लोबिया के फायदे, उपयोग और नुकसान – Cowpeas (Lobia) Benefits and Side Effects in Hindi

Medically reviewed by Neha Srivastava, MSc (Life Sciences) Neha Srivastava Neha SrivastavaMSc (Life Sciences)
Written by , MA (Journalism & Media Communication) Puja Kumari MA (Journalism & Media Communication)
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लोबिया एक तरह का पौधा होता है, जिसकी फलियों को सब्जी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसकी फलियां बाहर से हरे रंग की होती है। वहीं, इसके बीज का रंग काला, भूरा, लाल सफेद हो सकता है। इसके बीज को दाल की तरह भी उपयोग किया जा सकता है। लोबिया के बीज पोषक तत्व से समृद्ध होते हैं, जो कई रोग को दूर रखने का काम कर सकते हैं। लोबिया रोग मुक्त रहने में मदद कर सकता है। वहीं, बीमारी की अवस्था में रोग के लक्षणों को कम कर सकता है। हां, अगर कोई गंभीर रूप से बीमार है, तो डॉक्टर से इलाज कराना जरूरी है। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम लोबिया के फायदे और लोबिया के नुकसान दोनों पर विस्तार से जानकारी देंगे।

सबसे पहले लोबिया के फायदे पढ़ेंगे और फिर आर्टिकल के अंत में इसके नुकसान जानेंगे।

लोबिया के फायदे – Benefits of Cowpeas (Lobia) in Hindi

अगर कोई लोबिया का सेवन करता है, तो उसे कई शारीरिक लाभ हो सकते हैं, जो निम्न प्रकार से हैं:

1. हृदय रोग के लिए

एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के एक शोध के अनुसार, उच्च फाइबर वाले आहार का सेवन करने से हृदय से संबंधित रोगों से बचा जा सकता है। फैट और कोलेस्ट्रॉल की अधिकता हृदय संबंधी कई जोखिमों को बढ़ावा देती है, ऐसे में फाइबर हृदय संबंधी रोगों को दूर रखने में मदद कर सकता है। फाइबर हृदय वाले भाग में फैट जमने से रोक सकता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल को कम करने का भी काम कर सकता है। वहीं, लोबिया को फाइबर का अच्छा स्रोत माना गया है (1)। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि लोबिया के फायदे हृदय रोग में भी लाभदायक साबित हो सकते हैं।

2. एंटी-कैंसर की तरह

एनसीबीआई में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, कुछ दालों और सूखी बीन्स में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं। इन्हीं बीन्स में लोबिया भी शामिल है। ऐसे में यह माना जा सकता है कि इसका सेवन कर कैंसर जैसी घातक बीमारी को दूर रखा जा सकता है (2)। वहीं, अगर कोई कैंसर से जूझ रहा है, तो उसे डॉक्टर से उचित उपचार करना चाहिए, क्योंकि कैंसर का इससे बेहतर और कोई इलाज नहीं है। साथ ही इस अवस्था में डॉक्टर की सलाह पर ही लोबिया का सेवन करना चाहिए।

3. उच्च रक्तचाप

उच्च रक्तचाप के कारण हार्ट अटैक, किडनी डैमेज जैसे जोखिम उत्पन्न होने की आशंका रहती है (3)। इस समस्या से बचे रहने में लोबिया की फली मददगार साबित हो सकती है। दरअसल, लोबिया में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण पाए जाते हैं, जो बढ़ते हुए रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक साबित हो सकते हैं (4)। वहीं, अगर कोई उच्च रक्तचाप से ग्रस्त है, तो उसे घरेलू उपचार के साथ-साथ डॉक्टर की सलाह पर दवा का सेवन भी जरूर करना चाहिए।

4. मधुमेह के लिए

मधुमेह की समस्या होने पर डॉक्टरों द्वारा कई खाद्य पदार्थों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में लोबिया का सेवन मधुमेह की समस्या में फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए लोबिया की फली में पाए जाने वाले पोलीफिनॉल की अहम भूमिका हो सकती है। दरअसल, पोलीफिनॉल में कई औषधीय गुणों के साथ एंटी-डायबिटिक प्रभाव मौजूद होता है, जो रक्त में शुगर की मात्रा को संतुलन में रखने का काम कर सकता है (5)।

