछ भी अलग एहसास हो रहा है, वो भी खुलकर अपने करीबियों को बताएं (1)।

आगे और जानकारी है

चलिए, जानते हैं कि तनाव के लक्षण क्या-क्या होते हैं।

तनाव के लक्षण – Symptoms of Stress in Hindi

कई बार लोग तनाव के लक्षण को समझ नहीं पाते, क्योंकि इसके संकेत सामान्य होते हैं। इन लक्षणों पर ध्यान न दिया जाए, तो समस्या गंभीर हो सकती है। निम्न बिंदुओं के माध्यम से हम आगे तनाव के लक्षण बता रहे हैं (1)।

  • पेट खराब होना
  • कब्ज होना
  • भूलने की समस्या
  • सिरदर्द
  • ऊर्जा की कमी
  • ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल
  • यौन समस्याएं
  • थकावट
  • अनिद्रा या बहुत ज्यादा सोना
  • आराम पाने के लिए शराब या ड्रग्स का उपयोग
  • जरूरत से ज्यादा वजन बढ़ना या घटना

पढ़ते रहें

लेख में आगे बढ़ते हुए तनाव के कारण पर एक नजर डाल लेते हैं।

तनाव के कारण – Causes of Stress in Hindi

तनाव के कारण हर किसी में एक जैसे नहीं होते हैं। प्रत्येक व्यक्ति में स्ट्रेस के कारण अलग-अलग हो सकते हैं। इसी कारण से हम आगे तनाव के कुछ सामान्य कारण के बारे में बता रहे हैं (1)।

  • शादी या तलाक होना
  • कोई नया काम शुरू करना
  • जीवनसाथी या करीबी परिवार के सदस्य की मृत्यु
  • रिटायर होना
  • पैसों की कमी
  • किसी गंभीर बीमारी का होना
  • काम में दिक्कत
  • डिलीवरी के बाद स्ट्रेस होना
  • घर में किसी प्रकार की समस्या

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हम इस लेख के अगले हिस्से में तनाव के घरेलू इलाज की जानकारी दे रहे हैं।

तनाव दूर करने के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Stress in Hindi

यहां तनाव को दूर करने के उपाय पढ़िए, जो आसान और असरदार हैं। बस ध्यान दें कि अगर इनमें से किसी भी सामग्री से एलर्जी हो, तो उसका उपयोग न करें। ये घरेलू उपाय तनाव को नियंत्रित करने में जरूर मदद करेंगे, लेकिन स्ट्रेस बढ़ने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

1. तुलसी

सामग्री :

  • तुलसी के 4 से 5 पत्ते
  • एक कप पानी
  • शहद स्वादानुसार

इस्तेमाल करने का तरीका:

  • सबसे पहले एक बर्तन में पानी डालकर उबाल लें।
  • जैसे ही पानी उबलने लगे उसमें तुलसी के पत्तों डाल दें।
  • जब पानी हरा हो जाए, तो एक कप में पानी को छान लें।
  • कुछ देर पानी को हल्का ठंडा होने दें और फिर उसमें शहद डाल लें।
  • इसे प्रतिदिन सुबह या शाम की चाय की जगह पी सकते हैं।
  • वैकल्पिक रूप से तुलसी के पत्ते भी चबा सकते हैं।

कैसे है लाभदायक:

अगर कोई सोच रहा है कि तनाव कैसे दूर करें, तो उन्हें तुलसी का उपयोग करना चाहिए। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, तुलसी का इस्तेमाल करने से तनाव कम हो सकता है, क्योंकि तुलसी में एंटी-स्ट्रेस गतिविधि होती है। रिसर्च में बताया गया है कि तुलसी चयापचय तनाव, मानसिक तनाव और शारीरिक तनाव तीनों को दूर कर सकती है (2)।

2. अश्वगंधा

सामग्री :

  • आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर
  • एक गिलास दूध

इस्तेमाल करने का तरीका:

  • सबसे पहले दूध को गर्म कर लें।
  • अब दूध में अश्वगंधा पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें।
  • इसे रात को सोने से पहले पी सकते हैं।

कैसे है लाभदायक :

स्ट्रेस का इलाज कैसे करें सोचने वाले लोग अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं। इससे जुड़े रिसर्च के अनुसार, अश्वगंधा में एंटी-स्ट्रेस अडाप्टोजेनिक एक्टिविटी होती है, जिसे तनाव से राहत दिलाने के लिए जाना जाता है। यह लंबे समय से चले आ रहे यानी क्रॉनिक तनाव को कम करके दिमाग को रिलैक्स कर सकता है (3)।

3. लेमन बाम

सामग्री :

  • लेमन बाम ऑयल या लेमन बाम की कुछ पत्तियां

इस्तेमाल करने का तरीका:

  • लेमन बाम ऑयल की खुशबू लें।
  • वैकल्पिक रूप से पानी में लेमन बाम की पत्तियों को डालकर इसकी चाय बना सकते हैं।

कैसे है लाभदायक:

हर दम यही सोचते हैं कि तनाव कैसे दूर करें, तो लेमन बाम का उपयोग कर सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक वैज्ञानिक रिसर्च की मानें, तो लेमन बाम में भी एंटी-स्ट्रेस प्रभाव होता है। इससे तनाव को कम करने के साथ ही दिमाग को रिलैक्स और शांत एहसास मिल सकता है। यह मूड को ठीक करने के साथ ही मस्तिष्क के कार्य को भी बेहतर करने में सहायक हो सकता है (4)।

4. वेलेरियन रूट (Valerian Root)

सामग्री :

  • लगभग आधा इंच वेलेरियन रूट
  • एक कप पानी
  • शहद या शक्कर स्वादानुसार

इस्तेमाल करने का तरीका:

  • इस रूट को पानी में डालकर अच्छी तरह उबाल लें।
  • फिर पानी को एक कप में छानकर निकाल लें।
  • थोड़ा ठंडा होने के बाद इसमें शहद या शक्कर डालकर मिला लें।
  • इस चाय को डॉक्टर की सलाह पर दिन में एक बार पी सकते हैं।

कैसे है लाभदायक:

सालों से तनाव को कम करने के लिए वेलेरियन रूट को आयुर्वेदिक दवाई के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है। इस संबंध में प्रकाशित मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, इसमें सेंट्रल नर्वस सिस्टम को शांत करने की क्षमता होती है। इससे व्यक्ति तनाव मुक्त महसूस कर सकता है और उन्हें अच्छी नींद आ सकती है (5)।

5. कावा कावा (kava kava)

सामग्री :

  • आधा चम्मच कावा कावा पाउडर
  • एक कप पानी
  • एक चम्मच शहद

इस्तेमाल करने का तरीका:

  • कावा कावा पाउडर को पानी में डालकर कुछ मिनट उबाल लें।
  • इसके बाद पानी को एक कप में छानकर निकाल लें।
  • पानी थोड़ा ठंडा होने के बाद इसमें शहद डालकर पी लें।
  • डॉक्टर की सलाह पर कावा कावा कैप्सूल भी ले सकते हैं।

कैसे है लाभदायक:

तनाव को दूर करने के उपाय में कावा कावा को भी शामिल किया जा सकता है। यह तनाव के लिए एक हर्बल दवाई की तरह काम कर सकता है। दरअसल, कावा कावा में एंग्जियोलिटिक (Anxiolytic) गतिविधि होती है, जो चिंता को दूर करके मन को शांत कर सकता है। इससे तनाव कम होने के साथ ही मूड भी बेहतर हो सकता है (6)।

6. लैवेंडर ऑयल

सामग्री :

  • एक चम्मच लैवेंडर ऑयल

इस्तेमाल करने का तरीका:

  • डिफ्यूजर में लैंवेंडर ऑयल डालकर अरोमाथेरेपी ले सकते हैं।
  • इस तेल से सिर की मालिश भी कर सकते हैं।
  • इसे हफ्ते में दो से तीन बार उपयोग में ला सकते हैं।

