जिनसेंग के 13 फायदे, उपयोग और नुकसान – Ginseng Benefits, Uses and Side Effects in Hindi

Medically reviewed by Neha Srivastava, MSc (Life Sciences) Neha Srivastava Neha SrivastavaMSc (Life Sciences)
Written by , MA (Journalism & Media Communication) Puja Kumari MA (Journalism & Media Communication)
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आयुर्वेद में हजारों वर्षों से जिनसेंग का नाम काफी चलन में है। यह एक औषधीय पौधा है, जिसे कई गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए उपयोग में लाया जाता है। इस पौधे के गुण ही हैं, जो इसे आयुर्विज्ञान में मौजूद किसी अन्य जड़ी-बूटी से बेहतर और प्रचलित बनाते हैं। बताया जाता है कि यह औषधि इतनी कारगर और अचूक है कि आज इसे करीब करोड़ों लोग नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं। माना जाता है कि जिनसेंग के फायदे अनगिनत हैं। इसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने व फ्लू जैसे कई संक्रमणों से मुकाबला करने की अद्भुत क्षमता पाई जाती है (1)। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम जिनसेंग के ऐसे ही कई गुणों और चमत्कारी फायदों के बारे में जानेंगे।

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जिनसेंग के फायदे के बारे में जानने से पहले जरूरी होगा कि हम जिनसेंग के बारे में थोड़ा और अच्छे से जान लें।

जिनसेंग क्या हैं? – What is Ginseng in Hindi

सबसे पहले हम लेख में जानेंगे कि जिनसेंग क्या है। बता दें जीनस पैनाक्स (genus panax) नामक पौधे की जड़ को जिनसेंग कहा जाता है। इसका स्वाद कड़वा और मसालेदार होता है। यह पौधा अरिलियासी (Araliaceae) परिवार से संबंध रखता है। बताया जाता है कि दुनिया में जिनसेंग की करीब 11 प्रजातियां मौजूद हैं। वहीं प्रकार की बात करें, तो मुख्य रूप से जिनसेंग के पांच प्रकार अधिक चलन में हैं, जिन्हें एशियाई जिनसेंग, अमेरिकी जिनसेंग, साइबेरियाई जिनसेंग, भारतीय जिनसेंग व ब्राजील जिनसेंग के नाम से जाना जाता है। जिनसेंग एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, इसलिए इसे उपयोग में लाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

आगे के लेख में हम जिनसेंग के सभी प्रकारों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

जिनसेंग के प्रकार – Types of Ginseng in Hindi

जैसा कि इस लेख के शुरुआत में बताया गया है कि प्रजातियों के आधार पर जिनसेंग को करीब 11 भागों में विभाजित किया गया है। आइए, उनके बारे में थोड़ा अच्छे से जान लेते हैं।