5. एंटी-इंफ्लेमेटरी की तरह

एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, लोबिया में कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं और इन्हीं पोषक तत्वों की मौजूदगी के कारण लोबिया में कई औषधीय प्रभाव भी पाए जाते हैं। इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी शामिल है। इसी गुण के कारण लोबिया का सेवन शरीर की सूजन और दर्द से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकता है (6)।

6. क्रोनिक डिसीसेस (Chronic Diseases)

अगर कोई लंबे समय से बीमारी से ग्रसित है, तो इस समस्या से छुटकारा दिलाने में लोबिया मददगार हो सकता है। दरअसल, लोबिया की फली में फेनोलिक यौगिक पाए जाते हैं, जो शरीर को सुरक्षा प्रदान करने का काम कर सकते हैं। इससे लंबे समय से चली आ रही बीमारी से उबरने में कुछ मदद मिल सकती है। बता दें क्रोनिक डिसीसेस में कैंसर, एजिंग, मधुमेह और हृदय रोग आदि शामिल हैं (7)। साथ ही हम यहां स्पष्ट कर दें कि अगर कोई इस अवस्था में है, तो उसे डॉक्टर की सलाह पर ही इस घरेलू उपचार का इस्तेमाल करना चाहिए।

लोबिया के फायदे विस्तार में जानने के बाद आगे हम इसके पौष्टिक तत्वों के बारे में बता रहे हैं।

लोबिया के पौष्टिक तत्व – Cowpeas (Lobia)  Nutritional Value in Hindi

अगर किसी को लोबिया से लाभ पहुंचता है, तो इसके लिए लोबिया में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व सहायक हो सकते हैं। इन पोषक तत्वों के बारे में हमने नीचे चार्ट के जरिए अच्छी तरह बताने का प्रयास किया है (8)।

पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 g
पानी89.78 g
ऊर्जा323 kcal
प्रोटीन24. g
टोटल लिपिड (फैट)0.25 g
कार्बोहाइड्रेट54. g
मिनरल्स
कैल्शियम ,Ca63 gm
आयरन ,Fe8.6 mg
मैग्नीशियम , Mg 43 mg
फास्फोरस ,P414 mg
पोटैशियम ,K455 mg
सोडियम ,Na7 mg
जिंक ,Zn0.29 mg
विटामिन्स
विटामिन सी , टोटल एस्कॉर्बिक एसिड36 mg
थाइमिन0.354 mg
राइबोफ्लेविन0.175 mg
नियासिन1.12 mg
विटामिन बी -60.177 mg
फोलेट DFE101 µg
विटामिन ए RAE36 µg
विटामिन ए, IU712 IU
लिपिड
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड0.066 g
फैटी एसिड, टोटल मोनोसैचुरेटेड0.022 g
फैटी एसिड, टोटल पॉलीसैचुरेटेड0.106 g

अब आगे लोबिया के उपयोग के बारे में जानेंगे।

लोबिया का उपयोग – How to Use Cowpeas (Lobia) in Hindi

लोबिया को कई तरह से खाया जा सकता है और इसके स्वाद के साथ पोषण का भी लाभ उठाया जा सकता है। आइए, अब लोबिया को उपयोग करने के कुछ तरीकों पर एक नजर डाल लेते हैं।

कैसे खाएं:

  • लोबिया की फली व बीजों को सब्जी बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • लोबिया के बीजों को पीसकर इसे कड़ी बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • लोबिया के बीजों की चाट बनाकर खाई जा सकती है।
  • इसे कुछ दिन भीगाकर रखने के बाद स्प्राउड की तरह खाया जा सकता है।

कब खाएं:

  • सुबह भीगे हुए लोबिया को खाया जा सकता है।
  • वहीं, वजन कम करने के लिए भी लोबिया को अपने आहार में शामिल किया जा सकता है। दरअसल, इसमें मौजूद सॉल्युबल फाइबर लंबे समय तक पेट को भरे रख सकता है और हाई प्रोटीन वेजीटेरियन डाइट के लिए जरूरी है। वहीं वर्कआउट के बाद लोबिया को स्प्राउट्स की तरह खा सकते हैं या उबालकर भी सेवन कर सकते हैं।
  • इसकी सब्जी को दोपहर या रात के खाने में उपयोग कर सकते हैं।
  • शाम में लोबिया से बने पकौड़े या चाट खाई जा सकती है।

कितना खाएं:

  • लोबिया को प्रतिदिन 150 से 300 ग्राम तक खाने के लिए उपयोग कर सकते हैं (9)। इस वैज्ञानिक प्रमाण के बावजूद बेहतर होगा कि आप आहार विशेषज्ञ से इसकी मात्रा के बारे में सलाह ले सकते हैं।

आगे लोबिया के नुकसान जानेंगे।

लोबिया से नुकसान – Side Effects of Cowpeas (Lobia) in Hindi

जिस तरह लोबिया लाभदायक हो सकता है, उसी तरह लोबिया के नुकसान भी हो सकते हैं। जिनके बारे में हम कुछ बिंदु के माध्यम से नीचे बता रहे हैं।

  • लोबिया के अधिक मात्रा में सेवन से पेट संबंधी समस्याएं (जैसे:- अपच, उल्टी, दस्त, पेट फूलना और कब्ज) हो सकती हैं (9)।
  • ऐसे तो लोबिया में फोलेट की अच्छी मात्रा पाई जाती है, साथ ही इसमें आयरन और कैल्शियम भी पाया जाता है। इन पोषक तत्वों के कारण गर्भावस्था में इसका सेवन लाभदायक माना जा सकता है। हालांकि, कुछ वैज्ञानिक स्टडीज में इसका सेवन गर्भवती के लिए नुकसानदायक भी पाया गया है (10)। ऐसे में बेहतर है कि गर्भवती इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
  • कुछ लोगों में लोबिया के सेवन से एलर्जी की समस्या हो सकती है।

अब लोबिया के बारे में पढ़कर आप समझ ही गए होंगे कि यह क्या होता है। साथ ही यह किस तरह की  बीमारियों को दूर रखने और उनके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा आर्टिकल में लोबिया के पोषक मूल्य और इसके उपयोग के कुछ तरीके भी बताएं गए है, जो इसके सेवन में सहायक हो सकते हैं। ध्यान रहे कि लोबिया सिर्फ बीमारी के लक्षण को कम कर सकता है। उचित इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है। उम्मीद करते हैं कि यह आर्टिकल आपके काम आएगा। अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़ी कोई अन्य जानकारी है, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के मदद से आप उसे हमारे साथ साझा कर सकते हैं।

References

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  1. A Prospective Study of Different Types of Dietary Fiber and Risk of Cardiovascular Disease: Tehran Lipid and Glucose Study
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5133074/
  2. Inhibitory Effects of Pulse Bioactive Compounds on Cancer Development Pathways
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6163461/
  3. High blood pressure: Overview
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK279239/
  4. Cowpea: an overview on its nutritional facts and health benefits
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/29656381/
  5. Polyphenol-Rich Lentils and Their Health Promoting Effects
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5713359/
  6. Common beans and cowpeas as complementary foods to reduce environmental enteric dysfunction and stunting in Malawian children: study protocol for two randomized controlled trials
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4650393/
  7. Antioxidant and Phytochemical Studies of 31 Cowpeas (Vigna unguiculata (L. Walp.)) Genotypes from Burkina Faso
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6165398/
  8. Cowpeas, catjang, mature seeds, raw
    https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/175208/nutrients
  9. Flatulence and other discomforts associated with consumption of cowpea (Vigna unguiculata)
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/2596840/
  10. Diet restriction by pregnant women in Nigeria
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/6125444/
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