कैसे है लाभदायक:

तनाव कैसे दूर करें का जवाब लैवेंडर ऑयल का उपयोग भी हो सकता है। मूड ठीक करने और तनाव से छुटकारा दिलाने में एसेंशियल ऑयल कारगर भूमिका निभा सकते हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, लैवेंडर ऑयल को अरोमाथेरेपी के लिए उपयोग किया जा सकता है, जिससे कि तनाव की समस्या कम हो सकती है (7)।

7. कैमोमाइल ऑयल

सामग्री :

  • कैमोमाइल ऑयल आवश्यकतानुसार

इस्तेमाल करने का तरीका:

  • तेल की कुछ बूंदों को डिफ्यूजर में डालकर कमरे में रख दें।
  • अब इसे इनहेल कर लें।

कैसे है लाभदायक:

लैवेंडर ऑयल की तरह कैमोमाइल ऑयल को भी तनाव कम करने के लिए जाना जाता है। कैमोमाइल ऑयल की अरोमाथेरेपी से काफी हद तक तनाव कम कर सकती है। दरअसल, इसमें दिमाग को शांत करने वाला प्रभाव होता है। यह तेल तनाव के साथ ही चिंता को भी कम कर सकता है (8)।

8. ग्रीन टी

सामग्री :

  • आधा चम्मच ग्रीन टी पाउडर
  • एक कप पानी
  • शहद स्वादानुसार

इस्तेमाल करने का तरीका:

  • पानी में ग्रीन टी डालकर उबाल लें।
  • फिर इसे छानकर कप में निकालें।
  • स्वाद के लिए कुछ देर बाद इसमें शहद मिला लें।
  • इसे प्रतिदिन एक से दो बार पी सकते हैं।

कैसे है लाभदायक:

तनाव के घरेलू इलाज की सूची में ग्रीन टी को भी शामिल किया जा सकता है। इस संबंध में पब्लिश एक वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, ग्रीन टी में एल-थिएनाइन नामक अमीनो एसिड होता है, जो मस्तिष्क को आराम देता है। इससे तनाव के साथ ही चिंता भी कम हो सकती है (9)। इसी वजह से तनाव से बचने के उपाय में ग्रीन टी को भी गिना जाता है।

9. ब्राह्मी

सामग्री :

  • एक चम्मच ब्राह्मी तेल

इस्तेमाल करने का तरीका:

  • इस तेल को हल्का गर्म करें।
  • अब इससे सिर की मालिश कर लें।
  • इससे हफ्ते में तीन से चार बार मालिश कर सकते हैं।
  • वैकल्पिक रूप से ब्राह्मी के पत्तों को चबा भी सकते हैं

कैसे है लाभदायक:

ब्राह्मी जड़ी-बूटी और इससे बनने वाला तेल भी तनाव को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। इसका अडाप्टोजेनिक (Adaptogenic) प्रभाव एक्यूट और क्रॉनिक दोनों तरह के स्ट्रेस के लिए लाभकारी हो सकता है। आसान शब्दों में यह समझ सकते हैं कि इसमें एंटी-स्ट्रेस गुण होता है, जो तनाव दूर कर सकता है (10) ।

10. शंखपुष्पी

सामग्री :

  • एक चम्मच शंखपुष्पी सिरप

इस्तेमाल करने का तरीका:

  • एक चम्मच शंखपुष्पी सिरप पी सकते हैं।
  • किसी तरह की एलर्जी हो या दवा का सेवन कर रहे हैं, तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

कैसे है लाभदायक:

तनाव के घरेलू उपाय की इस लिस्ट में शंखपुष्पी का नाम भी शामिल है। शंखपुष्पी जड़ी बूटी में एंटी-स्ट्रेस प्रभाव होता है, जो तनाव को दूर कर सकता है। साथ ही यह मानसिक थकान और चिंता को कम करने में भी सहायक हो सकता है। रिसर्च में बताया गया है कि इससे नींद की गुणवत्ता भी बेहतर होती है और दिमाग शांत रहता है (11)।