  1. ओरिएंटल जिनसेंग- ओरिएंटल जिनसेंग को पैनेक्स जिनसेंग के नाम से भी जाना जाता है। जिनसेंग का यह प्रकार मूल रूप से चीन और कोरिया से ताल्लुक रखता है। कहा जाता है कि इसे सदियों पहले भारी मात्रा में पाया गया था। बताया जाता है कि लोकप्रियता के कारण यह लगभग विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गया था। बाद में इसकी पैदावार के तरीके को खोजा गया। आज यह आसानी से उपलब्ध होने वाला जिनसेंग का एक प्रकार है।
  2. वाइल्ड ओरिएंटल जिनसेंग- यह जिनसेंग का एक दुर्लभ प्रकार है, जो आसानी से नहीं मिलता। कहा जाता है कि 221 ईसा पूर्व में सम्राट शोआंगते ने करीब 3,000 से ज्यादा सिपाहियों को इस जड़ी-बूटी की खोज में भेजा था। जिनसेंग का यह प्रकार इतना दुर्लभ है कि करीब 28 ग्राम वाइल्ड ओरिएंटल जिनसेंग की कीमत लगभग 13 लाख रुपये से भी ज्यादा है।
  3. कल्टीवेटेड ओरिएंटल जिनसेंग- यह जिनसेंग का एक आम प्रकार है, जो आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसे खेती कर उगाया जाता है। इस कारण पूरे अमेरिका में इसकी खरीद-फरोख्त सस्ते दामों पर होती है।
  4. व्हाइट जिनसेंग- पूरी तरह से प्राकृतिक रंग होने के कारण जिनसेंग के इस प्रकार को व्हाइट जिनसेंग के नाम से पुकारा जाता है। कटाई और धुलाई के बाद जब जिनसेंग को सुखाया जाता है, तो यह सुर्ख सफेद रंग ले लेता है और यही इसकी पहचान है।
  5. रेड जिनसेंग- यह जिनसेंग का वह प्रकार है, जिसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए भाप और ताप से गुजारा जाता है। इस कारण यह लाल रंग में परिवर्तित हो जाता है। दावा किया जाता है कि व्हाइट जिनसेंग के मुकाबले रेड जिनसेंग अधिक प्रभावकारी साबित होता है।
  6. अमेरिकन जिनसेंग- जिनसेंग का यह प्रकार खासतौर से अपालाचियन पर्वतीय क्षेत्र में मौजूद जंगलों में पाया जाता है।
  7. वाइल्ड अमेरिकन जिनसेंग- जिनसेंग का यह प्रकार अपने आप ही पैदा होता है। यह खासकर उन अमेरिकी जंगलों में ज्यादा पाया जाता है, जहां पेड़ों की मजबूत लकड़ियां छाया में रहती हैं।
  8. वुड्स-ग्रोन अमेरिकन जिनसेंग- जिनसेंग के इस प्रकार को उगाने के लिए प्राकृतिक माहौल का सहारा लिया जाता है। इनकी पैदावार जंगलों में ही की जाती है। बेहतर परिणामों के लिए खेती वाली जगह पर अलग से मिट्टी लाकर डाली जाती है।
  9. कल्टीवेटेड अमेरिकन जिनसेंग- जिनसेंग के इस प्रकार की खेती कृत्रिम शेड में की जाती है। इनके बढ़ने के लिए पेड़ों की छाया वाले स्थान का उपयोग किया जाता है। बता दें कि कनाडा में इस प्रकार के जिनसेंग की खेती काफी मशहूर है।
  10. साइबेरियन जिनसेंग- जिनसेंग का ऐसा प्रकार, जो वाकई में जिनसेंग नहीं है। यह सिर्फ जिनसेंग के नाम से बाजार में उपलब्ध है। यह पौधा जिनसेंग से मिलता-जुलता है। इसमें जिनसेंग जैसे एडाप्टोजेनिक गुण शामिल रहते हैं। साथ ही यह सामान्य जिनसेंग के मुकाबले काफी सस्ता है।
  11. वाइल्ड रेड अमेरिकन (डेसर्ट) जिनसेंग- यह देसी अमेरिकी पौधा है। इसे कैनिग्रे या रुमेक्स कहा जाता है। इसका अनुचित तरीके से उपयोग जहरीला और घातक साबित हो सकता है।

प्रकारों से अच्छी तरह अवगत होने के बाद अब आगे के लेख में हम जिनसेंग के फायदे जानने की कोशिश करेंगे।

जिनसेंग के फायदे – Benefits of Ginseng in Hindi

जिनसेंग एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी होने के कारण यह शरीर पर कई तरह के लाभ पहुंचा सकती है, जिनमें यह शामिल है:

1. ऊर्जा के स्तर में सुधार

एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध की मानें, तो जिनसेंग एक बेहतरीन एनर्जी बूस्टर के तौर पर काम कर सकता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व थकान जैसे विकारों को दूर कर शरीर में ऊर्जा का संचार कर सकते हैं। इसलिए, इसका उपयोग उन लोगों के शारीरिक और मानसिक सुधार के लिए किया जा सकता है, जिनमें एनर्जी की कमी के कारण निर्जीवता का एहसास पैदा हो जाता है (2)। अभी इस संबंध में कम ही वैज्ञानिक अध्ययन हुआ है, इसलिए शारीरिक कमजोरी के मामले में इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

2. कैंसर में लाभकारी

जिनसेंग के उपयोग से कैंसर की समस्या से बचा जा सकता है। साथ ही यह कैंसर के कुछ लक्षण से भी राहत दिलाने का काम कर सकता है। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक शोध में दिया हुआ है कि इसके उपयोग से कैंसर की स्थिति में होने वाले थकान से राहत मिल सकती हैं। यह वैज्ञानिक शोध एनसीबीआई की साइट पर उपलब्ध है (3)। वहीं, एक वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, जिनसेंग में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर से बचाने का काम कर सकता है (4)। साथ ही जिनसेंग कैंसर का कोई सटीक इलाज नहीं है। इसलिए, अगर किसी को कैंसर है, तो डॉक्टरी इलाज को मान्यता दें।

3. वजन घटाने में मददगार

वजन घटाने के लिए भी जिनसेंग को इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इसमें एंटी-ओबेसिटी गुण होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जिनसेंग शरीर में पाचन क्रिया को मजबूत बनाने का काम कर सकता है। साथ ही यह शरीर पर अतिरिक्त वसा को चढ़ने नहीं देता और वजन घटाने में लाभकारी सिद्ध होता है (5) (6)। ऐसे में कहा जा सकता है कि जिनसेंग के लाभ वजन को कम करने के लिए हो सकता है।

4. डायबिटीज में मिलता है आराम

खाना खाने से दो घंटे पूर्व 3 ग्राम जिनसेंग का सेवन भोजन के बाद टाइप-2 डायबिटीज के रोगी में बढ़ने वाली रक्त शर्करा की मात्रा को कंट्रोल कर सकता है। वहीं, कुछ मामलों में यह भी पाया गया है कि भोजन से पहले जिनसेंग का सेवन करने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। दूसरी तरफ विशेषज्ञों का मानना है कि अलग-अलग जिनसेंग उत्पादों के प्रभाव भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। इसका कारण उनमें पाए जाने वाले रसायन हैं, जिन्हें जिनसिनोसाइड्स कहा जाता है (1)

5. यौन रोग में सुधार

एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, जिनसेंग के गुण यौन शिथिलता में मददगार साबित हो सकते हैं (7)। इसलिए, इसे हर्बल वियाग्रा भी कहा जाता है। बता दें कि इसमें जिनसिनोसाइड्स मौजूद होता है, जो नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाकर लिंग में रक्त प्रवाह को बढ़ावा दे सकता है। साथ ही कामेच्छा को भी प्रेरित कर सकता है। वहीं, कुछ शोध से इस बात का भी प्रमाण मिलता है कि जिनसेंग को पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन (पुरुषत्व बढ़ाने वाला हार्मोन) के स्तर को गति देने के लिए भी उपयोग में लाया जा सकता है (8)

6. मानसिक क्षमता का विकास

शोधकर्ताओं के मुताबिक, जिनसेंग का उपयोग इंसान में दिमागी क्षमता को बढ़ावा दे सकता है (9)। वहीं, एक शोध में पाया गया है कि इसकी सहायता से अल्जाइमर के लक्षण यानी याददाश्त कमजोर होने की बीमारी को भी काफी हद तक सुधारा जा सकता है (10)। यहीं कारण है कि जिनसेंग के लाभ मानसिक विकास के लिए हो सकते हैं।

7. तनाव को करता है मुक्त

जिनसेंग के लाभ तनाव मुक्ति के लिए भी हो सकते हैं। इस संबंध में किए गए एक शोध में शोधकर्ताओं ने पाया कि यह तनाव को कम कर दिमागी क्षमता के विकास को बढ़ा सकता है (11)। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि तनाव के घरेलू इलाज के रूप में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।

8. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार

एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित जिनसेंग को लेकर किए गए शोध में शोधकर्ताओं ने इस बात का भी पता लगाया है कि इसका उपयोग कई संक्रामक बीमारियों से निजात दिलाने में कारगर साबित हो सकता है। दरअसल, जिनसेंग में इम्युनोस्टिमुलिटरी प्रभाव पाए जाते हैं, जो रेजिस्टेंस बूस्टर की तरह काम कर सकता है। इससे संक्रामक बीमारियों को फैलाने वाले वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा मिल सकता है (12)

9. बुढ़ापा की समस्या को कम करने के लिए

जिनसेंग के गुण में एक खासियत यह भी है कि इसे बुढ़ापे की समस्याओं को कुछ हद तक कम करने वाली औषधि के रूप में जाना जाता है। इस संबंध में हुए एक वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, जिनसेंग में एंटी एजिंग प्रभाव होते हैं, जो समय से पहले बढ़ते उम्र के लक्षण को आने से रोक सकते हैं। साथ ही जिनसेंग का सूजन प्रतिरोधक गुण उम्र बढ़ने के साथ होने वाले त्वचा संबंधी विकार जैसे- झुर्रियां, दाग-धब्बे और बेजान त्वचा पर कुछ असरदार साबित हो सकता है। इसका उपयोग त्वचा की समस्या को कम करने के लिए बेहतर माध्यम साबित हो सकता है (13)

10. सूजन से लड़ने में सक्षम

जिनसेंग के फायदे में एक चमत्कारी फायदा यह भी शामिल है कि यह इंफ्लेमेशन यानी सूजन से जुड़ी समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, रेड जिनसेंग में पाए जाने वाले यौगिकों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो इंफ्लेमेशन की समस्या से निजात दिला सकते हैं (14)

11. फेफड़े का कार्य

फेफड़ों से जुड़ी कई समस्या एक तरह का इंफ्लेमेटरी विकार हो सकता है, जिससे छुटकारा पाने में जिनसेंग मददगार हो सकता है। दरअसल, इसमें जिनसेनोसाइड्स गुण पाए जाते हैं, जो एंटी इंफ्लेमेटरी के रूप में काम कर सकते हैं। इससे लंग्स की समस्या से राहत मिल सकती है (15)

12. मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में कारगर

मासिक धर्म के दौरान महिलाओं में तनाव और पेट में होने वाली पीड़ा के लिए रेड जिनसेंग बेहतर आयुर्वेदिक उपचार साबित हो सकता है। इस संबंध में किए गए वैज्ञानिक शोध के दौरान विशेषज्ञों ने पाया कि जिनसेंग के गुण इतने खास हैं कि इसके सेवन से महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाली तकलीफों में भी राहत मिल सकती है। वहीं, शोध के दौरान इसके सेवन से किसी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव देखने को नहीं मिला (16)

13. बालों का रखे ख्याल

जिनसेंग में पाए जाने वाले खास यौगिक बालों के विकास और स्वस्थ स्कैल्प को बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं। जिनसेंग में पाए जाने वाले जिनसेनोसाइड्स बालों को झड़ने से बचाते हैं और उनकी जड़ों को मजबूती प्रदान करने का काम कर सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, जिनसेंग के प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करने वाले गुण बालों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मददगार साबित हो सकते हैं (17)

लेख को पढ़ते रहें

आगे लेख में हम जिनसेंग के पोषक तत्वों के बारे में जानेंगे।

जिनसेंग के पौष्टिक तत्व – Ginseng Nutritional Value in Hindi

जिनसेंग में पाए जाने वाले सभी पोषक तत्वों के बारे में हमने नीचे दी गई तालिका में विस्तार से बताया है (18)

पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 g
ऊर्जा100 kcal
कार्बोहाइड्रेट20 g
शुगर20 g

इस लेख के अगले भाग में हम जिनसेंग के उपयोग के बारे में बताएंगे।

जिनसेंग का उपयोग – How to Use Ginseng in Hindi

जिनसेंग के चमत्कारी फायदों का लाभ पाने के लिए इसे उपयोग करना बेहद ही आसान है। जिनसेंग पाउडर, जड़ और कैप्सूल के रूप में उपलब्ध है, जिसे कई तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। इनमें से कुछ के बारे में नीचे बता रहे हैं।