आहार के बारे में पढ़ें

तनाव को दूर करने के लिए डाइट में क्या शामिल करना चाहिए इसके बारे में आगे जानिए।

तनाव के लिए आहार – Diet For Stress in Hindi

आहार भी स्ट्रेस को दूर करने में एक मुख्य भूमिका निभाता है। हम नीचे तनाव दूर करने वाले खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जो तनाव के लक्षण को कम करने और तनाव से बचाने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, तनाव में क्या नहीं खाना चाहिए हम इसकी भी जानकारी देंगे।

इन्हें डाइट में शामिल करें (9):

  • संतरा
  • पालक
  • चॉकलेट
  • कॉफी
  • ब्लूबेरी
  • ब्रोकली
  • मछली
  • केला
  • अखरोट
  • अंडा
  • चाय
  • अलसी
  • साबुत अनाज

इनसे परहेज करें (12) :

  • धूम्रपान और शराब
  • अधिक फैट और शुगर वाले आहार
  • मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थ
    पैकेट बंद आहार
  • चाइनीज नुडल्स और फास्ट फूड

नीचे भी पढ़ें

स्ट्रेस से संबंधित डाइट के बाद आगे तनाव के निदान के बारे में जानिए।

तनाव का निदान- Diagnosis of Stress in Hindi

स्ट्रेस दिमाग से संबंधित समस्या है, जिसके बारे में पता लगाने के लिए व्यक्ति की मेडिकल हिस्ट्री और बातचीत सबसे अच्छा माध्यम होता है। इस समस्या के बारे में डॉक्टर व्यक्ति की बातें और लक्षणों को जानकर ही पता लगा सकते हैं (13)।

लेख में बने रहें

आगे जानते हैं कि तनाव का इलाज किस तरह से किया जा सकता है।

तनाव (स्ट्रेस) का इलाज कैसे करें?– Treatment of Stress in Hindi

स्ट्रेस का कोई खास इलाज नहीं है। हां, इसे ठीक करने के लिए डॉक्टर दिनचर्या में बदलाव करने की सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा, काउंसलिंग भी स्ट्रेस को ठीक करने का एक तरीका हो सकता है।

अब तनाव के कारण उत्पन्न होने वाले जोखिम और जटिलताओं के बारे में पढ़िए।

तनाव के जोखिम और जटिलताएं- Risks and complications of Stress in Hindi

अगर किसी को लंबे समय से तनाव है, तो यह कई तरह की बीमारियों का कारण बन सकता है। ये शारीरिक समस्याएं कुछ इस प्रकार हैं (1):

नोट: अगर किसी को पहले से ही इनमें से कोई समस्या है, तो तनाव उसे और गंभीर बना सकता है।

अंत तक पढ़ें लेख

आगे जानिए कि तनाव से बचाव और इसे कम करने के तरीके क्या हैं।

तनाव से बचने के उपाय /स्ट्रेस को कैसे कम किया जा सकता है?– Prevention Tips for Stress in Hindi

नीचे हम कुछ टिप्स बता रहे हैं, जो स्ट्रेस मैनेजमेंट में मदद कर सकते हैं (14) (15) (12) ।