कैसे और कब करें सेवन:

  • जिनसेंग पाउडर या जड़ की चाय बनाकर सुबह या शाम को पी सकते हैं।
  • जिनसेंग को काफी बनाने के लिए भी उपयोग कर सकते हैं, जिसे सुबह की शुरुआत या शाम में सेवन कर सकते हैं।
  • इसे चिकन सूप बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है, जिसे ब्रेकफास्ट या शाम के स्नैक के साथ ले सकते हैं।
  • जिनसेंग पाउडर का सेवन किया जा सकता है।
  • इसे कैप्सूल के रूप में भी ले सकते हैं।

कितना करें सेवन: इसकी दिनभर में 2 से 3 ग्राम मात्रा ली जा सकती है, लेकिन इसे एक साथ न लेकर दिनभर में 3 से 4 बार लिया जा सकता है। बता दें कि इसका निरंतर 3 से 4 सप्ताह तक उपयोग किया जा सकता है। वहीं, इसके सेवन की निरंतरता इस बात पर भी निर्भर करती है कि इसे किस उपयोग के लिए लिया जा रहा है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञों की सलाह आवश्यक है (19)

आइए, अब जानते हैं कि जिनसेंग को स्टोर करके कैसे रखा जा सकता है।

जिनसेंग का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?

कई लोगों के लिए जिनसेंग का चयन और उसे लंबे समय तक सुरक्षित रखना एक बड़ा टास्क बन जाता है। इसलिए, हम उनके लिए कुछ आसान टिप्स दे रहे हैं।

जिनसेंग का चयन:

  • जिनसेंग की जड़ अधिक सुखा न हो।
  • इसके जड़ में अधिक जगह पर गांठें नहीं होनी चाहिए।
  • जिनसेंग में जगह-जगह पर कट न लगा हो।
  • इसमें दाग धब्बे न लगे हों।

अगर कोई जिनसेंग पाउडर खरीदना चाह रहा है, तो उसे विश्वसनीय दुकान से खरीदें, क्योंकि इसका नकली पाउडर भी बाजार में उपलब्ध है। इसे खरीदते समय एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें। वहीं, इसे हमेशा एयरटाइट डिब्बे में रखना चाहिए।

सुरक्षित रखने का तरीका:

  • इसे फ्रिज में रखकर लंबे समय सुरक्षित रखा जा सकता है।
  • जिनसेंग की जड़ को गीले कपड़े में बांध के रखने पर भी कई दिन तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

अब हम जिनसेंग को कहां से खरीदना है, इसके बारे में बता रहे हैं।

जिनसेंग कहां से खरीदे?

अगर जिनसेंग की ताजा जड़ चाहिए, तो इसे पास के बाजार से खरीद सकते हैं। यह बाजार में आसानी से मिल जाती है। वहीं, कोई जिनसेंग का पाउडर या कैप्सूल खरीदना चाहता है, तो उसे किसी विश्वसनीय आयुर्वेदिक दुकान से खरीद सकते हैं।

स्क्रॉल करें

चलिए, अब जानते हैं कि जिनसेंग के नुकसान किस तरह के हो सकते हैं।

जिनसेंग के नुकसान – Side Effects of Ginseng in Hindi

आइए, नजर डालते हैं उन स्थितियों पर जिनमें जिनसेंग के नुकसान होने की आशंका सबसे ज्यादा होती है (19)

  • कुछ मामलों में जिनसेंग का उपयोग दुष्परिणामों को प्रदर्शित कर सकता है, जैसे- सिरदर्द, पाचन और नींद से संबंधित समस्याओं का होना। यह जिनसेंग के नुकसान में शामिल है।
  • गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिला को यह औषधि लेने से बचना चाहिए। उन पर जिनसेंग के नुकसान नजर आ सकते हैं।
  • हाई बीपी और हृदय संबंधी बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति बिना डॉक्टर की सलाह के जिनसेंग का सेवन न करें।
  • अगर कोई शुगर की दवा ले रहा है, तो उसे जिनसेंग का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करें। हो सकता है कि इसके सेवन से ब्लड शुगर काफी कम हो जाए।
  • जिनसेंग के साथ किसी अन्य दवा या खाद्य पदार्थ का सेवन न करें।