  • व्यायाम करें – रोजाना व्यायाम करने की आदत डालें। बाहर खुली हवा में घूमना, पार्क में टहलना, साइकिल चलाना, तैराकी और डांसिंग इन सबको अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। इन सबसे मूड में बदलाव और स्ट्रेस फ्री महसूस हो सकता है।
  • ध्यान लगाएं – कुछ समय एकांत में बैठकर ध्यान लगाएं यानी मेडिटेशन करें। इससे न सिर्फ मन शांत होगा, बल्कि मूड भी अच्छा होगा।
  • पूरी नींद लें – हर रोज सात से आठ घंटे की नींद लें। समय पर सोएं और सुबह जल्दी उठें। साथ ही जरूरत से ज्यादा सोने से भी बचें।
  • स्वस्थ आहार लें – खुद को तनाव मुक्त रखने के लिए अच्छा और स्वस्थ खाना खाएं। हरी सब्जियों और फलों को अपनी डाइट में शामिल करें। साथ ही खाना खाने का समय भी निर्धारित कर लें।
  • सकारात्मक सोच रखेंकिसी भी काम को लेकर सकारात्मक सोच रखें। अगर किसी काम में नाकामी मिलती है, तो उसे भी सकारात्मक सोच के साथ संभाले।
  • संगीत सुनना – मूड को ठीक करने और तनाव से राहत पाने के लिए सॉफ्ट और सुकूनदायक संगीत सुनें।
  • पालतू जानवरों के साथ समय बिताएं – तनाव को कम करने के लिए घर में जानवर पाल सकते हैं और समय-समय पर उनके साथ खेल सकते हैं। इससे मूड अच्छा रहेगा।
  • योग करें– अगर एक्सरसाइज नहीं पसंद, तो तनाव से मुक्ति पाने के लिए योग का सहारा भी ले सकते हैं। प्राणायाम या योग विशेषज्ञ की सलाह पर कोई अन्य योगासन कर सकते हैं।

तनाव एक ऐसी समस्या है, जो व्यक्ति के बनते काम को बिगाड़ सकती है। कई बार तनाव के कारण अन्य मानसिक और शारीरिक समस्याएं भी हो जाती हैं। ऐसे में इससे छुटाकार पाने के लिए ऊपर लेख में बताए गए घरेलू उपचार मददगार साबित हो सकते हैं। साथ ही दिनचर्या में बदलाव लाना भी तनाव से बचने का एक अच्छा तरीका है। अब आगे हम तनाव को लेकर पाठकों द्वारा पूछे जाने वाले सवालों के जवाब दे रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

तनाव के बारे में जानना क्यों मायने रखता है?

तनाव के बारे में जानकर इसे नियंत्रित करना आसान हो जाता है, इसलिए इसके बारे में जानना मायने रखता है।

क्या तनाव से चक्कर आते हैं?

जी हां, तनाव के गंभीर (Distress) होने पर चक्कर आ सकते हैं (16)।

क्या पानी पीने से तनाव में मदद मिलती है?

हां, तनाव में अधिक पानी पीने से मदद मिल सकती है (17)।

क्या सोने से स्ट्रेस कम होता है?

जी हां, सोने से कुछ हद तक तनाव को कम हो सकता है, लेकिन अधिक सोने से यह समस्या बढ़ भी सकती है (12)।

तनाव शरीर को कैसे प्रभावित करता है?

तनाव शरीर के हार्मोन को प्रभावित करता है, जिससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। स्ट्रेस के कारण हृदय रोग और अन्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनके बारे में हम ऊपर लेख में बता ही चुके हैं ())।

क्या महिलाएं अधिक तनाव के शिकार होते हैं?

हां, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को तनाव की समस्या अधिक होती है (18)।

तनाव के पांच भावनात्मक संकेत क्या हैं?

तनाव के पांच भावनात्मक संकेत थकान, बातें भूलना, किसी काम में ध्यान केंद्रित न कर पाना, ठीक से नहीं सोना या अधिक सोना है ())।

क्या स्ट्रेस पर्सनालिटी को बदल सकता है?

जी हां, तनाव व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव लाता है, जिससे पर्सनालिटी बदली हुई लग सकती है (12)।

स्ट्रेस से कितने प्रतिशत बीमारियां होती हैं?

कहा जाता है कि डॉक्टर के पास पहुंचने वाले मरीजों में से 90 प्रतिशत लोगों को तनाव संबंधी समस्या होती है (19)। इसी आधार पर कहा जा सकता है कि 90 प्रतिशत बीमारियां स्ट्रेस के कारण होती हैं।

Sources

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