जिनसेंग ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसके सेवन से शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। यहीं नहीं जिनसेंग के फायदे भी कई हो सकते हैं, जिसके बारे में हमने ऊपर लेख में बताया है। हां, अगर कोई गंभीर समस्या से जूझ रहा है, तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी लेनी चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख में दी गई सभी जानकारी आपके काम आएगी। इसी तरह की और जूड़ी-बूटियों के बारे में जानने के लिए आप हमारे अन्य आर्टिकल पढ़ सकते हैं।

अब हम जिनसेंग से जुड़े कुछ सवालों के जवाब देने का प्रयास कर रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या जिनसेंग हानिकारक हो सकता है?

जी हां, जिनसेंग के उपयोग से कुछ नुकसान हो सकते हैं, जैसे सिरदर्द, पाचन और नींद से जुड़ी समस्या (19)। इसके अलावा, कुछ और समस्या हो सकते हैं, जिनके बारे में ऊपर लेख में विस्तार से बताया गया है।

क्या मैं जिनसेंग अधिक बार या उच्च मात्रा में ले सकता हूं?

जिनसेंग को दिन में 3 से 4 बार 2 से 3 ग्राम की मात्रा में ले सकते हैं (19)। इससे अधिक मात्रा में लेने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।

जिनसेंग के प्रभाव को महसूस करने में कितना समय लगता है?

यह हर व्यक्ति के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। कुछ लोगों में इसका असर 2-4 दिन में दिखाई दे सकता है, तो कुछ लोग में इससे अधिक समय लग सकता है। फिलहाल, इस बात की पुष्टि करने के लिए अभी वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है।

क्या हर रोज जिनसेंग की चाय पीना सुरक्षित है?

जी हां, प्रतिदिन जिनसेंग की चाय पीना सुरक्षित है, लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही लें (19)

क्या लीवर के लिए जिनसेंग अच्छा नहीं है?

जिनसेंग का उपयोग लीवर के लिए अच्छा हो सकता है। यह लीवर से जुड़ी कई विकारों से मुक्ति दिलाने का भी काम कर सकता है (20)

क्या मैं रात में जिनसेंग पी सकता हूं?

जी नहीं, जिनसेंग को सोने से पहले नहीं लेना चाहिए। अगर फिर भी कोई इसे लेना चाहता है, तो वो एक बार विशेषज्ञ से इस बारे में सलाह जरूर लें।

जिनसेंग इतना महंगा क्यों है?

जिनसेंग एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसके अनेक लाभ हो सकते हैं। इसलिए, इसकी कीमत अधिक होती हैं।

क्या जिनसेंग किडनी के लिए बुरा है?

कुछ मामलों में जिनसेंग से किडनी इंजुरी होने का जोखिम बना रहता हैं। इसलिए, किडनी से जुड़ी समस्या वालों को इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए (21)

क्या हृदय के लिए जिनसेंग नुकसानदायक है?

जी नहीं, जिनसेंग हृदय के लिए नुकसानदायक नहीं होता है, बल्कि इसका इस्तेमाल हृदय स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है (22)

सामान्य जिनसेंग और कोरियाई जिनसेंग में क्या अंतर है?

सामान्य जिनसेंग को व्हाइट जिनसेंग और कोरियाई जिनसेंग को पैनेक्स जिनसेंग के नाम से भी जाना जाता है। सामान्य जिनसेंग भारत में आसानी से मिल जाता है, लेकिन भारत में कोरियाई जिनसेंग बहुत कम जगह में मिलता है। स्वास्थ्य लाभ के मामले में दोनों जिनसेंग एक तरह के हो सकते हैं।

References

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  22. Cardiovascular Diseases and Panax ginseng: A Review on Molecular Mechanisms and Medical Applications
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3659571/

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